यह भी जानें

-136 लीटर पानी एक व्यक्ति खर्च करता है डेली

-122 वॉशिंग सेंटर शहर में हैं रजिस्टर्ड

-150 से ज्यादा वॉशिंग सेंटर बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे

- दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के रियलिटी चेक में पता चली गिरते वाटर लेवल की हकीकत

-सौ फुटा रोड, छोटी विहार और पीलीभीत बाईपास रोड पर वॉशिंग सेंटर डेली बहा रहे हजारों लीटर पानी

बरेली: गर्मी आने को है जिससे वाटर लेवल में कमी आना स्वाभिक है। सर्दी के टाइम वाटर लेवल में कमी कैसे आई, यह जानने के लिए संडे को जब दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने रियलिटी चेक किया तो चौंकाने वाली हकीकत सामने आई। शहर के वॉशिंग सेंटर गाड़ी धुलाई के नाम पर डेली हजारों लीटर पानी वेस्ट कर रहे हैं। यहां तक की बरेलियंस भी बर्तन धुलने और कपड़े धुलने के नाम पर खूब पानी वेस्ट कर रहे हैं लेकिन जिम्मेदार आंखें मूंदे हुए हैं। अगर यही हाल रहा तो गर्मियों में पानी की कमी से जूझना पड़ सकता है।

यहां हो रहा पानी वेस्ट

शहर के सौ फुटा रोड, छोटी विहार, पीलीभीत बाईपास रोड, चौपुला अयूब खां रोड और स्टेडियम रोड आदि जगहों पर कई वॉशिंग सेंटर हैं, जो डेली लाखों लीटर पानी वेस्ट कर रहे हैं। वो भी तब जब शहर में अंडरग्राउंड वाटर लेवल दिन-ब-दिन गिर रहा है।

भू-गर्भ जल विभाग ने चेताया

साल 2018-19 मार्च में भू-गर्भ जल विभाग ने डीएम को लेटर भेजकर शहर में गिर रहे अंडर ग्राउंड वाटर लेवल को लेकर चेताया था। जिस पर प्रशासन ने समस्त सरकारी विभागों को नोटिस देकर जल संरक्षण को लेकर पुख्ता कदम उठाए जाने के आदेश दिए लेकिन यह आदेश भी फाइलों में कहीं गुम हो गया।

बदहाल रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम

दो साल पहले प्रशासन ने सभी सरकारी विभागों को नोटिस जारी कर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने के आदेश दिए थे, लेकिन सिर्फ विकास भवन, डिस्ट्रिक्ट फीमेल हॉस्पिटल, बीडीए और कमिश्नरी में ही लगाया गया। वो भी अनदेखी के चलते बदहाल हो गया।

पानी के सोर्स लगातार कम हो रहे हैं। जहां तालाब थे वहां बिल्डिंग निर्माण कर दिया गया। सभी विभागों को रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाना चाहिए। समय-समय पर प्रशासन को विभागीय रिपोर्ट देते हैं। लेकिन स्थिति में कोई सुधार नही है।

दिनेश सिंह, हाईड्रियोलॉजिस्ट।

Posted By: Inextlive