-अभी तक एक लाख करीब बच्चों को बांटे जाने हैं स्वेटर, 20 परसेंट को ही हो पाया वितरण

-किसान आंदोलन की वजह से ट्रक नहीं आ पा रहे बरेली, फंसी डिलीवरी

2896- परिषदीय स्कूलों की संख्या

3-लाख 46 हजार स्वेटर दिए जाने वालेच्बच्चों की संख्या

2-लाख 47 हजार स्वेटर फर्मों की ओर से अब तक दिए गए

बरेली : जिले के परिषदीय विद्यालयों के करीब एक चख बच्चे किसान आंदोलन का खामियाजा भुगत रहे हैं.च्इन बच्चों को भी फ्री स्वेटर मिलना था। लेकिन अब तक स्वेटर की व्यवस्था नहीं हो पाई। अफसर कह रहे कि किसान आंदोलन की वजह से स्वेटर के चार ट्रक अंबाला में कई दिनों से फंसे हैं। इसी वजह से स्वेटर की डिलीवरी नहीं हो पा रही।

नहीं हो पा रही डिलीवरी

बेसिक शिक्षा परिषद के अंतर्गत बरेली में 2,894 प्राइमरी व जूनियर हाईस्कूल संचालित हैं। इन स्कूलों में पढ़ने वाले 3,4च्,979 बच्चों को स्वेटर दिए थे। इसकी जिम्मेदारी बीके थापर, महालक्ष्मी इंटर प्राइजेज और मयूर सेल्स फर्म को सौंपी गई। नवंबर के पहले सप्ताह में वितरण शुरू भी हो गया। 13 नवंबर तक दो ब्लॉक में स्वच्टर बच्चों तक पहुंचा दिए गए। इनमें महालक्ष्मी फर्म ने अपने हिस्से का 20 फीसद स्वेटर बांट दिया है। जबकि बाकी डिलीवरी थॉपर और मयूर सेल्स को बाकी स्वेटर देना है। लेकिन किसान आंदोलन की वजह से अंबाला में दोनों फर्म के दो-दो ट्रक फंस गए हैं। इस वजह से करीब एकच् लाख बच्चे ऐसे हैं, जिन्हें अब तक स्वेटर नहीं मिल पाया है।

स्वेटर प्राथमिकता के आधार पर वितरित कराए जा रहे हैं। किसान आंदोलन की वजह से चार ट्रक अंबाला में फंसे हैं। हम लगातार फर्म के संपर्क में हैं। स्वेटरच्आते ही बच्चों को उपलब्ध कराए जाएंगे।

विनय कुमार, बीएसए बरेली

Posted By: Inextlive