-ऑपरेशन कायाकल्प के तहत डिस्ट्रिक्ट में 1300 स्कूलों का हुआ कायाकल्प

-डीएम नितीश कुमार, स्कूल चलें हम गीत के तहत स्कूलों को कर रहे प्रेरित

बरेली- स्कूल सज-धज कर तैयार हो चुके हैं, बस स्कूलों में इंतजार है तो बच्चों के आने का। जी हां डिस्ट्रिक्ट के रुरल एरिया के 1300 स्कूलों का ऑपरेशन कायाकल्प के तहत जीर्णोद्वार हो चुका है लेकिन कोरोना की वजह से स्कूलों में बच्चों की एंट्री नहीं हो रही है। इन स्कूलों की बिल्डिंग पूरी तरह से बदल चुकी है। स्कूलों में अन्य व्यवस्थाएं भी बदली जा रही हैं और सरकारी स्कूल किसी प्राइवेट स्कूल से कम नजर नहीं आ रहे हैं।

स्कूलों की बदली तस्वीर

बता दें कि डीएम नितीश कुमार ने स्कूलों के जीर्णोद्वार के लिए ऑपरेशन कायाकल्प की शुरुआत की। इसके तहत रुरल एरिया के सभी बेसिक स्कूलों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। बरेली में शुरू किए गए ऑपरेशन को मॉडल के तौर पर पूरे प्रदेश में लागू किया जा रहा है। रुरल एरिया के स्कूलों की तस्वीर बदलने पर डीएम ने सिटी एरिया के बेसिक स्कूलों की भी हालत सुधारने की तैयारी की है। इसके तहत एक अलग ऑपरेशन चलाया जा रहा है। रुरल एरिया में अब तक 1300 स्कूलों का रेनोवेशन किया जा चुका है।

गीत के जरिए कर रहे प्रेरित

डीएम नितीश कुमार ने ऑपरेशन कायाकल्प के तहत स्कूलों में किए गए बदलाव को लेकर एक ट्वीट किया है। इस टवीट में कमिश्नर और यूपी गवर्नमेंट को भी टैग किया गया है। डीएम ने ट्वीट में लिखा है कि स्कूल चले हम, बच्चे भी इंतजार कर रहे हैं, सजे धजे स्कूलों में जाकर पढ़ाई करने का। इस ट्वीट में एक वीडियो भी शेयर किया गया है, जिसमें बदले हुए स्कूलों की तस्वीर दिखायी जा रही है और बैकग्राउंड में स्कूल चलें हम का गीत भी बज रहा है।

यह किए गए हैं बदलाव

ऑपरेशन के तहत सबसे पहले स्कूलों की बिल्डिंग को रेनोवेट किया गया है। जिन स्कूलों में बाउंड्री नहीं थी, वहां बाउंड्री बनायी गई है। इसके अलावा स्कूलों में टॉयलेट भी मॉर्डन बनाए गए हैं। स्कूलों की चाहें अंदर की दीवार हो या फिर क्लास रूम की दीवार, सभी जगह कुछ न कुछ सीखने वाली तस्वीर ही नजर आती है। कहीं साइंस का मॉडल छपा है तो कहीं इंग्लिश की वर्णमाला लिखी है।

स्कूलों के एंट्री प्वाइंट पर फुलवाड़ी

अक्सर प्राइमरी स्कूलों में देखा जाता था कि स्कूल के एंट्री प्वाइंट पर ही बड़ी-बड़ी घास खड़ी होती थी। इसमें भी बदलाव किया गया है। अब स्कूलों के बाहर घास नहीं फुलवाड़ी लगायी गई है। स्कूलों में फर्नीचर भी बदला गया है। जिन स्कूलों में अभी काम बाकी है, उनका काम भी जल्द पूरा कर दिया जाएगा।

गड़बड़ी के भी लगे आरोप

ऑपरेशन कायाकल्प के तहत स्कूलों की तस्वीर बदली है लेकिन अब इसको लेकर कुछ आरोप भी लग रहे हैं। यह आरोप है कि ऑपरेशन में खर्च की रकम को लेकर खेल किया गया है। हालांकि यह शिकायतें कुछ स्कूलों की हैं, जिनकी जांच हो रही है लेकिन कुछ भी हो जब भी अब बच्चे स्कूल जाएंगे तो उन्हें अपना स्कूल पूरी तरह से बदला नजर आएगा।

Posted By: Inextlive