- कोविड मरीज को भर्ती करने का मामला, मरीज की हो गई थी मौत

- हेल्थ डिपार्टमेंट ने जारी किया था नोटिस

बरेली : मरीजों को कोरोना के इलाज के नाम पर किस प्रकार निजी हॉस्पिटल मोटी रकम वसूल रहे हैं इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि गाइड लाइन के बावजूद समय से मरीजों की कोरोना जांच न कर उन्हें मौत के मुंह तक लाकर छोड़ा जा रहा है। ऐसा ही एक मामला हाल ही में हेल्थ डिपार्टमेंट तक पहुंचा। संबंधित हॉस्पिटल को नोटिस जारी किया गया, लेकिन जबाव संतोषजनक न होने पर डीएसओ ने हॉस्पिटल संचालक को कड़ी फटकार लगाते हुए कार्रवाई को चेताया।

क्या है पूरा मामला

शहर की सनराइज कॉलोनी निवासी महिला की घर पर तबियत बिगड़ने पर परिजन उसे स्टेडियम रोड स्थित साई हॉस्पिटल लेकर गए, यहां हॉस्पिटल प्रबंधन ने बिना कोविड जांच किए महिला को एडमिट कर लिया। दो दिन तक इलाज जारी रहा जब हालत बिगड़ी तो महिला को कोविड जांच के लिए भेज दिया गया। परिजन महिला को लेकर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल आए। यहां जांच न होने के चलते परिजन 300 बेड हॉस्पिटल लेकर आए महिला की हालत गंभीर होने पर एंबुलेंस में ही महिला की जांच की गई जिसमें वह पॉजिटिव पाई गई। वहां से महिला को कोविड एल 3 हॉस्पिटल रेफर किया गया लेकिन महिला ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।

हेल्थ डिपार्टमेंट ने जारी किया था नोटिस

मामला मीडिया में सुर्खियां बनने के बाद हेल्थ डिपार्टमेंट ने दो दिन पहले निजी हॉस्पिटल को नोटिस जारी कर जबाव मांगा, मंडे को प्रबंधन की ओर से दिए गए जबाव से संतुष्ट न होने पर जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ। रंजन गौतम ने संचालक को कड़ी फटकार लगाते हुए सभी बिंदुओं पर गहनता से जबाव देने को चेताया है।

विनायक हॉस्पिटल भी कार्रवाई की जद में

चार दिन पहले शहर के सहसवानी टोला निवासी 38 वर्षीय महिला की तबियत बिगड़ने पर चार दिन पहले परिजन उसे लेकर विनायक हॉस्पिटल पहुंचे जहां बिना कोविड जांच के महिला को एडमिट कर लिया गया। हालत गंभीर होने पर प्रबंधन ने महिला को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल रेफर कर दिया जहां महिला की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई, जिसके बाद उसे कोविड एल टू हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। संडे दोपहर महिला की इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

हॉस्पिटल का पक्ष

नोटिस संबंधी कोई जानकारी अभी नहीं मिली है। अगर पेशेंट एडमिट हुआ है तो जिस डॉक्टर ने उसे देखा है इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। जिसके बाद हेल्थ डिपार्टमेंट से अगर नोटिस मिलता है तो जबाव भेजा जाएगा।

उमेश सक्सेना, मैनेजर, विनायक हॉस्पिटल

बिना कोविड जांच किए महिला को दो प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट किया गया। वहीं हालत गंभीर होने पर उसे रेफर कर दिया गया, जांच में महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। बाद में उसकी मौत भी हो गई। हॉस्पिटल ने संतोष जनक जबाव नहीं दिया है। अपना पक्ष रखने के लिए अतिरिक्त समय दिया गया है। वही दूसरे हॉस्पिटल को भी नोटिस जारी करने की प्रक्रिया की जा रही है। लापरवाही सामने आने पर नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

डॉ। रंजन गौतम, जिला सर्विलांस अधिकारी

Posted By: Inextlive