- प्लेटफार्म पर ट्रेन के घंटों इंतजार से मांसपेशियों में खिंचाव की समस्या-रेलवे के हॉस्पिटल में बढ़ी पेशेंट्स की संख्या

BAREILLY:

ट्रेनों का विलंब से चलना यात्रियों की बीमारी का कारण बन गई है। प्लेटफार्म पर बैठ कर ट्रेनों का घंटों इंतजार के कारण यात्रियों की मांसपेशियों में खिंचाव और दूसरी बीमारियां घर कर रही है। इलाज के लिए उन्हें डॉक्टर से सलाह लेनी पड़ रही है। पिछले कुछ दिनों में रेलवे हॉस्पिटल में पेशेंट की संख्या काफी बढ़ी है।

 

चार गुना बढ़े पेशेंट

रेलवे हॉस्पिटल में इस समय रोजाना 50 से 60 पेशेंट पहुंच रहे हैं। इनमें से रेलवे यात्रियों की संख्या 14-15 होती हैं। कभी-कभी तो यह संख्या और भी अधिक होती है। जबकि, गर्मी की दिनों में सफर के दौरान ही यात्रियों की हालत बिगड़ने का मामला सामने आता है, लेकिन इस समय यात्री सफर शुरू करने से पहले ही बीमार पड़ जा रहे हैं। ज्यादातर यात्री सर्दी-जुकाम की शिकायत कर रहे हैं। वहीं घंटों ट्रेन का इंतजार करने के कारण गले, कमर और पैर में खिंचाव महसूस कर रहे हैं।

 

ट्रेनें पहुंच रही काफी लेट

दरअसल, जर्जर पटरियों के कारण राजधानी, सुपरफास्ट और एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों भी कॉशन के सहारे 10 से 30 किमी प्रति घंटे के स्पीड से गुजारी जा रही है। लिहाजा ट्रेनें अपने रनिंग समय पीछे चल रही हैं। आलम यह है कि ट्रेनें 20 से 25 घंटे विलंब से चल रही हैं। जिस वजह से संबंधित स्टेशनों पर काफी देरी से पहुंची रही हैं। ऐसे में ट्रेनों के इंतजार में यात्रियों को प्लेटफार्म पर ही समय काटना पड़ रहा है।

 

बाहर का खाना पड़ रहा

आईआरसीटीसी पर भी ट्रेनों के रनिंग का स्टेट्स पीछे चल रहा है। एक-एक घंटे की टाइमिंग में बढ़ोतरी ही दिखा रही है। ऐसे में यात्री भी ट्रेन छूटने के डर से निर्धारित समय पर ही स्टेशन पहुंच जा रहे हैं। जिससे उनके ट्रेन के इंतजार की घडि़यां और लम्बी हो जा रही है। सफर के लिए जो खाने-पीने का सामान लेकर घर से निकल रहे हैं, वह प्लेटफार्म पर ट्रेन का इंतजार करने के दौरान ही खत्म हो जा रहे हैं। जिसके कारण उन्हें भूख मिटाने के लिए बाहर की बैक्टिरिया युक्त चीजें खानी-पीनी पड़ रही हैं, जो कि यात्रियों के लिए और मुसीबत पैदा कर रही है।

 

बीमारी का कारण

- नींद पूरी नहीं होना।

- पोश्चर सही नहीं होना।

- बाहरी खानपान।

- सामान की सुरक्षा को लेकर मेंटली डिस्टर्ब।

- भीड़ का एक ही जगह पर घंटों इकट्ठा रहना। संक्रमित बीमारियां फैलने का कारण।

 

क्या है बचाव

-खाने-पीने की चीजें घर की हो।

- सामान्य दर्द निवारक दवाएं अपने साथ रखें।

- सर्दी का मौसम होने से गर्म कपड़े जरूर कैरी करें।

- इमरजेंसी न हो तो अपनी यात्रा रद कर दें।

 

ट्रेन - घंटे विलंब

अवध-आसाम - 13

अर्चना सुपरफास्ट - 9.30

जननायक एक्स। - 13

अम्बाला-सहारनपुर - 27

शहीद एक्स। - 4.45

सियालदह - 3.30

 

 

 

इस समय यात्रियों में सर्दी-जुकाम और बदन दर्द की समस्या ज्यादा हो रही है। जिन्हें जरूरी दवा देकर छुट्टी कर दी जाती है।

डॉ। वेद प्रकाश, रेलवे जंक्शन

 

घंटों टेड़े-मेढ़े पड़े रहने की वजह से मांसपेशियों में खिंचाव की समस्या उत्पन्न होती है। सही पोश्चर में होने से इस समस्या से बचा जा सकता है।

अजय मोहन अग्रवाल, फिजिशियन, डिस्ट्रिक हॉस्पिटल

 

अवध-आसाम की पिछले 8 घंटे से प्लेटफार्म पर वेट कर रहा हूं। बदन में दर्द शुरू हो गया है। रेलवे हॉस्पिटल जाकर दवा लेनी पड़ी।

आनंद, यात्री

Posted By: Inextlive