- बीएसएल टू लैब में कार्यरत हेल्थ वर्कर पॉजिटिव, प्रभारी ने उड़ाई गाइडलाइन की धज्जियां

बरेली: कोरोना को लेकर हर कोई अलर्ट है। इससे बचने के लिए लोग बचाव भी कर रहे हैं लेकिन जिस डिपार्टमेंट पर लोगों को कोरोना से बचाने की जिम्मेदारी है, वह ही इससे खिलवाड़ कर रहे हैं। आपको जानकर हैरानी होगी डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में कोरोना जांच के लिए बनाई गई बीएसएल टू लैब में काम करने वाले की रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव आने के बाद भी वह काम करता रहा। इतना ही नहीं जिम्मेदारों ने लैब बंदकर सैनेटाइज करने की जहमत भी नहीं उठाई। साथ ही वहां आने वाले लोगों की सैंपलिंग होती रही।

लैब नहीं की सैनेटाइज

लैब में तैनात लैब अटेंडेंट कोरोना पॉजिटिव पाया गया, जानकारी के बाद भी प्रभारी ने लैब को सैनेटाइज तक कराने की जहमत नहीं उठाई। दोपहर एक बजे तक लैब में मरीजों की सैपलिंग जारी रही। वहीं इस बारे में जब लैब अटेंडेंट से बात की तो उन्होंने बताया कि सूचना देर से मिली इसलिए सैंपलिंग होती रही। वह अगले दिन लैब सैनेटाइज कराएंगे।

इतने लोगों की सैंपलिंग

कोरोना का प्रकोप जारी होने के करीब तीन माह बाद डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल परिसर में बीएसएल टू लैब स्थापित की गई थी, यहां मरीजों की आरटीपीसीआर जांच की जा रही है। सैटरडे को स्टाफ की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद भी दोपहर करीब डेढ़ बजे तक 24 मरीजों की सैंपलिंग की जा चुकी थी।

यह है गाइडलाइन

शासन की गाइड लाइन की माने तो किसी भी ऑफिस का अगर कोई कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो ऑफिस को 48 घंटे के लिए बंद कर ऑफिस को सेनेटाइज किया जाता है।

स्टाफ के पॉजिटिव आने की सूचना देरी से मिली थी, शासनादेश के अनुपालन में लैब को दो बार सैनेटाइज कराया जाएगा। इसके बाद ही सैंपलिंग शुरु कराई जाएगी।

डॉ। यूबी सिंह, प्रभारी बीएसल टू लैब

Posted By: Inextlive