अब नहीं होगी हाई-लो वोल्टेज की टेंशन, बिजली चोरी भी रोकेगा स्मार्ट मीटर
- पुराने मीटर की जगह पर घर-घर लगाए जाएंगे स्मार्ट मीटर
- अभी चार एरिया में ही होगा बदलाव, कंज्यूमर को एसएमएस से मिलेगा बिल ------------ 4 क्षेत्रों किला, शाहदाना, जगतपुर और कुतुबखाना से होगी शुरुआत 70 प्रतिशत तक कम हो जाएगा लोड 1.80-लाख शहर में हैं कंज्यूमर 15-20-शिकायतें आती है डेली 3-4-शिकायतों का ही हो पाता है निपटारा ===========बरेली : अब बिजली की व्यवस्था पहले से ज्यादा हाईटेक होने जा रही है। इससे कई मायनों में कंज्यूमर को फायदा होगा तो वहीं बिजली विभाग भी बेनिफिट उठाएगा। विभाग अब शहर में स्मार्ट मीटर लगाने जा रहा है। यह सामान्य मीटरों से काफी अलग है। अगर आपने अब बिजली बिल जमा नहीं किया तो विभाग इंतजार नहीं करेगा, बल्कि आफिस में बैठे-बैठे सप्लाई को कट कर देगा। कंज्यूमर भी बाहर रहकर अपने घर की बिजली खपत पता कर सकेंगे। वहीं बिजली की किसी यूनिट में खराबी आने पर अपने आप ही लोड कम हो जाएगा।
जल्द दिखेगा बदलावबिजली विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। जल्द ही शहर में मौजूदा मीटर की जगह पर आपको स्मार्ट मीटर नजर आएंगे। हालांकि अभी पायलट प्रोजेक्ट के तहत ट्रायल किया जाएगा। ट्रायल सफल होने के बाद सभी के मीटर चेंज किए जाएंगे। बिजली उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगेंगे, जो कि एचसीएल डाटा बेस से जुडे़ होंगे।
अपने आप कम होगा लोड बिजली उत्पादन केंद्र पर कभी कोई कमी आ जाती है तो कई एरिया की बिजली सप्लाई कट करनी पड़ती है। ऐसे में एक दो एरिया में ही बिजली सप्लाई की जाती है जबकि दूसरे एरिया में कट करनी पड़ती है। लेकिन स्मार्ट मीटर लगने के बाद से अगर बिजली उत्पादन प्लांट में खराबी आई तो स्मार्ट मीटर लगा होने से लोड अपने आप 70 प्रतिशत तक कम हो जाएगा। इससे बिजली विभाग को राहत मिलेगी और कंज्यूमर को भी। कंज्यूमर को यह मिलेगा बेनिफिट - घर पर पंखा या फिर एसी ऑन है तो लोड बढ़ने पर आप समझ जाएंगे कि आपके घर में बिजली के उपकरण ऑन है। - कंज्यूमर को उसके मोबाइल पर ही पूरी जानकारी मिलेगी कि घर में किस समय में कितनी बिजली खर्च हुई है और कितना खर्च आया है। - लोड कटऑफ की सुविधा होने पर इंवर्टर की जरूरत नहीं होगी। क्योंकि उत्पादन कम होने पर तो पूरे इलाके की सप्लाई बंद होने की बजाय बंट जाएगी। बिजली विभाग को यह होगा फायदा-शुल्क जमा नहीं कराने पर सेंटर से ही सप्लाई बंद की जा सकेगी। मीटर में लगे आइसोलेटर डिस्कनेक्ट हो जाएंगे
- रियल टाइम में मॉनिटरिंग से बिजली विभाग को फायदा होगा। एक साथ लोड बढ़ने पर मिलेगी जानकारी, आसानी से पकड़ी जा सकेगी चोरी - स्मार्ट मीटर खरीदने और उसे लगाने के लिए पैसा नहीं देना होगा। यह खर्चा मीटर लगाने वाली कंपनी उठाएगी। इसीलिए स्मार्ट मीटर से जुड़ी गणना होगी। - घर-दुकान फैक्ट्री जाकर रीडिंग लेने से निजात मिलेगी। ऑनलाइन रीडिंग की होगी व्यवस्था। =================== इन 4 क्षेत्रों में मिलेगी सुविधा बिजली विभाग के एसई ने बताया कि पहले लखनऊ में स्मार्ट मीटर की व्यवस्था लागू हो चुकी है। अब बरेली सहित दूसरे डिस्ट्रिक्ट का नंबर है। मुख्यालय से स्मार्ट मीटर लगाने के बारे में सुझाव मांगे गए थे कि किन क्षेत्र में बिजली की खपत जरूरत से ज्यादा हो रही है। मुख्यालय को किला, शाहदाना, जगतपुर और कुतुबखाना क्षेत्र का नाम सुझाया गया है। इन चार क्षेत्रों में कनेक्शन से अधिक लोड चल रहा है। जिसे देखते हुए इनके नाम सजेस्ट किए गए हैं। एसएमएस से मिलेगा बिलस्मार्ट मीटर का एक सबसे बड़ा फायदा यह है कि रीडिंग भी जनरेट हो सकेगी। मीटर रीडिंग लेने कर्मचारी घर-घर नहीं जाएंगे। बिजली बिल जनरेट होकर उपभोक्ताओं को एसएमएस के जरिए मिल जाएंगे। उसके बाद उपभोक्ता अपने बिजली बिल का भुगतान कर सकेंगे, जिन लोगों का मोबाइल नंबर नहीं होगा उन्हें हर महीने बिजली का बिल घर पर भेजा जाएगा।
नहीं हो पाएगी वसूली अब तक जो व्यवस्था है, उसमें मीटर रीडिंग के लिए कर्मचारी घर पर जाते हैं। रीडिंग अधिक दिखाते हैं और कार्रवाई का डर दिखाकर रुपये ऐंठने का काम करते हैं। ऐसे में स्मार्ट मीटर लगने पर इन तमाम समस्याओं से राहत मिलेगी।