-मां नौकारानी की मदद से दो आरोपियों का पुलिस ने जारी किया स्केच

-हालांकि दो आरोपियों का नहीं बन सका स्केच, मां और नौकरानी नहीं देखा था उन्हें

>BAREILLY: बहुचर्चित आईवीआरआई के चीफ साइंटिस्ट दीपक शर्मा हत्याकांड मामले में पुलिस ने उनकी मां और नौकरानी की निशानदेही पर दो आरोपियों के स्केच जारी किए हैं। हालांकि दो अन्य आरोपी जिन्होंने हत्याकांड का अंजाम दिया, पुलिस उनके स्केच जारी नहीं कर सकी है। क्योंकि दीपक शर्मा की मां और नौकरानी उन्हें नहीं देख सकीं थीं। पुलिस को इस मामले में अभी तक कोई खास सफलता नहीं मिली है। अब स्केच जारी हुआ है। देखा जाए तो पुलिस की यह पहली सफलता है। अब देखना लायक यह बात होगी कि होगी कि पुलिस स्केच की मदद से कब कातिलों की गिरेबां तक पहुंच पाती है।

प्राइवेट तैयार कराए गए स्केच

पुलिस ने पूर्व में साइबर सेल में तैनात रहे प्राइवेट कर्मचारी अनुज श्रीवास्तव ने स्केच तैयार किए हैं। स्केच तैयार करने में दो दिन का समय लगा। इसके लिए दोनों दिन एक-एक घंटे तक सांइटिस्ट की मां व नौकरानी से पूछताछ की गई। उसके बाद साफ्टवेयर में फिनिशिंग की गई। तैयार किए गए स्केच में एक आरोपी का चेहरा लंबा और दूसरे का गोल है। इनमें से लंबे फेस वाले ने नौकरानी को बांधा था। इसके अलावा गोल फेस वाले आरोपी ने मां को पकड़ा था। दोनों को मां और नौकरानी ने पहचान ि1लया है।

पिंप द फेस साफ्टवेयर का यूज

स्केच तैयार करने के लिए साफ्टवेयर का यूज किया जाता है। इस साफ्टवेयर को पुलिस भी रखती है तो कई जगह प्राइवेट यूजर्स की हेल्प से इसे बनाया जाता है। बरेली में लंबे समय से प्राइवेट यूजर्स से ही स्केच बनवाए जा रहे हैं। साइंटिस्ट मर्डर में प्राइवेट यूजर्स की ओर से पिंप द फेस साफ्टवेयर से स्केच बनाए हैं। इस साफ्टवेयर को लोग गूगल पर जाकर भी यूज कर सकते हैं लेकिन इसमें उन्हें फेस, कपाल, मूछ, दाढ़ी की संख्या काफी कम मिलती है लेकिन प्रोफेशनल लोग साफ्टवेयर को खरीदते हैं। रजिस्टर्ड साफ्टवेयर में अनलिमिटेड फेस, आंखे, कान, कपाल, मूछ, बाल, व अन्य फेस के पार्टस होते हैं। जिससे स्केच बनाने में कोई ज्यादा प्रॉब्लम नहीं होती है और सही स्केच बनकर तैयार हो जाते हैं।

Posted By: Inextlive