Bareilly:ये बेजुबान जरूर हैं लेकिन हैं दोस्तों के दोस्त. वफादारी ऐसी कि लोग इनकी मिसाल पेश करते हैं. रात हो या दिन हर हलचल पर इनकी पैनी नजर रहती है. आज के जमाने में जब ऐसे दोस्त हमें मिल रहे हों तो फिर खर्च की फिक्र किसे. असल में हम बात कर रहें हैं पेट्स के बढ़ते क्रेज की. आई नेक्स्ट ने सिटी में ऐसे पेट्स को ढूंढा जिनकी स्टाइल उन्हें स्टेटस सिंबल बना रही है. वल्र्ड एनिमल डे पर आपको मिलवाते हैं ऐसे ही कुछ लाजवाब दोस्तों से.


ये भी family member से कम नहींएनिमल्स इंसानों के अच्छे दोस्त होते हैं, पर जरूरत है कि इंसान बेजुबानों को समझ सकें। सिटी में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो पेट्स के लिए क्रेजी हैं, उनके लिए हर कीमत चुकाने को मंजूर हैं। कोई इंपोर्टेड पेट्स के साथ शौक पूरा कर रहा है तो किसी ने खतरनाक ब्रीड से दोस्ती कर ली है।घर की prominent member है
सिविल लाइंस में रहने वाली रॉनिता डेनियल ने कै ट दिल्ली से मंगवाई है। इस कैट की प्रेजेंट कीमत तकरीबन दो लाख रुपये है। इसका एक दिन का खर्च तकरीबन 100-150 रुपये हैं। यह मिल्क और रेडीमेट कै ट फूड खाती है। रॉनिता ने बताया कि उनके घर में बचपन से कैट रहती थी। उन्होंने यह कैट दिल्ली से मंगाई थी। तब यह कुछ ही दिन की थी। इसे मिल्क सबसे ज्यादा पसंद है। इसे खेलना और घूमना बहुत पसंद है। यह जब भी अकेली होती है तो कहीं भी छुप कर बैठ जाती है। मेरी मदर को यह सबसे ज्यादा पसंद है। इसकी खासियत इसका फर है। अब तो यह घर की प्रॉमिनेंट मेंबर है। इसका नाम जरीन रखा है।इलमेशियनRs-1LakhHt-2.5feetWt-60kgकोबरा का किया encounter


पूजो और चेरी दोनों पूरी मुस्तैदी से अमित और शालिनी के घर की सिक्योरिटी करते हैं। पूजो छह साल पहले यहां आया था, चेरी चार साल से घर में है। अमित ने बताया वह दोनों के पपी घर लेकर आए थे। पूजो तो अब तक कई क ॉम्पिटीशन में विनर भी बन चुका है। हमारा घर कैंट में एकांत जगह पर है। यहां मुझे सिक्योरिटी की ज्यादा जरूरत होती है। इनके साथ रहकर मेरे पूरे दिन की थकान दूर हो जाती है। ये दोनों अब फैमिली मेंबर्स ही हैं।खेलने के शौकीन हैं दोनोंपूजो और चेरी दोनों ही दो टाइम फुल मील और एक बार मिनी मील लेते हैं। फुल मील में उन्हें एक प्लेट राइस, एक ग्लास मिल्क और सोयाबीन दी जाती है। शाम के समय उन्हें रोटी और एग्स भी देते हैं। इनका एक दिन का खर्च 300 रुपये होता है। ये दोनों ही खेलने के शौकीन होने के साथ वफादार भी हैं। कुछ दिन पहले घर में एक कोबरा निकला था तो हमें पता लगने से पहले ही दोनों ने मिलकर उसका एन्काउंटर कर दिया। ये अच्छे रनर होने के साथ फ्रेंडली भी हैं। इनमें से एक को तो हम अक्सर खुला ही छोड़ते हैं ताकि सिक्योरिटी दे सकें।

नेपोलियन मैस्टिफ Rs-3 LakhHt-2.5feetWt-80kgये है असली टाइगरटाइगर इसी नाम से बुलाता हूं मैं इसे। पूरे घर का लाडला है यह। पर बाहर वालों के लिए इससे खतरनाक कोई नहीं है। आदेश बाजपेई से जब टाइगर के बारे में बात की तो उन्होंने अपने लाडले के बारें में तमाम बातें शेयर कीं। नेपोलियन मैस्टिफ ब्रीड का डॉग उन्होंने इटली से तीन साल पहले मंगवाया था। उस समय यह तीन लाख रुपये का मिला था। तब से चार डॉग शो का विनर रह चुका है। एक डॉग शो में तो यह पार्टिसिपेंट न होने के बावजूद भी सेंटर ऑफ अट्रैक्शन बना रहा। एक बार शो का चैंपियन बनने के बाद इसकी ब्रीडिंग के लिए 50 हजार तक का ऑफर आया था। इसकी कीमत तो 15 लाख तक लग चुकी है। इसकी प्रतिदिन की डाइट 3 लीटर मिल्क, 1 केजी पनीर और 500 ग्राम पेडेग्री है।Cat walk में perfect
यह मेरा पेट है। मैंने इसे केवल शौक की वजह से रखा है। यह हमारे घर की सुरक्षा भी करता है। बीच में जब घर में डॉग नहीं था तो बाइक चोरी हो गई। उसके बाद से मैंने फिर डॉगी रखना शुरू कर दिया। टाइगर पर एक दिन की डाइट का खर्च तकरीबन 500 रुपये है। खास बात यह है कि वैसे तो यह बहुत फ्रेंडली है पर जब ओनर कोड वर्ड के साथ तीन बार अटैक बोले तो यह 6 सेकेंड में किसी को भी मार सकता है। यह 5 फीट तक कूद सकता है। इसकी स्पीड 70 किमी पर ऑवर है।रॉट वेलर Rs-1.5 LakhHt-3 feetWt-70kgरॉट वेलर नहीं जॉन कहिए जनाबसिविल लाइंस में रहने वाले अश्विनी कक्कड़ ने रॉट वेलर पाल रखा है, इसे वह जॉन बुलाते हैं। उन्होंने बताया घर में मैं और मां ही इसके  पास जाते हैं। इसके अलावा कोई इसके पास नहीं जाता है। दरअसल, यह बहुत ही वाइल्ड ब्रीड है। इसे पालने के लिए ही पुलिस से परमीशन लेनी होती है। यह अन्जान लोगों के लिए बहुत खतरनाक है। इसे मैं बाइक में बांध कर वॉक कराता हूं। डेढ़ साल पहले मैं इसे घर लाया था। जब यह बैठता है तो अपना पूरा शरीर समेट लेता है। वास्तव में यह हंटिंग डॉग है। Hunting by nature
यह इतना खतरनाक  है कि इसे मैं भैंस वाली चेन से बांध कर रखता हूं। इसका एक दिन का खर्च तकरीबन 400 रुपये है। इसकी एक दिन की डाइट 16 रोटी, 2 लीटर मिल्क और रॉयल कैनॉल का डॉग फूड है। इसे वीक में दो बार नॉनवेज भी देना होता है। मेरे घर में हमेशा क ोई न कोई डॉग रहता है, इसलिए ही मैं इतना वाइल्ड डॉग रखने की हिम्मत जुटा पाया हूं। पर प्यार से इन्हें आसानी से हैंडल किया जा सकता है।Report by: Nidhi Gupta

Posted By: Inextlive