-बीसलपुर रोड स्थित ग्रीन पार्क कालोनी गेट पर सुबह पौने नौ बजे हुई दुर्घटना, लोगों ने किया हंगामा

-फरीदपुर के लाड़पुर का रहने वाला है मृतक, हरूनगला में रहकर दूध बेचने का करता था काम

बरेली : शहर में हाईटेंशन लाइन एक के बाद एक लोगों की जान ले रही हैं, लेकिन बिजली विभाग इन जानलेवा हाईटेंशन लाइन से लोगों को बचाने के लिए कोई प्रयास नहीं कर रहा है। किला के मलूकपुर के बाद अब ट्यूजडे को बीसलपुर रोड स्थित ग्रीन पार्क कॉलोनी के गेट के ऊपर से गुजर रही 11 केवी हाईटेंशन लाइन के टूटने से दूधिया की जान चली गई। करंट की चपेट में आने से युवक बचने के लिए छटपटाता रहा, आस-पास के लोगों मदद के लिए एंबुलेंस को फोन करते रहे, लेकिन एंबुलेंस समय पर नहीं आने के चलते उसको जिला अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका। इसके बाद गुस्साए लोगों ने हंगामा किया।

दूध बेचने जा रहा था

ट्यूजडे सुबह करीब पौने नौ बजे हरूनगला के रहने वाले 21 वर्षीय कमलजीत यादव उर्फ जीतू बाइक से दूध बेचने मंडी जा रहे थे। अधिकांश दूध बेचने वाले बीसलपुर रोड स्थित ग्रीन पार्क गेट के पास खड़े होते हैं। कमलजीत भी अपनी बाइक से यही पहुंचे थे। क्योंकि बारिश हो रही थी। इसलिए एक-एक करके बाकी दूध वाले वहां से चले गए। कमलजीत सड़क के किनारे खड़े रहे। इसी दौरान अचानक हाईटेंशन लाइन का तार टूटकर उनके ऊपर गिर गया। झटका लगने से वह बाइक सहित जमीन पर गिरकर तड़पने लगे। हाईटेंशन लाइन टूटने का धमाका सुनकर लोग कमलजीत को बचाने के लिए दौड़े, लेकिन उन्हें भी करंट का झटका लगा।

तो बच सकती थी जान

एंबुलेंस को सूचना दी गई। लेकिन एंबुलेंस पहुंचने में देर हुई। तड़प रहे कमलजीत की सड़क पर ही मौत हो गई। सूचना 112 पुलिस को दी गई। हाईटेंशन लाइन गिरने से युवक की मौत की सूचना पर आसपास के लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। हंगामा शुरू हो गया.जैसे-तैसे पुलिस ने लोगों को समझाकर घटनास्थल से हटाया। एंबुलेंस न पहुंचने पर काफी बवाल हुआ।

चार बहनों में अकेला भाई था

मृतक कमलजीत मूलरूप से फरीदपुर के मेवा लाड़पुर का रहने वाला था। मां कांति देवी ने बताया कि चार बेटियों में कमलजीत इकलौता बेटा था। बेटे की मौत से जहां कमलजीत की मां का रो-रोकर बुरा हाल है। वही कमलजीत की बहनें भी भाई की मौत से सदमे में हैं। कांति देवी ने विलाप करते हुए सिस्टम पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि समय रहते अगर सप्लाई बंद हो जाती तो बेटा बच जाता। फिर एंबुलेंस भी लेट आई। लोग कोशिश ही करते रह गए।

गनीमत रही कि दूधिये चले गए, नहीं तो बड़ा हादसा होता

दूधिया खड़े होने के लिए ग्रीनपार्क गेट के सामने जगह निश्चित है। यहां दूध मंडी लगती है। गनीमत रही कि दुर्घटना होने से पहले अधिकांश दूधिये वहां से निकल गए थे। अगर अधिक लोग इस हाईटेंशन लाइन की चपेट में आते। तो बड़ा हादसा हो सकता था।

आठ दिन में हाईटेंशन लाइन टूटने से गईं दो जान

बीती 19 जुलाई को मलूकपुर की संकरी गली में हाईटेंशन लाइन टूटने से एक युवक की मौत हो चुकी है। बिजली विभाग का कहना था कि इंसुलेटर ब‌र्स्ट होने से लाइन टूटी, लाइन जर्जर नहीं थी। बारिश की वजह से इंसूलेटर ब‌र्स्ट हुआ था। लगातार होने वाले ऐसे हादसों से बिजली विभाग पर सवाल उठ रहे हैं।

हाईटेंशन लाइन टूटने से हुई मौत के बाद पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। हमें अभी तहरीर नहीं मिली है। अगर परिवार तहरीर देता है तो लिखापढ़त की जाएगी।

- नीरज मलिक, प्रभारी निरीक्षक बारादरी

Posted By: Inextlive