इसे पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम गोरखपुर जोन के जिम्मेदारों की लापरवाही कहें या कंज्यूमर्स का गैरजिम्मेदाराना रवैया. जोन के छह वितरण मंडलों में 5.56 लाख कनेक्शन होल्डर बिजली निगम के 1156 करोड़ का बिजली बिल दबाकर लापता गए.


गोरखपुर (ब्यूरो)। कनेक्शन जारी होने के बाद इन कनेक्शन होल्डर्स ने एक रुपए भी बिल जमा नहीं किया। अब वन टाइम सेटलमेंट स्कीम में इन्हें शामिल करने का निर्देश आया है। एमडी ने कहा, एसडीओ व जेई अपने क्षेत्र में नेवर पेमेंट व नॉन ट्रेसेबल कनेक्शनों की तलाश करेंगे। यदि वे मिलते हैं तो उन्हें ओटीएस के तहत छूट देकर बकाया जमा करने के लिए प्रोत्साहित करें। नहीं मिलते है तो ऑनलाइन बिलिंग सिस्टम में उनके कनेक्शन का बिल स्टाप कर पीडी की कार्रवाई करें।निगरानी के लिए टीम का गठन


पूर्वांचल वितरण निगम के एमडी विद्याभूषण ने जोन के चीफ इंजीनियर को पत्र भेजकर निर्देश दिए हैं कि जोन के नेवर पेमेंट व नान ट्रेसेबल कनेक्शनों का ओटीएस योजना में निस्तारण कराएं। इन पर होने वाली कार्रवाई की निगरानी के लिए एक टीम का गठन हुआ है। यह टीम भी विभिन्न वितरण खंडों के ऐसे कंज्यूमर्स से संपर्क कर उन्हें छूट लेकर बकाया जमा करने को प्रेरित करेगी। टीम आगामी चार से पांच दिनों के भीतर गोरखपुर में आएगी। इस टीम में शामिल अभियंता भी दूसरे जोन के हैं। अब एसडीओ व जेई तलाश करेंगे नॉन ट्रेसेबल व नेवर पेमेंट कंज्यूमर

सभी जोन अभियंता अलग-अलग वितरण खंडों में जाकर नॉन ट्रेसेबल व नेवर पेमेंट श्रेणी के कंज्यूमर्स से संपर्क कर बातचीत करेंगे। यह टीम ओटीएस शिविर का जायजा लेकर कंज्यूमर टर्नअप के बारे में एमडी को रिपोर्ट करेगी। एमडी ने सभी एसडीओ को रोजाना दो शिविर लगाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने एसडीओ को जिम्मेदारी सौंपी है कि वे ओटीएस योजना के बारे में कंज्यूमर्स को बताकर उन्हें जागरूक करेंगे। ओटीएस शिविर की निगरानी नोडल अधिकारी भी अपने स्तर से करेंगे। अभियंताओं का कहना है कि नेवर पेमेंट श्रेणी के कनेक्शनों पर नॉन ट्रेसेबल श्रेणी के कंज्यूमर भी शामिल है।जोन में नेवर पेमेंट कैटेगरी के कनेक्शन वितरण मंडल नेवर पेमेंट कनेक्शन देवरिया मंडल 1.62 लाख

कुशीनगर मंडल 1.56 लाखमहराजगंज मंडल 1.12 लाखग्रामीण मंडल द्वितीय 97,794ग्रामीण मंडल प्रथम 55,673नगरीय वितरण मंडल 12,482(नोट: यह बिलिंग अमाउंट 2012 से अब तक का है.)

Posted By: Inextlive