-लॉकडाउन के चलते बंद पड़ा है होटल का कारोबार

-कारोबार बंद होने के बाद भी देना पड़ रहा है टैक्स और बिजली बिल

150 करीब होटल हैं बरेली में

1-हजार से अधिक शादियों की थी बुकिंग सीजन में

बरेली: पिछले वर्ष के लॉकडाउन की मार झेल रहे होटल कारोबार को इस बार लॉकडाउन ने तगड़ा झटका दिया है। कोरोना के केसेस बढ़ने के बाद से बंद हुए शहर के होटल आज भी बंद पड़े हैं। जिससे होटल ओनर्स परेशान है क्योंकि उन्हें टैक्स, बिजली बिल, नगर निगम टैक्स और इंप्लॉय को सैलरी का भुगतान करना पड़ रहा है। होटल ओनर्स का कहना है कि सरकार कम से कम अब टैक्स और बिजली बिल में राहत दे तो होटल बिजनेस को भी राहत मिल सकेगी। यानि होटल कारोबार को अब सरकार की बूस्टर डोज का इंतजार है।

इस बार भी नहीं हुई बुकिंग

होटल ओनर्स की मानें तो पिछली बार लॉकडाउन के चलते कई शदियों की बुकिंग तो कैंसिल हो गई जबकि अधिकांश पोस्टपोंड हो गई। जो शादियां और फंक्शन पिछले वर्ष पोस्टपोंड हुए थे उन सभी ने इस बार मार्च से मई के बीच की डेट बुक की थी। लेकिन इस बार भी लॉकडाउन लग गया। अब ऐसे में बड़ी संख्या में फंक्शन कैंसिल हो गए जबकि जो फंक्शन इस बार बुक हुए थे उन्होंने तो पोस्टपोंड कर दिया है। ऐसे में पिछले वर्ष का नुकसान झेल रहे व्यापारियों को अब फिर से नुकसान उठाना पड़ा है। इसके बाद भी नगर निगम टैक्स हो या फिर बिजली बिल के साथ कर्मचारियों की सैलरी भी देनी पड़ रही है। इससे बिजनेस को बड़ा झटका लगा है।

नेक्स्ट बुकिंग भी थमी

पिछले वर्ष की बुकिंग के बाद इस बार भी फंक्शन के दौरान लॉकडाउन लगने के बाद से अब लोग नेक्स्ट मंथ तक की बुकिंग नहीं कराना चाह रहे हैं। उन्हें आशंका है कि दोबारा बुकिंग कराई तो कहीं फिर से लॉकडाउन या फिर किसी अन्य कारण से फंक्शन कैंसिल न करना पड़े। जिस कारण नेक्स्ट मंथ या नेक्स्ट ईयर की बुकिंग भी अब नहीं हो पा रही है, जिससे होटल ओनर्स को अभी कोई दिशा नहीं समझ आ रही है कि किस तरह से बिजनेस को फिर से खड़ा किया जाए।

कई कर्मचारी छोड़ गए काम

इस बार कोरोना की भयावहता को देखते हुए कई कर्मचारी तो दूरदराज के थे वह काम छोड़ कर चले गए। अब उन्हें बुलाने पर भी वह आने को तैयार नहीं हो रहे हैं। वह कोरोना के कारण अपना घर या फिर शहर छोड़ने को तैयार नहीं हो रहे हैं।

-इस वक्त होटल का तो कारोबार ही पूरा बंद है, लेकिन सभी होटल ओनर्स को कर्मचारियों की सैलरी, बिजली बिल के साथ नगर निगम का टैक्स भरना पड़ रहा है। इसके लिए अब सरकार से राहत मिलनी चाहिए। लॉकडाउन से होटल कारोबार को बड़ा झटका लगा है।

सतीश अग्रवाल, ओनर होटल के बरेली

पिछली बार के क्राइसेस को देखते हुए इस बार कई स्टाफ से पहले से ही घर चला गया। मई में जो फंक्शन होने वह पिछले साल से पोस्टपोंड होकर आए हैं वह कुछ कैंसिल हुए कुछ पोस्टपोंड हैं। इससे अब अगले अक्टूबर नवम्बर तक की बुकिंग नहीं हो पा रही है।

पुनीत सक्सेना, जीएम, होटल ओबराय आंनद

Posted By: Inextlive