मकर संक्रांति के पावन पर्व पर गोरक्षपीठाधीश्वर एवं सीएम योगी आदित्यनाथ ने नाथपंथ के विश्व विख्यात गोरखनाथ मंदिर में शिवावतारी बाबा गोरखनाथ को आस्था की खिचड़ी चढ़ाकर लोकमंगल की कामना की. गोरखक्षपीठाधीश्वर की ओर से खिचड़ी अर्पित करने के बाद मंदिर के कपाट जनमानस के लिए खोल दिए गए. बाबा को खिचड़ी चढ़ाने के लिए श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा. इस दौरान सुरक्षा और कोविड प्रोटोकॉल का भी पूरा ख्याल रखा गया. खिचड़ी चढ़ाने के लिए भारी भीड़ जुटी. श्रद्धालुओं ने कतार में खड़े होकर एक-एक कर खिचड़ी चढ़ाई. मेला परिसर में श्रद्धालुओं ने झूलों का लुत्फ उठाया.


गोरखपुर (ब्यूरो)। मकर संक्रांति पर शनिवार को ब्रह्मबेला में गोरक्षपीठाधीश्वर ने गुरु गोरखनाथ की विशेष आराधना के बीच खिचड़ी भोग अर्पित किया। इसके बाद सुख समृद्धि एवं अरोग्य की मंगलकामना को लेकर उत्तर प्रदेश, बिहार और पड़ोसी राज्य नेपाल तक से आए श्रद्धालुओं ने सुबह चार बजे से कतारबद्ध होकर भगवान गोरखनाथ को श्रद्धा की खिचड़ी निवेदित की। साथ ही मंदिर परिसर में स्थित सभी देवी-देवताओं का पूजन कर, ब्रह्मलीन महंत बाबा गंभीरनाथ, ब्रह्मलीन महंत दिग्विजनाथ एवं ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि पर माथा टेक आशीर्वाद लिया। यह क्रम देर शाम तक जारी रहा। इस दौरान समूचा मंदिर परिसर गुरु गोरखनाथ के जयकारे से गूंजता रहा। खिचड़ी चढाने के साथ ही श्रद्धालुओं ने परिसर में लगे भव्य मेले का भी आनंद उठाया।सामाजिक समरसता का प्रतीक है गोरखनाथ मंदिर का खिचड़ी मेला
गोरखनाथ का खिचड़ी मेला लोकश्रद्धा भाव के साथ सामाजिक समरसता का भी मेला है। अमीर-गरीब सभी नंगे पाव कतारबद्ध होकर बारी-बारी भगवान गोरखनाथ को आस्था की पवित्र खिचड़ी चढ़ा रहे थे। कोई मुठ्ठी भर श्रद्धा का चावल लेकर आ रहा था तो कोई बोरी भर। पर, भगवान के प्रति भाव सभी का उतना ही था, न जाति का बंधन था न ही धर्म का।


इस दौरान गोरखनाथ मंदिर में मकर संक्रांति पांच कोविड हेल्प डेस्क से निरंतर श्रद्धालुओं को मास्क और सैनेटाइजर का वितरण भी किया गया।खिचड़ी का प्रसाद सहभोज में श्रद्धालुओं ने किया ग्रहणशनिवार को मंदिर परिसर में श्रद्धा के साथ सभी श्रद्धालुओं को खिचड़ी का प्रसाद सहभोज में वितरित किया। अमरी-गरीब सभी ने जाति वर्ग का भेदभाव भुलाकर खिचड़ी का प्रसाद ग्रहण किया।सीएम ने कोरोना के खतरे से श्रद्धालुओं को किया आगाह सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में बाबा गोरखनाथ को पवित्र खिचड़ी चढ़ाने के बाद श्रद्धालुओं को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं दीं। साथ ही कोरोना के खतरे से भी श्रद्धालुओं को आगाह किया और सतर्कता बरतने की अपील की।गोरखनाथ मंदिर में बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने के बाद मीडियाकर्मियों से मुखातिब सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमें आस्था के साथ वर्तमान परिप्रेक्ष्य में कोरोना महामारी को भी देखना है। इसलिए कोरोना महामारी में सतर्कता अत्यंत आवश्यक है। यह इस सदी की सबसे बढ़ी महामारी से बचाव का सर्वोत्तम उपाय है। सार्वजनिक स्थान पर हम मास्क जरूर लगाएं। बीमार और कमजोर प्रतिरोधक क्षमता के लोग, बच्चे, गर्भवती महिलाएं एवं बुजुर्ग भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचे। घर में भी मास्क धारण करें। उन्होंने

कहा कि वैक्सीन की दोनों डोज लगवा लें। 60 साल की उम्र के लोग और कोरोना वारियर्स प्रिकॉशन डोज भी ले लें। वैक्सीनेशन ही इसकी सुरक्षा का एक मात्र उपाय है। हर व्यक्ति वैक्सीन जरूर लें। गुमराह एवं भ्रांति पैदा करने वाले कुतर्क में न पड़कर वैक्सीन जरूर लगाएं। सीएम योगी ने कहा कि लोग आस्था को स्वयं के स्वास्थ्य के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य पर भी हाबी होने देते हैं जिसकी कीमत बड़े तकबे को उठानी पड़ती है। कोरोना की यह तीसरी लहर दूसरी बेव की अपेक्षा खतरानक नहीं है। 99 फीसदी लोग घर में ही ठीक हो जाते हैं लेकिन हमें फिर भी सतर्कता एवं सावधानी बरतनी होगी।मकर संक्रांति शुभ कार्यों की प्रशस्तिप्रदेशवासियों को खिचड़ी महापर्व की बधाई देते हुए सीएम योगी ने कहा कि मकर संक्रांति पावन पर्व है। पूर्वी उत्तर प्रदेश एवं अन्य राज्यों से आए श्रद्धालुओं की ओर से आस्था की पवित्र खिचड़ी चढ़ाई जा रही है। ब्रह्म मुहूर्त में 4 बजे मंदिर के कपाट खुले। लाखों की संख्या में श्रद्धालु आकर भगवान गुरु गोरखनाथ को श्रद्धा की पवित्र खिचड़ी चढ़ा रहे हैं। सीएम योगी ने कहा कि हम सब जानते हैं कि भारत की धार्मिक एवं आध्यात्मिक परम्परा में मकर संक्रांति पर्व का अपना महत्व है। जगतपिता सूर्य की उपासना से जुड़ा यह पर्व उत्तर हो
या दक्षिण, पूर्व हो या पश्चिम, अलग-अलग नाम और रूपों में मनाया जाता है। मकर संक्रांति के पर्व से शुभ कार्य शुरू हो जाते हैं। भगवान सूर्य उत्तरायण में आज से प्रवेश करते हैं और भगवान का यह उत्तरायण शुभ कार्यों को करने की प्रशस्ति भी मानी जाती है।श्रद्धालुओं ने उठाया मेले का लुत्फ बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने के बाद लाखों श्रद्धालुओं ने मंदिर परिसर में लगे मेले की ओर रूख किया। खरीदारों का रेला दुकानों की ओर बढ़ा तो दुकानदार ऊंची आवाज में सस्ते रेट में बेहतर सामान उपलब्ध कराने का दावा करके लुभाते दिखे। क्राकरी, सजावट और श्रृंगार की दुकानों पर महिलाओं की भीड़ रही तो बच्चों के आकर्षण का केंद्र झूलें, मौत का कुंआ और जादू दिखाने वाले रहे। मेले में स्थानीय के अलावा बस्ती, बांसी, कानपुर, मेरठ, सहारनपुर, मुजफ्फरपुर से दुकानदार तो आए ही हैं। पश्चिमी बंगाल, राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश, बिहार आदि राज्यों से भी दुकानदार आए हैं। निशानेबाजी का दिखा क्रेज मेले में मौजूद टोरा टोरा, ब्रेक डांस, ज्वाइंट व्हील, स्लंबो, ड्रेगेन, बड़ी नाव, आसामानी झूला, क्रॉस झूला बच्चों के साथ ही बडों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बना रहा। वहीं निशानेबाजी का भी लोगों में क्रेज नजर आया।

Posted By: Inextlive