-पुलिस ने ज्वैलर समेत 5 बदमाशों को किया गिरफ्तार, प्रेमनगर डकैती से पहले की थी रैकी

-12 लाख की नकदी, एक किलो ज्वैलरी, 4 कंट्रीमेड पिस्टल, कार व अन्य सामान किया बरामद

BAREILLY: मीरगंज में 17 नवंबर की रात में रामपाल गुप्ता ज्वैलर्स के घर मेरठ के इंटर स्टेट गैंग ने डकैती डाली थी। पुलिस ने वारदात का खुलासा करते हुए वारदात में शामिल 9 बदमाशों में से गैंग के लीडर समेत 4 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने लाखों की ज्वैलरी गलाने वाले ज्वैलर को भी गिरफ्तार किया है। बदमाशों के पास से 12 लाख रुपए, 1 किलो ज्वैलरी, आटोमेटेड दो पिस्टल, दो तमंचे और वारदात में शामिल स्विफ्ट कार भी बरामद कर ली है। गैंग में लॉक और ताला तोड़ने वाले दो एक्सपर्ट को भी शामिल किया गया था। गैंग ने फरीदपुर में फ्लोर मिल मालिक से 22 लाख रुपए की लूट की वारदात को अंजाम देना कुबूल किया है। गैंग के मेंबर असली सोना जांचने के लिए कैरोटोमीटर मशीन भी रखते हैं।

लॉक तोड़ने में एक्सपर्ट थे शामिल

एसएसपी धर्मवीर सिंह यादव ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि सर्विलांस की मदद से मेरठ के बदमाश यासीन शेख उर्फ यासीन मास्टर, अरशद उर्फ असद, इंतेजार कुरैशी, अमन सक्सेना और ज्वैलर राजू उर्फ शहजाद को गिरफ्तार किया है। सभी की उम्र 20 से 25 साल के बीच में हैं। वहीं गैंग में शहजाद, सोनू, चंदू उर्फ चांद, पिंटू, और रिजवान भी शामिल हैं। सोनू और चंदू 5 मिनट के अंदर किसी भी तरह का लॉक व ताड़ा तोड़ देते हैं।

जेल से मिला पुख्ता सुराग

मीरगंज में डकैती के बाद पुलिस को शक हुआ कि हो सकता है कि मेरठ गैंग ने वारदात को अंजाम दिया हो। जिसके बाद पुलिस ने जेल में बंद राशिद से संपर्क किया तो उसने भी इसकी पुष्टि कर दी। जिसके बाद पुलिस ने सर्विलांस पर संदिग्ध नंबर लिए तो शाहबाद में सभी की लोकेशन मेरठ की लगी तो पुलिस का शक यकीन में बदल गया और फिर मेरठ पुलिस की मदद से पकड़ लिया गया।

6 महीने पहले कर ली थी रेकी

पुलिस गिरफ्त में आए बदमाशों ने बताया कि प्रेमनगर में लूट से पहले मीरगंज में ज्वैलर के घर की रेकी के बाद तीन बार फिर से रैकी की गई। 17 नवंबर को वारदात को अंजाम देने से पहले सभी 7 नवंबर की रात में बरेली आए। उसके बाद वे 16 नवंबर को आए और सिटी स्टेशन स्थित होटल में रुके। होटल में अमन सक्सेना की आईडी दी गई। अमन सक्सेना प्रापर्टी डीलिंग का काम करता है। उसने तीन साल पहले मीरगंज के कीरतनगर में फार्महाउस खोला था। फार्म हाउस तो बंद हो गया था, लेकिन वह अक्सर कीरतनगर आता जाता रहता था। जिसकी मदद से मकान की अच्छे से रेकी की गई। यही नहीं मीरगंज डकैती से पहले दो अन्य जगहों की रेकी कर ली थी।

पीछे के रास्ते घुसे घर में

बदमाशों ने बताया कि सभी कार से बरेली पहुंचे। घर में पीछे के रास्ते घुसे और फिर 5 मिनट में ताला तोड़ने वाले एक्सपर्ट के जरिए लॉक तोड़ दिए। फिर घर से रखी ज्वैलरी लूट ली। उन्हें घर से सिर्फ पौने दो लाख रुपए ही मिले थे। उन्होंने घर से मिली 1 किलो 900 ग्राम की ज्वैलरी अमन सक्सेना को दी। अमन ने ज्वैलरी गलाकर दूसरे ज्वैलर को 16 लाख रुपए में बेच दिया। अमन 5 परसेंट पर ज्वैलरी गलाने का काम करता है। वारदात को अंजाम देते वक्त कई साथी गाडि़यों से घर के आसपास और हाइवे पर निगरानी करते रहे। ताकि कोई पुलिसकर्मी या अन्य न आ जाए।

ऑनलाइन खबरों पर नजर

डकैती में पुलिस क्या-क्या कर रही है। इस पर अमन सक्सेना ऑनलाइन न्यूज पेपर पढ़कर नजर रख रहा था। उसके मोबाइल में ई-पेपर की कटिंग भी मिली हैं। डकैती में व्यापारियों ने महापंचायत की, आईजी-डीआईजी ने विजिट की व अन्य जानकारी जुटाई थीं।

प्रेमिका से न मिल पाने का मलाल

पुलिस की मानें तो असद की प्रेमिका मीरगंज एरिया में रहती है। वारदात के बाद वह प्रेमिका से मिलने गया था लेकिन प्रेमिका नमाज पढ़ने के लिए गई हुई थी, जिसके चलते वह उससे मिल नहीं सकी। इसको लेकर वह दुखी भी था।

तो होती मीरगंज डकैती

पुलिस पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि उन्होंने 1 जून को प्रेमनगर में सरिया व्यापारी धर्मपाल गुप्ता से रेलवे गांधी नगर रेलवे फाटक के पास 21 लाख रुपए की लूट को अंजाम दिया था। इस वारदात का पुलिस ने 8 जून को खुलासा किया था, जिसमें पुलिस ने 5 बदमाशों को गिरफ्तार किया था। इसमें पुलिस मित्र विकलांग राशिद भी पकड़ा गया था। इस वारदात में यासीन, अरशद और इंतेजार का नाम आया था। जब पुलिस ने यासीन को पकड़ा था, तो उसने मीरगंज में ज्वैलर का घर देख लेने की बात पुलिस को बताई थी। पुलिस यदि पूरे गैंग को पकड़ लेती तो शायद मीरगंज डकैती की वारदात न होती।

Posted By: Inextlive