-19 अक्टूबर यानि आज से ओपन हो रहे स्कूल, पेरेंट्स बोले महौल समझने के बाद ही बच्चों को भेजेंगे

-स्कूल प्रबंधन का कहना हमने सरकार की गाइड लाइन के मुताबिक कर रखी है पूरी तैयारी

बरेली:

9 अक्टूबर यानि आज से क्लास 9-12 तक के स्कूल ओपन हो रहे हैं, लेकिन सभी स्कूलों को सरकार की गाइड लाइन फॉलो करनी होगी। स्कूल में प्रॉपर सैनेटाइज, सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का खास ख्याल रखना होगा। इस बारे में स्कूल प्रबंधन का कहना है कि उन्होंने अपने यहां कोविड गाइड लाइन फॉलो करने के साथ सरकार की गाइड लाइन फॉलो करने के लिए पूरी तैयारी कर ली है, बस स्टूडेंट्स का इंतजार है। हालांकि अभी बच्चे स्कूल आएंगे या नहीं यह बच्चों के पेरेंट्स की सहमति पर निर्भर है। ऐसे में अब स्कूल तो आज से ओपन हो रहे हैं लेकिन अधिकांश पेरेंट्स ने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए सहमति ही नहीं दी है। क्योंकि बगैर पेरेंट्स की सहमति के कोई भी स्टूडेंट्स स्कूल नहीं आ सकता है। पेरेंट्स का कहना है कि अभी कुछ दिन महौल देखेंगे उसके बाद ही स्कूल में बच्चों को भेजेंगे। तब तक ऑनलाइन क्लासेस ही बेहतर है।

ट्रांसपोर्ट की बड़ी समस्या

शहर के कई स्कूल संचालकों की मानें तो 50 किलोमीटर दूर तक के बच्चे स्कूल आते हैं। कोरोना संक्रमण के चलते अधिकांश पेरेंट्स बच्चों को भेजने के लिए सहमति पत्र ही नहीं दे रहे हैं, इसके साथ ही एक-दो पेरेंट्स दूर-दराज के अनुमति दे भी रहे हैं तो कम बच्चों को स्कूल लाना और ले जाना बड़ा चैलेंज बना हुआ है। ऐसे में कुछ स्टूडेंट्स इस कारण भी स्कूल नहीं आ सकेंगे जबकि कुछ पेरेंट्स अभी अपने बच्चों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट से भेजना भी नहीं चाह रहे हैं। जिस कारण स्कूल आने वाले बच्चों की संख्या पर बड़ा असर देखने को मिलेगा।

पेरेंट्स नहीं दे रहे सहमति

कोरोना संक्रमण को देखते हुए पेरेंट्स पहले से ही इतने डरे हुए हैं कि स्कूल भले ही ओपन हो रहे हैं लेकिन वह अपने बच्चों को स्कूल भेजने के नाम पर सहमति नहीं दे रहे हैं। पेरेंट्स का कहना है कि अभी संक्रमण टला नहीं है ऐसे में वह बच्चों के साथ कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहते हैं। वह चाहते हैं कि स्कूल अभी ऑनलाइन मोड में ही पढ़ाई कराए। जबकि कुछ पेरेंट्स का कहना है कि वह एक सप्ताह देखने के बाद ही अपने बच्चों को स्कूल जाने की अनुमति देंगे।

स्कूल दे रहे भरोसा

बच्चों को स्कूल भेजने की सहमति न देने वाले पेरेंट्स को स्कूल प्रबंधन पूरी सुरक्षा के मानक भी बता रहे हैं। स्कूल प्रबंधन का कहना है कि वह स्कूल को डेली सैनेटाइज कराएंगे, थर्मल स्क्रीनिंग होगी, बगैर मास्क के किसी भी स्टूडेंट्स को एंट्री नहीं दी जाएगी साथ ही जो स्टूडेंट्स क्लास में बैठेगा उसके लिए सोशल डिस्टेंसिंग भी फॉलो कराई जएगी। इसके लिए स्कूल स्टाफ खुद एक्टिव रहेगा।

बच्चों भी यह समझाएं

-अधिकतर बच्चों की आदत होती है कि वे लिखते या पढ़ते समय चीजें मुंह में डालते हैं, जैसे पेन या पेंसिल। उन्हें इसके लिए सख्ती से मना करें

-सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखने के लिए कहें

-दोस्तों से मिलते वक्त उनसे हाथ न मिलाएं, गले न लगें

-बार-बार चेहरे पर हाथ लगाने के लिए मना करें

-बेंच या कुíसयों को हाथ लगाने के बाद हाथों को सैनिटाइज करें

-छींकते या खांसते समय मुंह पर टिशू रखें और इसका इस्तेमाल करने के बाद इसे डस्टबिन में डालें

-जुकाम या खांसी से पीडि़त साथी से करीब 2 मीटर की दूरी रखें

-वॉशरूम का इस्तेमाल करने पर गेट को खोलने का तरीका सिखाएं, सीधे हाथों से न खोलते हुए कोहनी का सहारा लें

-स्कूल से घर में आने पर अपने जूते-मोजों को बाहर ही उतारें और बिना किसी चीज को छुएं सीधे नहाने जाएं, उसके बाद ही परिवार के संपर्क में आएं

-स्कूल से आने के बाद पेन और पेंसिल को रोज साफ करें

हमारी तैयारी पूरी

सरकार की गाइड लाइन को फॉलो करते हुए स्कूल ओपन हो रहा है। स्कूल में थर्मल स्क्रीनिंग और सैनेटाइजर की व्यवस्था की गई है। क्लास 9-10 को अलग शिफ्ट जबकि 11-12 तक अलग शिफ्ट में क्लास लगाएंगे। ताकि सोशल डिस्टिेंसिंग फॉलो होती रहे। इसके लिए टीचर्स भी एक्टिव रहेंगे।

-योहान कुंवर, प्रिंसिपल, विद्या भवन पब्लिक स्कूल

-स्कूल 27 अक्टूबर से ओपन होगा, क्योंकि अभी स्टूडेंट्स के ऑनलाइन टेस्ट चल रहे है। स्कूल ओपन करने के लिए अभी से तैयारी पूरी कर ली है। सरकार की गाइड लाइन को फॉलो करते हुए स्कूल ओपन होगा। 27 के बाद क्लास 9-12 तक के वह स्टूडेंट्स जो टीचर्स से समझना चाहते हैं। वह पेरेंट्स की अनुमति के साथ स्कूल आ सकते हैं।

निर्भय, सेक्रेड हा‌र्ट्स, सीनियर सेकेंड्री स्कूल

स्कूल आज से ओपन हो रहा है, लेकिन अभी ट्रॉयल बतौर क्लास 12वीं के स्टूडेंट्स को ही बुलाया है। ट्रॉयल सफल रहता है तो क्लास 10वीं के स्टूडेंट्स को भी बुलाया जाएगा। क्योंकि सरकारी गाइड लाइन फॉलो करना जरूरी है। अभी ऑफलाइन क्लासेस के साथ ऑनलाइन क्लासेस भी जारी रहेगी।

राकेश जौली, एमडी जीआरएम स्कूल

-सरकार की गाइड लाइन के अनुसार स्कूल ने पूरी तैयारी कर रखी है। क्लास 9-12 तक के स्टूडेंट्स को बुलाया है। लेकिन अभी कम ही स्टूडेंट्स के पेरेंट्स ने सहमति जताई है। स्कूल को सैनेटाइजेशन कराने के साथ सोशल डिस्टिेंसिंग आदि का ध्यान रखा जाएगा।

डॉ। आरके शर्मा, डायरेक्टर एसआर इंटरनेशनल स्कूल

सरकार की गाइड लाइन को फॉलो करते हुए क्लास 9-12 तक के उन्हीें स्टूडेंट्स को स्कूल बुलाया जिनके पेरेंटस ने अनुमति दी है। स्कूल को सैनेटाइज किया गया है। सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो कराने के लिए 50 परसेंट अटेंडेंस के साथ स्टूडेंट्स को क्लास में बैठाना है। हमारी पूरी तैयारी है।

वीके मिश्रा, प्रिसिंपल डीपीएस

पेरेंट्स बोले पहले समझ लें

मेरी बेटी 10वीं में इस बार आई है, मैं अपनी बेटी को अभी एक सप्ताह तक स्कूल नहीं भेजूंगी क्योंकि यह पहले देखूंगी कि स्कूल सरकार की गाइड लाइन फॉलो कर पा रहा है कि नहीं। अगर सबकुछ ठीक रहता है तो एक सप्ताह बाद ही बेटी को स्कूल भेजूंगी। स्कूल की स्टडी और ऑनलाइन स्टडी में बहुत अंतर है।

दीक्षा सक्सेना, पेरेंट

-जब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं आती है तब तक हम बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे, क्योंकि बच्चे इतने सक्रिय नहीं होते हैं वह सोशल डिस्टेंसिंग भी फॉलो नहीं कर पाएंगे। ऐसे में बच्चों को स्कूल भेजना और स्कूल ओपन करना ठीक नहीं है। वैक्सीन आने के बाद ही बच्चे को स्कूल भेजूंगी।

राशि पाराशरी, पेरेंट

Posted By: Inextlive