- नगर निगम में 15 स्थानों पर अलावा जलाने का उठा था बेड़ा

- दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने वेडनसडे रात की रियल्टी चेक

बरेली : तुम्हारी फाइलों में मौसम गुलाबी है, तुम्हारे आंकड़ों झूठे, वायदे किताबी हैमशहूर शायर अदम गोंडवानी की नज्म नगर निगम के उन दावों पर सटीक बैठती है। नगर निगम ने मंडे से शाम छह बजे के बाद लोगों को ठिठुरन से बचाने के लिए शहर में 15 जगहों पर अलाव जलाने की बेड़ा उठाया था, लेकिन वेडनसडे की रात जब दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने शहर के प्रमुख बाजारों, रेलवे जंक्शन और डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल का रियल्टी चेक किया तो हकीकत चौंकाने वाली निकली। ठिठुरन से बचने और राहत पाने के लिए लोग कहीं पर कूड़ा जला रहे थे तो कहीं पर खुद ही खुद ही लकडि़यां खरीदकर अलाव ताप रहे थे।

इन जगहों पर जलाना था अलाव

.चौकी-चौराहा।

2. सैटेलाइट।

3. कुतुबखाना,

4.चौपुला चौराहा,

5.रेलवे जंक्शन,

6.सिटी स्टेशन,

7.पुराना रोड़वेज,

8. जिला अस्पताल,

9. महिला अस्पताल

10. नगर के आठ रैन बसेरे

1. जंक्शन: कुछ नहीं तो कूड़ा ही सही

जंक्शन पर रात 7 बजे सर्दी से राहत के लिए कहीं पर भी अलाव जलाए गए। इसलिए लोगों ने कूड़ा इकट्ठा कर आग तापना शुरू कर दिया। जब टीम ने कूड़ा जलाकर अलाव ताप रहे लोगों से बात की तो उन्होंने बताया कि क्या करें। इतनी सर्दी है कुछ तो करना ही पड़ेगा। लकडि़या ढूढ़ी, नहीं मिली तो मजबूरी में कूड़ा जला रहे हैं। साथ ही बोले कि हम भी जानते हैं इससे पॉल्यूशन बढ़ता है, लेकिन जब अभी नहीं बचेंगे तो बाद का क्या देखेंगे।

2. पुराना रोडवेज: ठिठुरते रहे पैसेंजर्स

पुराना रोडवेज में रात 7:30 बजे बसों का इंतजार कर रहे पैसेंजर्स सर्दी और तेज हवाओं के चलते ठिठुरते दिखे। यहां पर पैसेंजर्स कुछ टीन शेड के नीचे दुबके हुए तो कुछ कंबल ओढ़कर खुद को सर्दी से बचा रहे थे। पैसेंजर्स ने बताया कि न तो रोडवेज को फिक्र है न ही प्रशासन को। सभी तो अपने घरों में आराम फरमा रहे हैं और यहां सर्दी में कौन मर रहा है किसी को कोई मतलब नहीं।

3. पंजाबी मार्केट: लकड़ी खरीदकर जला रहे अलाव

कुतुबखाना की पंजाबी मार्केट में निगम के अलाव की व्यवस्था न होने की वजह से दुकानदार खुद लकडि़यां खरीदकर अलाव जला रहे हैं। टीम ने जब स्थानीय दुकानदारों से बात की तो उन्होंने बताया कि कई सालों से निगम ने मार्केट में अलाव नहीं जलवाया है। खुद ही व्यवस्था करनी पड़ती है। लोग रुपए इकट्ठा करके लकडि़यां खरीदकर जलाते हैं।

गुस्से में दिखे लोग

इसी तरह से टीम को चौकी-चौराहा, सैटेलाइट, चौपुला चौराहा, सिटी स्टेशन, पुराना रोड़वेज और डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल आदि जगहों पर भी अलाव जलते हुए नहीं मिले। वहीं रैन बसेरों में ठहरने वाले लोग भी सर्दी से ठिठुरते हुए दिखे। न तो लोगों को कंबल दिए गए और न ही सर्दी से बचाव की कोई व्यवस्था की गई। इसके चलते कई लोग अधिकारियों से नाराज और कुछ लोग कोसते भी दिखे।

शहर में 15 स्थानों पर अलाव जलाने की व्यवस्था की गई है। कहीं पर अलाव छूट गए है तो वहां पर अलाव जलवाया जाएगा।

सैमुअल पॉल एन, नगर आयुक्त

कड़ाके की सर्दी है। स्टेशन के पास अलाव नहीं जलाया गया है। मजबूरन कूड़ा जलाना पड़ता है, जिससे ठंडक से बच सकें।

विकास, ऑटो ड्राइवर

नगर निगम सर्दियों में कभी मार्केट में अलाव नहीं जलवाता है। सभी दुकान चंदा लेकर लकडि़यां खरीदते है। शाम होने पर लोग इकट्ठा होकर जलाते हैं।

सौरभ, दुकानदार

Posted By: Inextlive