बसें तैयार, 11 से माघ मेले का सफर
-माघ मेले के लिए गोरखपुर से चलाई आ रही 380 बसें
-रोडवेज प्रशासन ने तैयारियां की पूरी -बस स्टेशन पर रोडवेज कर्मचारियों लगाएंगे स्टॉल GORAKHPUR: प्रयागराज में माघ मेला में श्रद्धालुओं को सफर कराने के लिए 380 बसें चलाने जा रहा है। इसकी पूरी तैयारी कर ली गई है। श्रद्धालुओं के लिए रोडवेज कर्मचारियों ने चाय की व्यवस्था की है। सभी जगहों पर स्टॉल लगाए जाएंगे। स्टॉल के जरिए उन्हें चाय भी पिलाया जाएगा। 11 फरवरी से गोरखपुर रीजन के सभी डिपो से बसें चलाई जाएंगी। इसके लिए रोडवेज डिपार्टमेंट ने खाका तैयार कर लिया है। तीन मोबाइल बस भी तैयारसंगम स्नान के लिए तीन मोबाइल बसों का इस्तेमाल किया गया है, जो रास्ते में बसों में आई गड़बड़ी को तत्काल दूर करेगी। मोबाइल बस में फोरमैन व मैकेनिक तैनात रहेंगे। गोरखपुर से प्रयागराज के लिए तीन चेक प्वाइंट बनाए गए हैं। सभी प्वाइंट्स पर पीएस इंचार्ज भी तैनात कर दिए गए हैं। तीनों मोबाइल बसें दो प्वाइंटों के बीच ही चलेगी। ताकि पूरे रूट पर किसी भी जगह बसों में दिक्कत आने पर तत्काल वहां सुविधा मुहैया कराई जा सके।
यहां से चलेंगी इतनी बसेंपिकिंग प्वाइंट बसें डिपो
गोरखपुर बस स्टेशन 75 गोरखपुर डिपो कौड़ीराम 51 महराजगंज, सोनौली, पडरौना डिपो बड़हलगंज 15 देवरिया डिपो बांसगांव 20 राप्तीनगर डिपो खजनी 20 राप्तीनगर उिपो गोला 31 राप्तीनगर, सिद्धार्थनगर डिपोसिकरीगंज 25 बस्ती, देवरिया डिपो
उंरुवा 13 बस्ती डिपो बस्ती स्थानीय 20 बस्ती उिपो मुखलिसपुर 15 बस्ती डिपो खलीलाबाद 02 बस्ती डिपो मेहदावल 04 बस्ती डिपोदेवरिया स्थानीय 20 देवरिया उिपो
नौसड़ बस स्टेशन 29 राप्तीनगर, बस्ती, महराजगंज, सोनौली डिपो कसया 04 पडरौना डिपो पडरौना स्थानीय 03 पडरौना डिपो रूद्रपुर 10 देवरिया डिपोलाल-सलेमपुर 02 देवरिया डिपो
बरहज 02 देवरिया डिपो निचलौल 03 महराजगंज डिपो सिद्धार्थनगर 04 सिद्धार्थनगर डिपो बांसी 10 सिद्धार्थनगर डिपो शोहरतगढ़ 02 सिद्धार्थनगर डिपो --------------------------- छुट्टियां कैंसिल माघ मेले को लेकर गोरखपुर रीजन के सभी अधिकारी और कर्मचारियों की छुट्टी 7 फरवरी से 14 फरवरी 2021 तक कैंसिल कर दी गई हैं। सिर्फ विशेष परिस्थितियों में ही अवकाश लेना जरूरी होगा। वर्जन माघ मेला को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। अधिकारी और कर्मचारियों की छुट्टिया भी कैंसिल कर दी गई हैं। ताकि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी का सामना न करना पड़े। पीके तिवारी, आरएम रीजन, गोरखपुर