-एक ही दिन में पूरी की जाएगी एडमिशन की प्रक्रिया

-नेट जेआरएफ और नेशनल फेलोशिप वालों को मिलेगी दो बार प्रवेश की सुविधा

-सामान्य पीएचडी टेस्ट पास करने वाले कैंडिडेट्स को जुलाई में एडमिशन देने की तैयारी

535-कॉलेजेज है आरयू से संबद्ध

9-डिस्ट्रिक्ट में हैं आरयू के कॉलेजेज

5-लाख करीब स्टूडेंट्स आरयू के कॉलेजेज में करते हैं पढ़ाई

2-बार साल में पीएचडी के होंगे एडमिशन

बरेली : एमजेपीआरयू ने पीएचडी एडमिशन की व्यवस्था में बड़ा बदलाव करने जा रहा है। अब नेट जेआरएफ उत्तीर्ण और नेशनल फेलोशिप वाले कैंडिडेट्स को साल में दो बार पीएचडी दाखिले का मौका दिया जाएगा। यह एग्जाम जनवरी और जुलाई में कराने की तैयारी है। वहीं, सामान्य टेस्ट के जरिए एडमिशन लेने वालों के लिए वर्तमान व्यवस्था के तहत जुलाई में मौका दिया जाएगा। इसके अलावा रिजल्ट आने के बाद एडमिशन की प्रक्रिया भी एक ही दिन पूरी की जाएगी। जिससे शोधार्थियों को दौड़ न लगानी पड़े। वीसी ने इसकी कार्य योजना बनानी शुरू कर दी है।

सुधरेगी व्यवस्था

एमजेपीआरयू से 548 महाविद्यालय एफिलेटेड हैं। इनमें 20 विषयों में पीएचडी की करीब 455 सीटे हैं। इनमें हर साल एडमिशन के लिए जुलाई में प्रवेश प्रक्रिया शुरू होती है। पिछले कई साल से एडमिशन की व्यवस्था भी पटरी से उतरी है। इसी वजह 2019 की प्रक्रिया में नेट जेआरएफ और फेलोशिप वाले कैंडिडेट्स के एडमिशन भी अटके हुए हैं। जिससे उनका नुकसान हो रहा है। अब ऐसे कैंडिडेट्स के लिए साल में दो बार पीएचडी एडमिशन की तैयारी है।

एक ही दिन में इंटरव्यू, एडमिशन

एमजेपीआरयू वीसी प्रो। केपी सिंह ने बताया कि पीएचडी एडमिशन में कैंडिडेट्स को परेशान न होना पड़े, इसके लिए एक ही दिन एडमिशन की प्रक्रिया पूरी कराने की योजना है। यानी जिस दिन रिजल्ट जारी होगा, उसी दिन इंटरव्यू, एडमिशन और थीसिस का टॉपिक तय हो जाएगा। जिससे कैंडिडेट्स समय से अपना कोर्स वर्क शुरू कर सकेंगे।

ऑनलाइन फीस और थीसिस होगी जमा

फीस लेकर थीसिस जमा करने की प्रक्रिया भी ऑनलाइन कराने की योजना है। इसके लिए नया सॉफ्टवेयर तैयार किया जाएगा। यह भी सुविधा होगी कि यदि कोई शोधार्थी अपनी थीसिस का परीक्षण किसी विदेश के परीक्षक से कराना चाहेगा तो उसकी सुविधा भी दी जाएगी। ऑनलाइन परीक्षक भी अलॉट किए जाएंगे। वीसी ने बताया कि इसको लेकर पूरी योजना तैयार की जा रही है, जल्द फाइनल होगा।

परेशान थे कैंडिडेट्स

ज्ञात हो पीएचडी में एडमिशन पाने के लिए आरयू ने पहले भी आवेदन मांगे थे जिनका एंट्रेस भी हो चुका है लेकिन इसके बाद भी एडमिशन की प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं हो सकी है। जिस कारण कैंडिडेट्स को प्रॉब्लम फेस करनी पड़ रही है।

Posted By: Inextlive