- बांसगाव और खोराबार की घटनाओं में 17 आरोपित अरेस्ट

- कानून व्यवस्था बिगाड़ने वालों के खिलाफ शुरू हुआ एक्शन

GORAKHPUR: जिले में पंचायत चुनावों के बीच गोलियां चलाकर कानून-व्यवस्था को प्रभावित करने वाले उपद्रवियों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। शनिवार को पुलिस ने पूरी ताकत लगाकर दो घटनाओं में शामिल आरोपितों को धर दबोचा। बांसगांव एरिया में गुरुवार की सुबह भाजपा नेता, कपड़ा कारोबारी को गोली मारने के मामले में 16 आरोपितों को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया। उधर खोराबार एरिया के अराजी मतौनी में बूथ के बाहर फायरिंग करने वाले आरोपित को पुलिस ने तमंचे के साथ गिरफ्तार किया। समर्थक सपा नेता की तलाश सरगर्मी से की जा रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हाल के दिनों में जितनी भी घटनाएं हुई हैं। उनमें शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।

16 हमलावर अरेस्ट, अन्य की तलाश

बांसगांव एरिया में बुधवार की रात महिला प्रत्याशी के प्रतिनिधि सहित दो लोगों को फोर व्हीलर से कुचलने की कोशिश हुई थी। इस मामले में कार्रवाई न होने पर मनबढ़ों ने गुरुवार की सुबह कपड़ा कारोबारी अनिल पांडेय को गोली मार दी। उनके घर पर धावा बोलकर मनबढ़ों ने पथराव किया। अनिल पांडेय के सीने में गोली मारकर फरार हो गए। गंभीर हाल अनिल को परिजनों ने मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया। इस मामले में अनिल के पिता ने मुख्य आरोपित पन्नेलाल यादव सहित 26 के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। गुरुवार की रात में पुलिस ने हमले में इस्तेमाल तमंचे संग पन्ने लाल यादव, धर्मेन्द्र पांडेय, अमित यादव उर्फ सुन्नर, अखिलेश यादव सहित 16 आरोपियों को अरेस्ट कर लिया। अन्य की तलाश में पुलिस की टीम दबिश दे रही है।

सपा नेता का बेटा अरेस्ट

खोराबार एरिया के अराजी मतौनी में गुरुवार की शाम मतदान की बात को लेकर विवाद हुआ। वोट डालने पहुंचे दो वोटरों को कुर्सी देने की बात पर प्रधान प्रत्याशी और समर्थक बूथ के भीतर भिड़ गए। मामला शांत कराने के लिए वहां मौजूद पुलिस ने दोनों पक्षों को बाहर निकाला। आरोप है कि उसी समय प्रधान विजय प्रताप सिंह और उसके चाचा बवाल काटा। आरोपित विजय प्रताप सिंह ने घर से तमंचा लाकर गोली चला दी। इस मामले में जगदीशपुर चौकी इंचार्ज ने केस दर्ज कराया। खोराबार पुलिस ने आरोपित विजय प्रताप सिंह उर्फ विकास सिंह को अरेस्ट करके तमंचा बरामद कर लिया। विजय प्रताप के पिता समाजवादी पार्टी से जुड़े हुए हैं। विजय के साथ अभियुक्त बनाए गए उसके चाचा जितेंद्र सिंह जिला पंचायत सदस्य रहे हैं। उनकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।

मददगारों पर कसेगा शिकंजा

- जिले में फायरिंग, मारपीट और दहशत फैलाने के आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का संदेश पुलिस देना चाहती है।

- पंचायत चुनाव के पूर्व और बाद में सामने आई घटनाओं को देखते हुए एसएसपी ने सख्ती बरतने को कहा है।

- गोलियां चलाने, जानलेवा हमला करने, मारपीट और हंगामा करने के आरोपितों के खिलाफ गुंडा और गैंगेस्टर की कार्रवाई की जाएगी।

- पब्लिक में भय फैलाकर अपना वर्चस्व कायम करने की कोशिश करने वाले आरोपितों के मददगारों पर शिकंजा कसेगा।

- पुलिस अधिकारियों का कहना है कि संरक्षण देने से लेकर मदद करने के आरोप में केस दर्ज किया जाएगा।

मर्डर की कोशिश में दो अन्य अरेस्ट

मारपीट, बलवा और मर्डर की कोशिश के दो आरोपितों को पुलिस ने अलग-अलग जगहों से अरेस्ट किया। गीडा एरिया के बेलवाडाढ़ी में हुई घटना के आरोपित पंकज निषाद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। एक अन्य जानलेवा हमले के आरोप में फरार आरोपित बेलीपार के चंदौली बुजुर्ग निवासी संतोष निषाद को अरेस्ट करके पुलिस ने जेल भेज दिया।

जो भी घटनाएं सामने आई हैं। उनमें सभी को चिन्हित किया जा रहा है। सभी को अरेस्ट करके जेल भेजा जाएगा। उनके मददगारों पर पुलिस शिकंजा कसेगा। पब्लिक में दहशत में फैलाकर अपना वर्चस्व कायम करने वालों को कतई बख्शा नहीं जाएगा।

दिनेश कुमार पी, एसएसपी

Posted By: Inextlive