बरेली: समस्या कैसी भी हो उसे सुलझाना पसंद करती हूं, क्योंकि हर बार हेल्प के लिए रुपए की जरूरत नहीं होती है कई बार तो हम अपने विवेक से सही मार्ग दर्शन कर समस्या का समाधान कर सकते हैं। जी हां यह कहना है कि शहर के सनसिटी रहने वाली रूपाली गुप्ता का। रूपाली गुप्ता का परिवार बिजनेस मैन हैं लेकिन वह अपना कैरियर एजूकेशन क्षेत्र में ही बनाना चाहती थी। इसके लिए उन्होंने खुद की मेहनत कर अपना खुद का जनवरी 2020 में द एलिट स्कूल सनसिटी में ओपन किया, स्कूल में एमडी का पद संभालते हुए खुद क्लास लेना पंसद करती है।

मदर टरेसा रोल मॉडल

शहर के सनसिटी 33 ए वाटिका निवासी रूपाली गुप्ता मूल रूप से बहेडी की रहने वाली हैं। उनकी शादी 2010 में शहर के बिजनेसमैन आशीष गुप्ता के साथ हुई। बताती है कि शुरू से ही चाहती थी कि वह शिक्षा के क्षेत्र में जाने का मन था। इसीलिए 2008 में एमबीए, इसी के बाद एमए इकोनॉमिक्स, इंग्लिश और एजूकेशन से करने के बाद निजी महाविद्यालय में टीचिंग शुरू की। इसके बाद जनवरी से अपना स्कूल द एलिट के नाम से ओपन कर लिया। बताती हैं कि वह रोल मॉडल मदर टरेसा को मानती हैं वह चाहती हैं कि अधिक से अधिक सेवा कर सकें, और किसी की प्रॉब्लम को सुलझाया जाए। रूपाली गुप्ता शिक्षा से ही नहीं समाज सेवा से भी जुड़ी हैं वह अपने स्कूल में करीब आधा दर्जन गरीब बच्चों को भी फ्री पढ़ा रही हैं।

डॉक्टर बनना था ऐम

अपने ऐम को हासिल करने के लिए हमेशा प्रयास करना चाहिए, जी हां यह कहना है शहर के प्रियदर्शनी नगर की रहने वाली रीना शर्मा का। रीना शर्मा का कहना है कि वह चाहती थी कि डॉक्टर बनकर समाज की सेवा करें लेकिन वह डॉक्टर तो नहीं बना सकी लेकिन डॉक्टर पति भ्रमरेश शर्मा से वर्ष 1993 में शादी हो गई। रीना के पति डॉक्टर भ्रमरेश शर्मा हॉस्पिटल संचालक हैं तो उन्हें हॉस्पिटल मैनेजमेंट की जिम्मेदारी दी।

दोनों बेटों को बनाया डॉक्टर

प्रियदर्शनी नगर निवासी रीना शर्मा बताती है कि उन्हें डांसिंग और कविता लिखने का शौक था। इसीलिए वह बच्चों को डांसिंग भी सिखाती थी। वह चाहती थी कि डॉक्टर बने लेकिन वह डॉक्टर तो नहीं बन सकी लेकिन हॉस्पिटल की जिम्मेदारी जरूरी संभाल रही हैं। रीना के दो बेटे हैं पारिजात और लक्ष्य को भी मेडिकल क्षेत्र में लाने के लिए एमबीबीएस करा दिया। वह चाहती थी कि वह बच्चे भी पढ़ लिखकर डॉक्टर ही बनें।

Posted By: Inextlive