निजी अस्पताल के संचालक के फोन पर आया अस्पताल में बम रखा होने का मैसेज. दूसरे जनपद से आया था मैसेज की जाएगी भेजने वाले से पूछताछ

बरेली(ब्यूरो)। आरोग्य हॉस्पिटल के ओनर के वाट्सअप पर अज्ञात नंबर से अस्पताल को बम से उड़ाने का मैसेज आया। जिसके बाद अस्पताल में हडक़ंप मच गया। आनन-फानन में अस्पताल में एडमिट मरीजों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया गया। सूचना पर मौके पे पहुंची डॉग स्कवायड, बम निरोधक दस्ता व पुलिस टीम पहुंची। जिससे परिसर में बम की जांच शुरू कर दी। हालांकि शाम तक बम निरोधक दस्ते को परिसर खंगालने पर बम नहीं मिला। इसको लेकर पुलिस अलर्ट है। साथ ही मामले की जांच की जा रही है।

लगातार आए मैसेज
इज्जतनगर के वीर सावरकर नगर में आरोग्य हास्पिटल एंड ट्रामा सेंटर स्थित है। पुलिस के मुताबिक, अस्पताल के रिसेप्शन के मोबाइल नंबर पर सुबह दस बजकर छह मिनट पर मैसेज आया कि सलामवाले कुम जनाब। हमने आपके अस्पताल में एक रिमोट कंट्रोल बम लगाया है। बम की फोटो भेजी गई। लिखा कि दो बजे का टाइम सेट किया गया है। एक बात का ध्यान रखना। इस मामले में पुलिस को मत लाना। ङ्क्षजदगी भर पछताओगे। हास्पिटल के मालिक से मुलाकात कराओ। दस बजकर 20 मिनट पर इस मैसेज का हास्पिटल की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया तो फिर मैसेज भेजा गया कि बेवकूफ हो क्या? इतना समय क्यों बर्बाद कर रहे हो? मोबाइल रिसेप्शन पर काम करने वाले विवेक के पास था। उन्होंने मालिक दिनेश सहगल को पूरा घटनाक्रम बताया। इतने में ही पुलिस की टीम अलर्ट हो गई। कुछ ही देर में दिनेश के नंबर पर भी वहीं धमकी भरा मैसेज आया। एसपी सिटी रङ्क्षवद्र कुमार इज्जतनगर पुलिस, बम निरोधक दस्ता, फायर ब्रिगेड की टीम के साथ पहुंचे। टीम द्वारा अस्पताल के जनरल वार्ड से लेकर रिसेप्शन तक, सब कुछ सर्च कर लिया गया। इस दौरान पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा मोबाइल नंबर के आधार पर पुलिस जांच में जुटी है।


वेडनसडे को आया पहला मैसेज
पुलिस जांच में सामने आया कि संबंधित नंबर से सबसे पहला मैसेज बुधवार को दिनेश के नंबर पर आया था। मैसेज कर संबंधित नंबर के युवक ने खुद का नाम महमूद अंसारी बताया। दिनेश ने भी अपना नाम बता दिया। दिनेश ने बताया कि अस्पताल में जानकारी के लिए मैसेज आते रहते हैं। इसलिए नाम बता दिया, बुधवार तक संबंधित नंबर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई लेकिन, शुक्रवार को अचानक से धमकी भरे मैसेज केे बाद से पुलिस हर ङ्क्षबदु पर काम कर रही है।

पेशेंट को किया शिफ्ट
अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक, संबंधित नंबर से वाट््सएप कॉल भी की गई। फोन नहीं उठाया गया। इसके बाद मैसेज किया गया कि बम में इतना डायनामाइट है कि एक दम बूम हो जाएगा। अस्पताल दिनेश सहगल ने बताया कि शुक्रवार को अस्पताल में पांच मरीज भर्ती थे जिनमें से तीन का आपरेशन होना था। एहतियात के तौर पर सभी को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करा दिया गया।

पार्टनर में है आपसी विवाद
इज्जतनगर पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच में पार्टनरशिप का विवाद सामने आया है। आरोग्य अस्पताल दो साल पहले खुला था जिसमें दिनेश सहगल, मुकेश वर्मा, सोमपाल गंगवार, जयराम चावला, रतन चावला, जतिन आनंद, आशीष कुमार और अवधेश कुमार कुल आठ पार्टनर थे। आशीष कुमार और अवधेश कुमार के 12-12 लाख रुपये लगे थे। दोनों ने अपनी रकम निकाल ली। इसमे दो लाख रुपये बचे थे। लगाई गई रकम के एवज में दोनों 70 लाख रुपये की मांग कर रहे थे। इस पर नवबंर में विवाद भी हुआ। लोग कोर्ट तक पहुंच गए।

वर्जन
पुलिस टीम हर ङ्क्षबदुओं पर जांच कर रही है। जिस नंबर से मैसेज भेजा गया है। उस नंबर को ट्रेस कराकर संबंधित युवक की तलाश कराई जा रही है। ऐसी अराजकता फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

- रङ्क्षवद्र कुमार, एसपी सिटी

Posted By: Inextlive