भारत सरकार द्वारा 14 फिक्स डोज कंबीनेशन दवाओं पर लगाए गए प्रतिबंध के बाद ड्रग विभाग ने व्यापारियों के स्टॉक की जांच शुरू कर दी है.


गोरखपुर (ब्यूरो)।ड्रग इंस्पेक्टर जय सिंह ने निर्देश दिया है कि प्रतिबंधित दवाएं तत्काल कंपनियों को वापस भेजी जाएं। उन्होंने दुकानदारों से प्रतिबंधित दवाओं का स्टॉक यथाशीघ्र उपलब्ध कराने को कहा है।चार दुकानदारों ने कराया उपलब्धशनिवार को ड्रग विभाग को प्रतिबंधित दवाओं का जो स्टॉक व्यापारियों द्वारा उपलब्ध कराया गया। उसके अनुसार भालोटिया मार्केट में 30 हजार कोडिस्टार कफ सिरप, 500 स्कोरिल सी सिरप, 2400 नियोपार प्लस टैबलेट, 500 लीकुफ उपलब्ध है। जय सिंह ने बताया कि अभी चार दुकानदारों ने स्टॉक उपलब्ध कराया है। एक-दो दिन में जिले में उपलब्ध प्रतिबंधित दवाओं की संख्या पता चल जाएगी। दुकानदारों को इन दवाओं को यथाशीघ्र कंपनियों को वापस करने का निर्देश दिया गया है। किसी दुकान पर ये दवाएं बिकती मिलीं तो दुकानदार के खिलाफ विधिक कार्यवाही की जाएगी।14 फिक्स डोज प्रतिबंधित
दवा विक्रेता समिति के अध्यक्ष योगेंद्र दूबे व महामंत्री आलोक चौरसिया ने बताया कि जो 14 फिक्स डोज कंबीनेशन प्रतिबंधित किए गए हैं, इससे सभी कंपनियों के लगभग 250 से 300 ब्रांड प्रतिबंधित हो जाएंगे। इन दवाओं की गोरखपुर में प्रतिदिन की बिक्री लगभग 70 लाख रुपए की है। कंपनियां सरकार से समय मांग रही हैं, क्योंकि बाजार में बड़ी मात्रा में दवाएं उपलब्ध हैं।इन फिक्स डोज कंबीनेशन दवाओं पर लगा है प्रतिबंध


- निमेसुलाइड, पेरासिटामोल टैबलेट- एमाक्सीसिलीन, ब्रोमहेक्सिन- फोल्कोडाइन, प्रोमेथाजिन-क्लोरफेनिरामाइन नरेट, डेक्स्ट्रोमेथोरफान, गुइफेनेसीन, अमोनियम क्लोराइड, मेंथाल-अमोनियम क्लोराइड, ब्रोमहेक्सिन, डेक्सट्रोमेथार्फन-क्लोरफेनिरामाइन मैलेट, कोडीन सिरप- ब्रोमहेक्सिन, डेक्सट्रोमेथार्फन, अमोनियम क्लोराइड, मेंथाल- डेक्स्ट्रोमेथोरफान, क्लोरफेनिरामाइन मैलेट, गुइफेनेसीन, अमोनियम क्लोराइड- पेरासिटामाल, ब्रोमहेक्सिन, फिनाइलफ्र ाइन, क्लोरफेनिरामाइन, गुइफेनेसिन- सालबुटामोल, ब्रोमहेक्सिन-क्लोरफेनिरामाइन, कोडीन फास्फेट, मेंथाल सिरप- फिनाइटोइन, फेनोबार्बिटोन सोडियम- अमोनियम क्लोराइड, सोडियम साइट्रेट, क्लोरफेनिरामाइन मैलेट, मेंथाल सिरप-सालबुटामोल, हाईड्राक्सी एथिल थियोफिलाइन, ब्रोमहेक्सिन

Posted By: Inextlive