चौबारी में स्थित हाइड्रोफार्म का किया निरीक्षण खूब की सराहना नहीं होता रसायनिक खाद का इस्तेमाल पानी से दे रहे पोष्क तत्व


बरेली(ब्यूरो )। बागवानी उगाने शौकीन लोगों ने अलग-अलग तरीका डूंढ लिया है। ऐसा ही एक जगह देखने को मिला है। जहां पर पाइप के बीच में लटकती पौध और उस पर लगी खूबसूरत स्ट्राबेरी। न किसी रसायनिक खाद का इस्तेमाल और पानी के जरिए ही पोषक तत्व का मिश्रण। पानी के पाइप में उगी स्ट्राबेरी देखकर नोडल अधिकारी नवनीत सहगल गदगद हो गए। उन्होंने खेती की इस पद्धति को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए।


जिले के नोडल अधिकारी डा। नवनीत सहगल गुरुवार सुबह चौबारी स्थित बबिया में सहज भारत हाइड्रोफार्म का निरीक्षण करने पहुंचे थे। उन्होंने इस फार्म की सराहना की। इसकी लेयङ्क्षरग आदि के बारे में पूछा। हाइड्रोफार्म के प्रबंधक एसपी ङ्क्षसह ने बताया कि यह देश का पहला आठ लेयर हाईड्रोपोनिक फार्मिंग प्रोजेक्ट है। यहां पर जो फसल उगाई जा रही है, वह मिट्टी पर नहीं बल्कि विभिन्न प्रकार के पाइप की लेयर तैयार कर उन पर खेती की जा रही है। पूरा प्लांट स्वचलित है और सुरक्षित भी। इस खेती में किसी प्रकार की रासायनिक खाद का भी प्रयोग नहीं किया गया है। फिलहाल इसमें स्ट्राबेरी की खेती की जाती है। हाईड्रोफार्मिग प्रोजेक्ट एक हजार वर्ग फुट क्षेत्रफल पर लगाया गया है। इसमें साधारण खेती के मुकाबले केवल एक दो प्रतिशत पानी की खपत होती है। इस प्लांट को प्लास्टिक पाइप से तैयार किया गया है। इन पाइपों में पौधों के लिए जरूरी पोषक तत्व पानी के जरिये भेजे जाते है। इस प्लांट के ऊपर एक पारदर्शी प्लास्टिक की शीट लगाई गई है, जिससे सूर्य का प्रकाश पौधों को मिलता रहे। इस प्लांट में तैयार फसल को न कोई कीट लग सकता है और न ही कोई बीमारी हो सकती है क्योंकि कीड़े भूमि से लगते हैं और बीमारियां वातावरण से आती हैं, इसीलिए यह सुरक्षित प्लांट है। इस दौरान सीडीओ चंद्र मोहन गर्ग समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive