बिना निर्माण कराए सहजनवां ब्लॉक में 79 लाख रुपए गबन का मामला सामने आया. अभी इसकी जांच चल ही रही थी कि ऐसा ही घोटाला भटहट ब्लॉक के करमहां बुजुर्ग गांव में भी पकड़ा गया है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत बिना 112 टायलेट का निर्माण कराए ही 11.68 लाख रुपए का भुगतान करा लिया गया। डीएम विजय किरन आनंद ने इस मामले में पूर्व महिला प्रधान गुड्डी देवी, उनके पति मनोज कुमार और दोषी पाए गए इंडियन बैंक की भटहट शाखा में तैनात तत्कालीन कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश दिया है। साथ ही तत्कालीन पंचायत सचिव फिरदौस जहां के खिलाफ कठोर विभागीय कार्यवाही के लिए डीपीआरओ को निर्देशित किया है।बैंकर्मियों की मिलीभगत से हुआ भुगतान


डीपीआरओ हिमांशु शेखर ठाकुर ने बताया कि शिकायत पर तीन सदस्यीय कमेटी से मामले की जांच कराई गई थी। जांच कमेटी में एडीओ पंचायत पिपरौली, जिला कार्यक्रम अधिकारी और जिलापूर्ति अधिकारी शामिल थे.कमेटी ने 17 मई 2022 को जांच रिपोर्ट सौंपी। जिसमें आरोप सही पाए गए। ग्राम निधि-6 के खाता संख्या से 11.68 लाख रुपए निकाल लिए गए और मौके पर टॉयलेट का निर्माण कराया ही नहीं गया। ये सभी भुगतान 112 चेकों के माध्यम से किया गया। गांव के निवासी ही नहीं

जांच में पता चला कि जिन 112 लाभार्थियों के नाम पर टॉयलेट की रकम हड़पी गई। उसमें से करीब 60 ऐसे हैं जो उस गांव के निवासी ही नहीं हैं। भुगतान में बैंककर्मियों की भी मिलीभगत सामने आई है। साथ ही तत्कालीन ग्राम पंचायत सचिव, समय-समय पर रोकड़ बही और बैंक स्टेटमेंट की नियमित निगरानी नहीं करने की दोषी पाई गई। जिसपर डीएम ने संबंधित के खिलाफ एफआईआर और विभागीय कार्रवाई का निर्देश दिया है।फर्जीवाड़े मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई गई थी। जिससे जांच कराई गई थी। रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने पूर्व प्रधान, उनके पति और संबंधित बैंक कर्मियों के खिलाफ एफआईआर कराने का निर्देश दिया है। तहरीर तैयार कराई जा रही है। जल्द ही मुकदमा भी दर्ज करा दिया जाएगा। - इंद्रजीत सिंह, सीडीओ

Posted By: Inextlive