- दो सैंपल में डेल्टा प्लस की पुष्टि होने से अलर्ट हुआ बीआरडी मेडिकल कॉलेज

- मुंबई, दिल्ली व मध्य प्रदेश से आए लोगों के सैंपल की होगी जांच

GORAKHPUR:

पूवरंचल के दो मरीजों के सैंपल में कोरोना के सबसे खतरनाक वैरिएंट डेल्टा प्लस की पुष्टि होने पर बीआरडी मेडिकल कॉलेज अलर्ट हो चुका है। जुलाई में बाहर से आए पॉजिटिव 14 लोगों के सैंपल बीआरडी मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट ने जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए दिल्ली स्थित इंस्टीट्यूट आफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी (आइजीआइबी) भेजे हैं।

पिछले हफ्ते आई थी रिपोर्ट

माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट के हेड ऑफ डिपार्टमेंट प्रो। डॉ। अमरेश कुमार सिंह ने बताया, पहले भेजे गए 30 लोगों के सैंपलों की रिपोर्ट पिछले सप्ताह आई। उसमें दो में डेल्टा प्लस, एक में कप्पा व 27 में डेल्टा की पुष्टि हुई है। डेल्टा को दूसरी लहर का जिम्मेदार माना जा रहा है, अपेक्षाकृत यह वैरिएंट कम खतरनाक होता है। लेकिन डेल्टा प्लस व कप्पा को लेकर कॉलेज प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। माना जा रहा है कि कोरोना के इन दो स्वरूपों ने यहां अनेक लोगों को संक्रमित किया होगा। इसलिए इस बार भेजे गए नमूनों में दिल्ली, मुंबई व मध्य प्रदेश से आए पाजिटिव लोगों के साथ ही स्थानीय लोगों के सैंपल भी भेजे गए हैं। माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट का मानना है कि यदि स्थानीय लोगों के सैंपल में डेल्टा प्लस या कप्पा की पुष्टि होती है तो विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत होगी। क्योंकि इन दोनों वैरिएंट की संक्रमित करने की व मारक क्षमता कई गुना ज्यादा होती है। जीनोम सिक्वेंसिंग की रिपोर्ट आने के बाद इनकी रोकथाम के लिए कड़े कदम उठाए जा सकते हैं।

59 सैंपल के रिपोर्ट का होगा इंतजार

एचओडी ने बताया, अब तक आइजीआइबी में माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट ने 75 सैंपल भेजे हैं। इनमें से अभी तक केवल 30 की रिपोर्ट आई है। शेष 45 की रिपोर्ट का इंतजार है। अब जो 14 नए सैंपल भेजे गए हैं। इस प्रकार कुल 59 सैंपल की रिपोर्ट का इंतजार है।

वर्जन

सैंपल उन मरीजों के भेजे गए हैं, जिनकी सीटी वैल्यू 25 से कम थी या वे बाहर से आए थे। सीटी वैल्यू 25 से कम वाले मरीजों को गंभीर माना जाता है। हर हफ्ते रैंमडली सैंपल भेजे जाएंगे।

प्रो। डॉ। अमरेश कुमार सिंह, एचओडी, माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट

Posted By: Inextlive