फ्लैग--छात्रों को बिना अंक किया गया है प्रमोट

-स्नातक प्रथम वर्ष से दूसरे वर्ष में प्रमोट किए गए 50 हजार छात्रों को हो रही समस्या

-स्कॉलरशिप के लिए पोर्टल पर फार्म भरते समय आ रहा अंक भरने का विकल्प

बरेली : महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय से सम्बद्ध महाविद्यालयों में स्नातक प्रथम वर्ष से दूसरे वर्ष में भेजे गए छात्रों को प्रमोट करने के बाद समस्या खड़ी हो गई है। इस बार कोविड की वजह से अंतिम वर्ष को छोड़ बाकी सभी को बिना परीक्षा ही प्रमोट कर दिया गया है। लेकिन प्रथम वर्ष से दूसरे वर्ष में गए छात्रवृत्ति के लिए अर्ह छात्र-छात्राएं अब इसका फार्म नहीं भर पा रहे हैं। पोर्टल पर फार्म भरते समय छात्र-छात्राओं को अपने पूर्णांक और प्राप्तांक अंक भरने अनिवार्य हैं। जबकि विश्वविद्यालय ने इन्हें अंक नहीं दिए हैं। इसको लेकर कॉलेजों के फोन विश्वविद्यालय में नोडल केंद्र पर आ रहे हैं।

मिलेगा औसत अंक

समाज कल्याण विभाग की ओर से हर साल एससी, एसटी, ओबीसी, ईडब्लूएस (इकोनॉमिक वीकर सेक्शन) वर्ग में आने वाले अर्ह छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रति पूर्ति दी जाती है। इसके लिए ऑनलाइन फार्म भरने का प्रावधान है। जिसमें छात्र-छात्राओं को अपने सम्पूर्ण विवरण के साथ अंक भी भरने होते हैं। लेकिन इस बार कोविड-19 की वजह से स्नातक व परास्नातक पहले और दूसरे वर्ष की परीक्षाएं नहीं कराई गई। सभी को प्रमोट कर दिया गया। जब ये छात्र दूसरे वर्ष की परीक्षा पास कर लेंगे और उसमें सभी विषयों के प्राप्तांकों का औसत अंक ही पहले वर्ष की मार्कशीट में दिए जाएंगे।

पांच नवंबर तक भरे जाने हैं फार्म

विश्वविद्यालय प्रशासन के मुताबिक पांच नवंबर तक स्कॉलरशिप के फार्म भरे जाने हैं। ऐसे में समस्या खड़ी हो गई है। कॉलेजों का कहना है कि पोर्टल खोलने पर अंक अपलोड करने का विकल्प आ रहा है। जबकि अंक दिए ही नहीं गए हैं। तब तक पोर्टल पर दूसरा विकल्प नहीं होगा, फार्म नहीं भरे जा सकेंगे।

पहले वर्ष के छात्रों को दूसरे वर्ष में प्रमोट कर दिया गया है। लेकिन उन्हें अंक नहीं दिए गए हैं, जिसकी वजह से स्कॉलरशिप के लिए पोर्टल पर फार्म न भर पाने की शिकायतें आ रही हैं। इसके लिए समाज कल्याण विभाग को पत्र भेजा जा रहा है।

- प्रो। पीबी सिंह, डीएसडब्लू एवं नोडल अधिकारी, रुविवि

Posted By: Inextlive