पांच साल में ही खुल गई पुल निर्माण की पोल, खतरे में जान

-देर शाम फोरलेन निर्माण कंपनी की टीम पैच वर्क करने के लिए मौके पर पहुंची

बरेली: दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर बहगुल नदी पर बना पुल मंगलवार दोपहर अचानक धंस गया। निर्माण गुणवत्ता की पोल खुलकर सामने आ गई। पुल के बीच में गहरा गड्ढा बन गया। सरिया बाहर आ गई। बड़ा हादसा हादसा होने से टल गया। पुल से भारी वाहनों का आवागमन जारी है। घटना के बाद अधूरे पड़े पुल को सुचारू करने की कवायद शुरू हो गई है। देर शाम धंसे हुए पुल के हिस्से पर पैच वर्क के लिए फोरलेन निर्माण कंपनी की टीम पहुंच गई थी। पांच साल पहले पुल का निर्माण कराया गया था मगर कमीशन खोरी व भ्रष्टाचार के चलते मानकों को दरकिनार कर दिया गया। इस वजह से पुल की सड़क जगह-जगह से धंसने लगी है। जबकि हाईवे के इस पुल से भारी ट्रैफिक निकलता है। जनप्रतिनिधियों के साथ आला अफसरों का भी आना जाना रहता है। बीच पुल में गहरा गड्ढा होने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। उसने गड्ढे के पास बड़ा सा पत्थर रखवा दिया ताकि कोई हादसा न हो। कुछ लोगों ने बताया कि नए पुल के बराबर में बने पुराने पुल की हालत आज भी अच्छी है, क्योंकि ब्रिटिश हुकूमत के दौर में बनाया गया था.ब्रिटिश हुकूमत के दौरान बनाए गए पुल को तोड़ने के लिए पुल बनाने वाली कंपनी को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। लेकिन फिर भी ब्रिटिश कंपनी द्वारा बनाए गए पुल को नई पुल बनाने वाली कंपनी तोड़ नहीं पाई। लेकिन नए बनाए गए पुल को मात्र 5 वर्ष ही हुए हैं और वह पुल जगह-जगह से धराशाई होने लगा। पुल की सड़क धंस जाने के कारण हाईवे से निकलने वाले वाहनों को एक साइड से होकर निकाला जा रहा।

कब क्या हुआ

पुल का शुभारंभ फरीदपुर तहसील में तैनात आइएएस प्रशांत शर्मा ने पांच साल पहले किया था। पुल का निर्माण 2015 में फोरलेन बनाने वाली कंपनी एरा इंफ्रा ने किया था। एरा इंफ्रा दिवालिया घोषित होकर हाईवे के काम को अधर में लटका कर भाग गई है। कंपनी एरा इंफ्रा द्वारा सिर्फ एक ही पुल को तैयार कर चालू कर दिया गया था। दूसरा पुल अभी भी अधूरे हाईवे की तरह लटका हुआ है।

Posted By: Inextlive