- बस चालकों और परिचालकों को ट्रेनिंग देने के लिए एयरफोर्स तैयार

- नेशनल हाइवे पर हुए बस हादसे के बाद आरएम ने एयरफोर्स को लिखा था लेटर

BAREILLY:

परिवहन निगम बरेली परिक्षेत्र के ड्राइवर-कंडक्टर एक जवान की तरह किसी भी हादसे से निपट सकेंगे। इन्हें बकायदा एक जवान की तरह ट्रेनिंग दी जाएगी। ताकि वह आग या किसी अन्य आपदा के दौरान खुद के साथ यात्रियों की भी जान बचा सकें।

दो चीजों की दी जाएगी ट्रेनिंग

एयरफोर्स के जवान बाकायदा बस ड्राइवर-कंडक्टर को ट्रेनिंग देने का काम करेंगे। जिस तरह से जवानों को सेना में भर्ती होने के बाद ट्रेनिंग दी जाती है। आग से बचाव, आतंकी हमला, भूकंप, बाढ़ सहित अन्य आपदा और परिस्थिति से लड़ने की ट्रेनिंग जवानों को दी जाती है। ठीक उसी तरह जवान अब बस ड्राइवर-कंडक्टर को ट्रेंड करेंगे। खासकर एक्सीडेंट और आग जैसी विपरित परिस्थितियों से निपटने की ट्रेनिंग देंगे। क्योंकि, बस में दो ही चीजें होने का डर सबसे अधिक होता है। एक आग लगना और दूसरा एक्सीडेंट होने का।

जिंदा चल गए थे 25 लोग

4 जून की रात नेशनल हाइवे पर हुए बस हादसे में 3 मासूम सहित 25 लोग जिंदा जल गए थे। यदि, ड्राइवर-कंडक्टर ट्रेंड होते तो बस में सवार यात्रियों को बचाया जा सकता था। इस घटना से सबक लेते हुए परिवहन निगम के आरएम प्रभाकर मिश्रा ने बस स्टॉफ को ट्रेनिंग दिए जाने का फैसला लिया। प्रभाकर मिश्रा ने कर्मचारियों को ट्रेनिंग देने के लिए एयरफोर्स अथॉरिटी को लेटर लिखा था। ताकि, ड्राइवर-कंडक्टर को आग से निपटने की अच्छे से ट्रेनिंग दी जा सके। आरएम के रिक्वेस्ट पर एयरफोर्स अथॉरिटी ने ट्रेनिंग देने के लिए हामी भर दी है।

ऑफिस कर्मचारियों को भी

ड्राइवर-कंडक्टर की ट्रेनिंग अगले वीक से होगी। एयरफोर्स के जवान 40 कर्मचारियों को ट्रेनिंग देंगे और आपदा से निपटने में एक्सपर्ट बनाएंगे। ट्रेनिंग प्राप्त करने वाले कर्मचारी बाकी ड्राइवर-कंडक्टर को ट्रेनिंग देने का काम करेंगे। ऑफिस में काम करने वाले कर्मचारियों को भी ट्रे़ंड किया जाएगा। ताकि, मुसीबत के समय वह भी हेल्प कर सकें।

कर्मचारियों को ट्रेनिंग देने के लिए एयरफोर्स अथॉरिटी को लेटर लिखा था, जो कि ट्रेनिंग देने के लिए तैयार हो गए है। अगले वीक से कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जाएगी।

प्रभाकर मिश्रा, आरएम, परिवहन निगम बरेली

Posted By: Inextlive