-सीएमओ ऑफिस के बाहर आशा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन

- 18 महीने से नहीं हुआ बढ़े मानदेय का भुगतान

बरेली: बढ़ी सैलरी न मिलने पर ट्यूजडे को आशाओं का पारा चढ़ गया। उन्होंने सीएमओ ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि डेढ़ साल पहले प्रदेश सरकार ने उनके 750 रुपये प्रतिमाह बढ़ाए थे, लेकिन अभी तक उनके खातों में वह रुपए बढ़कर नहीं आ रहे हैं। आशा कार्यकर्ता विमला गीता देवी, रेखा, अनुपम, अमृता, द्रोपदी, आशा गंगवार समेत अन्य आशा कार्यकर्ता ने बताया कि 18 महीने पहले प्रदेश सरकार आशा कार्यकर्ता के मानदेय को 750 रूपये बढ़ाने का ऐलान किया था। लेकिन अभी तक उनके खातों में बढ़ा हुआ मानदेय आना शुरू नहीं हुआ है।

काम बंद की चेतावनी

आशा कार्यकताओं ने बताया कि इस बारे में जब वह ब्लॉक अधिकारियों से सवाल करती हैं तो वह कह देते हैं कि उन्हें कोई सूचना नहीं है। आशा कार्यकताओं ने कहा कि कोरोना काल में जहां सब घरों में दुबके बैठे रहे वहां आशा कार्यकर्ता पूरी मेहनत से घर घर जाकर कोविड से निपटने में सरकार की मदद करती रहीं और अभी भी जुटी हुई हैं, लेकिन उन्हें उनका अधिकार ही नहीं दिया जा रहा है। सरकार ने घोषणा की है तो उन्हें उनका बढ़ा हुआ मानदेय मिलना चाहिए। चेतावनी दी कि यदि बढ़ा हुआ मानदेय नहीं आया तो काम बंद कर देंगी।

Posted By: Inextlive