- शहर की सड़कों पर लगे कूड़े के ढेर

-दिवाली पर शहर को साफ-सुथरा रखने के निगम के दावों की खुली पोल

बरेली : शहर को स्मार्ट बनाने का दावा करने वाले नगर निगम की पोल दिवाली के अगले दिन मंडे को खुल गई। शहर भर की सड़कों पर कूड़े के ढेर लगे रहे। गली मोहल्लों के साथ ही पॉश एरिया और मार्केट में भी गंदगी के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। संडे को सुबह से ही शहर की प्रमुख सड़कों पर दुकानें सज गई थी, शाम तक लोगों की भीड़ दुकानों पर उमड़ी। दुकानों के बाहर कूड़े का अंबार लग गया। वहीं नगर निगम ने भी कूड़ा उठाने की जहमत नही उठाई।

घनघनाते रहे फोन, दूर नहीं हुई समस्या

जब सुबह कूड़ा नहीं उठा तो लोगों ने निगम के कंट्रोल रूम में फोन किया लेकिन किसी ने फोन ही रिसीव नहीं किया। सुबह से ही फोन घनघनाते रहे लेकिन लोगों की समस्या तक सुनने की किसी कर्मचारी ने जहमत नही उठाई।

क्या थी व्यवस्था

निगम ने दिवाली पर गलियों और सड़कों से समय से कूड़ा उठाने और सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए दो शिफ्टों में सड़कों की सफाई के निर्देश दिए गए थे। दिवाली से एक दिन पहले शाम को और दिवाली वाले दिन सुबह को सफाई कर कूड़ा उठाने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन यह आदेश भी कर्मचारियों ने हवा में उड़ा दिया।

इन सड़कों पर पसरा रहा कूड़ा

शहर की प्रमुख सड़कों में शुमार चौकी चौराहा रोड, पटेल चौक, कुतुबखाना रोड, राजेंद्र नगर चौराहा और डीडीपुरम की सड़कों पर गंदगी इधर-उधर पसरी रही। स्थानीय लोगों ने बताया कि दिवाली से एक दिन पहले निगम की गाड़ी कूड़ा उठाने आई थी लेकिन इसके बाद से कोई झांकने तक नहीं आया।

लोगों की बात

1. दो दिन से न तो सड़क पर लगे कूडे़ के ढेर निगम ने उठवाए हैं और न ही मोहल्ले की गलियों पर पसरी गंदगी हटवाई गई है। जिससे काफी परेशानी हो रही है।

तारुफ रोश, कुतुबखाना।

2. निगम ने त्योहार पर गंदगी का तोहफा दिया है। सड़कों पर पसरी गंदगी इसका उदाहरण है। अगर निगम का रवैया इस प्रकार ही उदासीन रहेगा तो शहर कभी स्मार्ट नही बन सकता।

मोहित सिंह, मलूकपुर।

वर्जन

कर्मचारियों को समय से कूड़ा उठाने के निर्देश दिए गए थे, अगर ऐसा नहीं किया गया है तो संबंधित अफसर से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।

ईश शक्ति कुमार सिंह, अपर नगर आयुक्त।

Posted By: Inextlive