-सुभाष नगर पुलिया में लग रहा जाम, लोग रेलवे पटरियों पर चला रहे गाडियां

-चौपला डाइवर्जन भी बना जाम का कारण, बढ़ रही राहगीरों की मुसीबतें

बरेली: फोटो में जो आपको बाइक्स और साइकिल के साथ पैदल निकल रहे राहगीर तो दिख रहे होंगे यह कोई मेन रास्ता या फिर रोड नहीं बल्कि एनईआर प्लेटफार्म की रेलवे ट्रैक है। दरअसल चौपुला पुल निर्माण कार्य के चलते प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस ने चौपुला चौराहा से जाने वाला रास्ता 75 दिनों के लिए बंद कर दिया है। ऐसे में लोगों को सुभाषनगर पुलिया के नीचे से होकर गुजरना पड़ रहा है जहां पर आए दिन अक्सर जाम का झाम बना रहता है। इस जाम के झाम से बचने के लिए लोगों ने शॉर्टकट निकलने का रास्ता रेलवे ट्रैक को बना लिया है। अब ऐसे में रेलवे ट्रैक से निकलने वाले वाहन ट्रैक पर कभी भी फंस जाए या फिर अचानक ट्रेन आ जाए तो किसी बड़े हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता है। फिलहाल इन लोगों को निकलता जिम्मेदारों ने भी देखा लेकिन उन्होंने इनको रोकने तक की जहमत नहीं उठाई।

नहीं थी खुद की चिंता

सुभाष नगर पुलिया पर जाम से बचने के लिए लोगों ने अपने जान की बाजी लगाते हुए पटरियों पर से निकला शुरू कर दिया। थोड़ा ज्यादा समय लगाने से बेहतर लोगों को अपनी जान पर खेलना ज्यादा सरल लगा। टू-व्हीलर के साथ ही पैदल लोग भी एनआर और एनईआर के कुल छह प्लेटफॉर्म को पार कर के दूसरी तरफ जा रहे थे। इतना ही नहीं रेलवे ट्रैक को पार करने के लिए पहले निकलने की जल्दी में एक दो बार लोग आपस में भी भिड़ने को तैयार हो गए। जबकि कई लोग एक दूसरे की बाइक को उठाकर रेलवे ट्रैक पार करवा रहे थे। बिना किसी बैरियर के लोगों का काफिला यूं ही चलता रहा तो बड़ा हादसा हो सकता है।

जिम्मेदार भी लापरवाह

सुभाष नगर पुलिया पर पुलिस की तैनाती होने के बावजूद लोग पटरियों से निकल रहें है। जबकि रेलवे पर व्यवस्था संभालने के लिए जीआरपी और आरपीएफ थाना भी हैं। इसके बाद भी किसी जिम्मेदार ने अपनी जिम्मेदारी निभाना जरूरी नहीं समझा, शायद वह भी किसी बड़े हादसे के इंतजार में बैठे हैं। जाम लगने वाली जगहों पर खासकर व्यवस्था ज्यादा चौक चौबंद होनी चाहिए ताकि लोगों को ऐसा काम करने की हिम्मत ही न जुटा सकें।

सुभाषनगर पुलिया होते हुए शहर आने के लिए पसीने छूट जाते हैं। कई बार पुलिस सुभाषनगर पुलिया पर मौजूद नहीं होती है तो कई मीटर लंबा जाम लग जाता है। ऐसे में इधर से निकलने वालों को बहुत समस्या हो रही है।

अनुज पाल

अभी तो सिर्फ डायवर्जन की शुरूआत है। कितनी प्रॉब्लम सुभाषनगर की पुलिया की तरफ से होकर निकलने वालों को हो रही है। वही जानते हैं। लेकिन इसके बाद भी कोई ठोस इंतजाम नहीं है जिससे जाम से मुक्त मिल सके।

सूरज श्रीवास्तव

सुभाषनगर की पुलिया पर सुबह से शाम तक जाम का झाम लगा रहता है। ऐसे में लोग निकलने की जल्दी में बाइक और स्कूटर सवार रेलवे प्लेटफार्म से होकर निकलने लगते हैं। लेकिन यह और भी ज्यादा रिस्क से भरा हुआ है।

नितिन कश्यप

Posted By: Inextlive