कुतुबखाना एफओबी को लेकर नया डिजाइन किया गया तैयार व्यापारियों को संतुष्ट करने के प्रयास में लगे विशेषज्ञ


बरेली (ब्यूरा)। कुतुबखाना ओवरब्रिज निर्माण से पहले व्यापारियों के विरोध को देखते हुए विशेषज्ञ उन्हें हर स्तर पर संतुष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं। नए डिजाइन में किसी भी मकान या छज्जे के नहीं टूटने का दावा किया जा रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार नए डिजाइन में पुल की भूमि से अधिकतम ऊंचाई साढ़े दस मीटर होगी। अंडरपास फुटओवरब्रिज वाले स्थान पर स्पैन को घटा-बढ़ा सकेंगे। स्पैन चार किस्तों में डिजाइन किया गया है। इन डिजाइनों को स्वीकृत को करने के लिए आईआईटी के विशेषज्ञों से सलाह ली जा रही है।
स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत बन रहे कुतुबखाना ओवरब्रिज आधुनिक तकनीक से युक्त होगा। इसमें दिल्ली मेट्रो के तर्ज पर गर्डर, डैक स्लैब, वियङ्क्षरग कोड्स का कार्य किया जाएगा। नए डिजाइन में बाजार के किसी भी दुकान और मकान के चपेट में नहीं आने का दावा किया जा रहा है। स्मार्ट सिटी के अफसरों के अनुसार दो तरह के पिलर में गोलाई वाले पिलर की साइज 1400 एमएम यानी 1.4 मीटर गोलाई में होगा। वहीं यू टाइप वाले पिलर की चौड़ाई करीब 800 एमएम होगी, जिस पर अभी काम किया जा रहा है।

बिजली और पानी की होगी वैकल्पिक व्यवस्था
विशेषज्ञों के अनुसार पिलर निर्माण के दौरान बिजली के पोल व पानी के पाइपलाइन शिङ्क्षफ्टग के दौरान लोगों को किसी भी तरह की दिक्कत न हो इसके लिए विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं। बिजली व पानी की सप्लाई बाधित नहीं हो इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था होगी।

एक नजर में पुल
लागत : 105 करोड़
लंबाई : 1307 मीटर

हटाया जाएगा अतिक्रमण
स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत बन रहे पुल निर्माण के लिए अब तक कई बार डिजाइन चेंज किया जा चुका है। दुकानदारों में ङ्क्षचता है कि उनके दुकान या मकान इस पुल की चपेट में आ सकते हैं। वहीं अधिकारियों के अनुसार पुल निर्माण के दौरान कोई भी दुकान व मकान नहीं तोड़ा जाएगा, लेकिन अतिक्रमण को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी।

आज होगा पिलर के लिए पाइल टेस्ट
बीते शनिवार को पाइल टेस्ट के लिए की जा रही खोदाई को व्यापारियों के विरोध के बाद रोक दिया गया था। स्मार्ट सिटी के अफसरों के अनुसार आज यानी शनिववार से फिर पाइल टेस्ट किया जाएगा। अफसरों के अनुसार सात माह में पुल को तैयार कर आमजन के लिए खोल दिया जाएगा।

वर्जन
पुल के नए डिजाइन में कोई भी दुकान चपेट में नहीं आए इसके पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। डिजाइन में कई नए तकनीक को शामिल किया गया है। पुल निर्माण के दौरान आने वाले अतिक्रमण को चिन्हित कर हटाया जाएगा।
भूपेश कुमार ङ्क्षसह, वरिष्ठ महाप्रबंधक


-शहर के विकास के लिए पुल का निर्माण आवश्यक है। व्यापारियों की परेशानी को भी बातचीत के जरिए दूर किया जाएगा।
डा। उमेश गौतम, महापौर

Posted By: Inextlive