वैक्सीन न लगवाने पर भी &वैक्सीनेशन डन सक्सेसफुली&य का लोगों के पास आ रहा मैसेज जिसके बाद स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंच रहे लोगों से कहा जा रहा आपका वैक्सीनेशन हो चुका है अब कुछ नहीं हो सकता

फैक्ट एंड फिगर
31.17 लाख लोगों को प्रीकॉसन डोज लगाने का है लक्ष्य
75 दिनों फ्री लगाई जा रही है प्रीकॉशन डोज

बरेली(ब्यूरो)। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत सरकार की ओर से 75 दिनों के लिए प्रीकॉशन डोज को फ्री किया गया है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग को 31.17 लाख लोगों को प्रीकॉशन डोज लगाने का लक्ष्य दिया गया है। लेकिन, जिले में लोगों के पास बिना प्रीकॉशन डोज लगवाए &यू हैव सक्सेसफुली वैक्सीनेटिड विद योर प्रीकॉशन डोज&य का मैसेज आ रहा है। इसके बाद लोग परेशान होकर जानकारी लेने के लिए स्वास्थ्य केंद्रों पर जा रहे हैैं तो उन्हें गोलमोल जबाव दिए जा रहे हैैं। हालांकि इसको लेकर सीएमओ का कहना है कि अगर ऐसी समस्या आ रही है तो इसकी दिखवाया जाएगा।

लौटा रहे वापस
जिले में 15 जुलाई से 18 से 59 साल तक के लोगों को आजादी के अमृत महोत्सव को देखते हुए फ्री बूस्टर डोज लगाई जा रही है। 75 दिनों में सभी को बूस्टर डोज लगाना है। लोगों का कहना है कि स्वास्थ विभाग बिना वैक्सीन लगवाए ही प्रीकॉशन डोज लगवाने का मैसेज भेज रहा है। वहीं, वैक्सीनेशन सेंटर पर बूस्टर डोज लगवाने के लिए जा रहे कई लोगों को बिना लगाए ही लौटा दिया जा रहा है। इस पर कई लोग कह रहे हैैं कि कही स्वास्थ्य विभाग अपना लक्ष्य पूरा तो नहीं कर रहा है।

नहीं गए स्वास्थ्य केंद्र
शशि प्रभा ने बताया कि वह वैक्सीनेशन के लिए स्वास्थ्य केंद्र जाने की सोच ही रहे थे। लेकिन, उससे पहले वैक्सीनेशन डन सक्सेसफुली का मैसेज फोन पर दिखाई दिया। जिसे देख वह चौंक गए, उन्होंने इसकी जानकारी स्वास्थ्य केंद्र के अधिकारियों को दी। जहां से संबंधित अधिकारियों का कहना था कि आपका वैक्सीनेशन हो गया है। हम कुछ नहीं कर सकते। यह घटना सिर्फ एक या दो लोगों के साथ नहीं बल्कि 50 से अधिक लोगों के फोन में आ रही है। इससे परेशान होकर लोग स्वास्थ्य केंद्र पर जा रहे हैैं।

केस 1
बिजनौर निवासी रविन्द्र बालियान ने बताया कि वह फरीदपुर स्थित एक फैक्ट्री में जॉब करते थे। उन्होंने बताया कि कोविड वैक्सीन की दोनों डोज पत्नी के साथ फरीदपुर सीएचसी पर लगवाई थी। रविंद्र ने करीब तीन माह पहले बुलंद शहर की शुगर मिल में जॉब ज्वाइन कर ली। तब से वह और उनकी पत्नी फरीदपुर नहीं रहते हैं। उनके और उनकी पत्नी के पास सैटरडे को बूस्टर डोज लगने का मैसेज आ गया। अब वह परेशान हैं कि उनको बूस्टर डोज कैसे लगेगी।

केस 2
शहर के सुभाष नगर निवासी हरिओम फरीदपुर की शुगर मिल में जॉब करते हैं। उन्होंने पत्नी के साथ फरीदपुर सीएचसी पर कोविड वैक्सीनेशन कराया था। बूस्टर डोज लगवाने के लिए प्लान कर ही रहे थे, सैटरडे को वह ड्यूटी पर थे। इसके बाद भी फरीदपुर सीएचसी से उनके और उनकी पत्नी के मोबाइल पर वैक्शीन लगवाने का मैसेज आ गया। इसके बाद वह अब सीएचसी पर गए तो पता चला कि अब वैक्सीन नहीं लगाई जा सकी है।

केस 3
फरीदपुर कस्बा निवासी योगेश ने बताया कि उन्होंने कोविड वैक्सीन लगवाई थी। वैक्सीन की दोनों डोज तो समय पर लगवा ली थी। बूस्टर डोल के लिए मैसेज आने का इंतजार कर रहे थे। लेकिन इसी बीच उससे पहले सैटरडे को उनके और परिवार के तीन अन्य मेंबर के मोबाइल पर वैक्सीनेशन डन सक्सेसफुली का मैसेज आ गया। हालांकि इसके बाद वह सीएचसी पर पहुंचे तो डॉक्टर्स ने बताया कि अब वह वैक्सीन नहीं लगा सकते हैं क्योंकि मैसेज आ चुका है।

वर्जन
बिना प्रीकॉशन डोज लगवाए ही वैक्सीन लगने का मैसेज आने की जानकारी हुई है। एक दो लोगों के पास हो सकता है मैसेज चला गया हो। लेकिन, फिर भी इसको लेकर टीम भेजकर जांच कराई जाएगी।
-डॉ। बलवीर सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी

Posted By: Inextlive