चार महीने हो गए पर हॉटस्पॉट नहीं हुआ खत्म
-शाहबाद व बिहारीपुर में जून महीने में बनाया गया था हॉटस्पॉट
-या तो लगातार आ रहे मरीज या फिर हॉटस्पॉट बनाकर भूलेबरेली- किसी भी एरिया में कोरोना मरीज आने पर उस एरिया में हॉटस्पॉट यानी कंटेनमेंट जोन बनाया जाता है। कंटेनमेंट जोन को लेकर लगातार गाइडलाइंस बदलती रही हैं और अनलॉक में कंटेनमेंट जोन में सभी तरह की गतिविधियों पर पाबंदी है। कंटेनमेंट जोन 21 दिन में समाप्त हो जाता है लेकिन बरेली जिले में कई हॉटस्पॉट ऐसे हैं, जो चार महीने से खत्म ही नहीं हुए हैं। इसमें सबसे पुराना हॉटस्पॉट शाहबाद और बिहारीपुर है। ऐसे में दो सवाल सामने आ रहे हैं कि या तो इस एरिया में लगातार कोरोना के मरीज आ रहे हैं, जिसकी वजह से हॉटस्पॉट समाप्त नहीं हो रहा है या फिर हॉटस्पॉट बनाकर भूल गए हैं और कागजों में लगातार रिपोर्ट जा रही है लेकिन फील्ड में कोई भी सख्ती नजर नहीं आ रही है। लंबे समय से जिले में 149 हॉटस्पॉट बने हुए हैं, सिर्फ मकानों व वहां रहने वाले लोगों की संख्या में अंतर आता है।
जून महीने से बने हॉटस्पॉटपुलिस और प्रशासन के रिकार्ड के अनुसार 22 जून से शाहबाद, 24 जून से बिहारीपुर करोलान, मढ़ीनाथ 27 जून और 30 जून से रामपुर गार्डन हॉटस्पॉट बना हुआ है। जबकि रामपुर गार्डन में एक बार हॉटस्पॉट खत्म होने के बाद दोबारा हॉटस्पॉट बनाया गया है। इसी तरह से राजेंद्र नगर 1 जुलाई, गढ़ैयया 2 जुलाई, शास्त्री नगर, सदर बाजार, नकटिया 8 जुलाई, चेतना कॉलोनी नकटिया व किला छावनी 11 जुलाई से हॉटस्पॉट बना है। इसके अलावा सिविल लाइंस, कोहाड़ापीर, प्रभात नगर, गुलमोहर पार्क, जगदीश विहार, नार्थ सिटी पॉकेट, ऊषा वाटिका, चाहबाई, जवाहर नगर समेत कई एरिया ऐसे हैं, जिनमें 20 जुलाई से हॉटस्पॉट बना हुआ है। इसके अलावा कई हॉटस्पॉट जुलाई तो कई अगस्त माह में बने हैं, जिनकी अवधि 21 दिन भी पूरी हो गई है लेकिन अभी भी रिकार्ड में हॉटस्पॉट हैं लेकिन मौके पर किसी भी तरह की कोई हॉटस्पॉट नजर नहीं आता है।
हॉटस्पॉट एरिया का रिकार्ड 149-हॉटस्पॉट जिले में 10559-मकान हॉटस्पॉट एरिया में 58971-लोग हॉटस्पॉट एरिया में 1547-कोरोना पॉजिटिव हॉटस्पॉट में कोविड बचाव के लिए अब तक 2.10 लाख सैंपल टेस्ट किए गए 1.15 लाख लोगों की कांटेक्ट ट्रेसिंग 38.42 लाख घरों का सर्विलांस 95 हजार से अधिक मरीज स्वस्थ 88 परसेंट रिकवरी रेट पहुंचा