फैक्ट एंड फिगर

1-शहर के पार्क में लगे हैं ओपन जिम

27-पार्को में प्रस्तावित थे ओपन जिम

बरेलियंस को हेल्दी रखने के लिए शहर के पार्को में ओपन जिम लगाए थे। ताकि जो लोग जिम नहीं जा पाते हैं वह भी जिम जा सके और हेल्थ को ठीक रख सके। इसीलिए इन जिम को शहर के सिलेक्टेड पार्को में लगाया गया जाना था। इतना ही नहीं पार्को के जिम में एक ट्रेनर भी रखा जाना था ताकि लोग सही तरीके से अपरेटर पर जिम कर सके। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर के कुल 27 पार्को में जिम लगाने के लिए प्रस्ताव बना, इसमें से 11 पार्को में जिम लगवा भी दिए गए है। इन पार्को में इन जिम को लगे हुए भी एक वर्ष भी नहीं बीता लेकिन अभी तक कोई ट्रेनर तैनात नहीं हो सका। जिम वर्कआउट करने वाले अपनी मर्जी से आपरेटर को यूज कर रहे हैं हालांकि इससे जिम करने वालों को भी प्रॉब्लम हो रही तो वहीं आपरेटर भी खराब हो रहे है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने सैटरडे को शहर के पार्को में लगाए गए ओपन जिम का रियलिटी चेक किया तो हकीकत सामने आ गई। आईए बताते हैं आपको शहर के ओपन जिम की हकीकत

लोहिया पार्क सिविल लाइंस

शहर के सिविल लाइंस एरिया में हेड पोस्ट ऑफिस के पास पार्क में ओपन जिम वर्ष 2020 में लगाया गया था। पार्क में जिम लगने के बाद कुछ समय तो कोरोना संक्रमण के चलते बंद रहा लेकिन अब पार्क के आसपास के लोगों ने उसे अपने आप ही आपरेटर पर वर्क आउट करना शुरू कर दिया। बगैर ट्रेनर के इस जिम में कुछ खुराफातियों ने आपरेटर के पैडल भी तोड़ दिए तो लोगों को बगैर ट्रेनर के भी दिक्कत हो रही है। दोपहर में जरूरत जिम के आपरेटर पर धूप सेकते दिखे।

गोविंद वल्लभ पंत पार्क सिविल लाइंस

सिविल लाइसं में सर्किट हाउस चौराहा के पास सरदार गोविंद वल्लभ पंत पार्क में ओपन जिम लगाया ग था। इस पार्क में भी जिम करने वाले तो कम लेकिन खुराफाती दिन भी आपरेटर पर झूलते दिखेंगे। इससे आपरेटर तो खराब हो ही रहे हैं तो वहीं जिम का भी यूज ठीक नहीं हा पा रहा है। पार्क में जिम पर कोई ट्रेनर भी तैनात नहीं है।

गांधी उद्यान

शहर के मेन पार्क में शुमार गांधी उद्यान पार्क में भी स्मार्ट के तहत ओपन जिम लगाया गया। पार्क में बच्चे बुजुर्ग और यूथ की इस पार्क में काफी आवाजाही रहती है। पार्क में लगे ओपन जिम पर भी कोई न कोई वर्कआउट करते हुए मिल ही जाएगा, सुबह शाम को लोगों की खासी संख्या देखी जा सकती है। लेकिन इस पार्क में भी कोई जिम ट्रेनर नहीं है। जबकि पार्क में गार्ड जरूर है जिस कारण जिस के आपरेटर को कोई नुकसान नहीं पहुंचा पाता है।

अग्रसेन पार्क रामपुर गार्डन

रामपुर गार्डन स्थित अग्रसेन पार्क में भी ओपन जिम बना हुआ है। यहां पार्क में लोगों की भी खूब आना जाना रहता है। अधिकांश लोग इस पार्क में आते है, सुबह शाम को भी खूब लोग होते हैं और जिम भी करते हैं। लेकिन यहां पर कोई ट्रेनर नहीं होने के चलते आपरेटर के पैडल निकल गए हैं। इससे बच्चों को भी खतरनाक साबित हो सकते हैं। इस जिम पर आने वालों का भी यही कहना था कि ट्रेनर जरूरी है।

लोगों की बात

-पार्क में स्मार्ट सिटी के तहत ओपन जिम तो बन गए, अच्छी बात हैं लेकिन इन पार्को के ओपन जिम पर एक ट्रेनर भी रखने का प्रस्ताव था। जो अभी तक नहीं पूरा किया गया है। इसीलिए लोग मनमाने तरीके से वर्कआउट करते हैं जो प्रॉब्लम बन सकता है।

महेश गुप्ता

पार्क में कोई ट्रेनर नहीं है तो कुछ-कुछ देर सभी आपरेटर पर वर्कआउट कर लेता हूं। मैं तो डेली आता हूं अच्छा लगता है जिम में आकर। सुबह को टाइम नहीं मिलता है तो शाम को या फिर दोपहर को आकर जिम कर लेता हूं।

राजू

-पीलीभीत बाईपास रोड से गांधी उद्यान पार्क में बच्चों के साथ आई थी। लेकिन गांधी उद्यान तो बंद था, इसीलिए अग्रसेन पार्क में आई हूं। पार्क में जिम तो ठीक है लेकिन बच्चों को साथ लाएं है लेकिन यहां तो आपरेटर पर पैडल नहीं है तो बच्चाें को खतरनाक हैं।

सविता

-ओपन जिम पर आया तो अच्छा लगा है। अब डेली आने का मन है लेकिन यहां पर कोई समझाने वाला भी होता तो अच्छा होता। लेकिन इससे अपने आप यही पता नहीं कि किसी आपरेटर पर कैसे प्रैक्टिस करो। इसीलिए प्रैक्टिस कराने के लिए ट्रेनर भी जरूरी है।

राघव

Posted By: Inextlive