Bareilly : अगर कोई पासपोर्ट अप्लाई करने का सारा प्रोसीजर आपके घर आकर कर जाए तो कैसा हो. जी हां बहुत जल्द ये सच होने वाला है. फॉरेन मिनिस्ट्री पासपोर्ट के लिए 'आवेदन आपके द्वार' व्यवस्था शुरू करने की तैयारी में है. इंटरनेट सुविधाओं से लैस एक मोबाइल वैन एप्लीकेंट्स के घर पहुंचेगी. सब कुछ ठीक रहा तो इस साल के अंत तक बरेली समेत पूरे कंट्री में पासपोर्ट मोबाइल वैन मूव करेगी. इसका सक्सेजफुल ट्रायल भी किया जा चुका है. अधिकारियों का कहना है कि नई सर्विस शुरू होने से दलालों पर कंट्रोल होगा. एप्लीकेंट्स को टाइम से पासपोर्ट मिल सकेगा.


Contract to TCSपासपोर्ट डिपार्टमेंट ने इस काम की जिम्मेदारी टाटा कंसल्टेंसी सर्विस (टीसीएस) कंपनी को सौंपी है। प्रेजेंट में भी पासपोर्ट सेवा केंद्र (पीएसके) पर टीसीएस सॉफ्टवेयर के तहत ही काम हो रहा है। मोबाइल वैन में गवर्नमेंट और प्राइवेट दोनों ही इंप्लॉईज की ड्यूटी लगाई जाएगी। मोबाइल वैन में पीएसके की तरह ही सारी फैसिलिटीज एप्लीकेंट्स को मिलेंगी।  गाजियाबाद में हुआ trialपासपोर्ट डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने बताया कि मोबाइल वैन का ट्रायल गाजियाबाद में किया जा चुका है। ट्रायल सक्सेजफुल होने के बाद इस सर्विस को बरेली सहित पूरे कंट्री में शुरू किया जाएगा। पासपोर्ट से रिलेटेड वर्क के लिए मोबाइल वैन में कितने कर्मचारी और डिस्ट्रिक्ट में कितनी वैन लगाई जाएंगी, यह अभी डिसाइड नहीं हो सका है।  Camp से पहले information
जिस एरिया में कैंप लगाए जाएंगे, उस एरिया में अधिकारियों द्वारा एक वीक पहले ही इंफॉर्मेशन दे दी जाएगी। किस एरिया में कितने दिन कैंप लगना है, जरूरत के हिसाब से डिसाइड किया जाएगा। यही नहीं पासपोर्ट बनवाने के लिए किन डॉक्यूमेंट्स की जरूरत पड़ेगी, इसकी भी इंफॉर्मेशन एप्लीकेंट्स को पंफलेट या अन्य माध्यमों से दी जाएगी।Centre बंद होना बड़ी वजह


मोबाइल सर्विस स्टार्ट करने के पीछे पासपोर्ट कलेक्शन सेंटर बंद होना एक वजह है। बरेली रीजन में बरेली, बदायूं, पीलीभीत, संभल, बिजनौर, एटा, फिरोजाबाद, अमरोहा, काशीरामनगर, मैनपुरी, मुरादाबाद, रामपुर और शाहजहांपुर सहित 13 डिस्ट्रिक्ट आते हैं। इनमें से 10 डिस्ट्रिक्ट में पासपोर्ट कलेक्शन सेंटर थे, जिन्हें इसी साल 1 सितंबर से बंद कर दिया गया। इन सेंटर्स पर पासपोर्ट से रिलेटेड डॉक्यूमेंट्स की जांच होती थी।  नहीं करना पड़ेगा waitयह सर्विस स्टार्ट होने के बाद टाइम और मनी दोनों सेव होंगे। फिलहाल जो व्यवस्था है, उसके तहत एप्लीकेंट्स को ऑनलाइन अप्लाई कर टाइम एलॉट कराना पड़ता है। इस प्रक्रिया के तहत एप्लीकेंट्स को पासपोर्ट के लिए कई महीने तक अप्वॉइंटमेंट नहीं मिल पाता है। कई बार इमरजेंसी होने के बावजूद टाइम पर पासपोर्ट हैंडओवर नहीं हो पाता है। ज्यादा passport जारी होंगेमोबाइल वैन के जरिए ज्यादा संख्या में पासपोर्ट जारी हो सकेंगे। फिलहाल जो स्थिति है, उसमें हर साल 70,000 से 80,000 के बीच पासपोर्ट जारी किए जाते हैं, जबकि करीब 30,000 पासपोर्ट का रिन्यूवल किया जाता है। पासपोर्ट डिपार्टमेंट के अधिकारियों का कहना है कि मोबाइल वैन सर्विस के बाद हर साल एक लाख से अधिक पासपोर्ट जारी हो सकेंगे, क्योंकि इसमें टाइम की बहुत बचत होगी।

'मोबाइल वैन सर्विस जल्द शुरू होगी। फॉरेन मिनिस्ट्री के निर्देश के बाद यह सर्विस बरेली सहित पूरे कंट्री में लॉन्च होनी है। गाजियाबाद में इसका ट्रायल भी हो चुका है.'राम सिंह, पासपोर्ट अधिकारी, बरेली रीजन'इस सर्विस से समय की बहुत बचत होगी। एप्लीकेंट्स को बेवजह पीएसके का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। अप्वॉइंटमेंट के लिए महीनों वेट नहीं करना होगा.'नवीन चंद्र बिष्ट, असिस्टेंट पासपोर्ट अधिकारी, बरेली रीजन

Posted By: Inextlive