एक तरफ जहां राप्तीनगर क्षेत्रीय वर्कशॉप में मरम्मत के अभाव में एसी बसें दम तोड़ रही हैं. वहीं दूसरी तरफ इस गर्मी में पैसेंजर एसी बसों का सुहाना सफर भी नहीं कर पा रहे. बसों की कमी के चलते सीटों को लेकर मारामारी बरकरार है. टाइमली बस न मिलने से एसी बस में सफर की चाह रखने वाले पैसेंजर सामान्य बसों में पसीना बहाने को मजबूर हैं. इस मामले में परिवहन निगम के अफसरों का कहना है यह प्रॉब्लम एसी बसों की कमी के चलते आ रही है. इनकी संख्या बढ़ाए जाने के लिए बसों की मरम्मत चल रही है. जल्द ही प्रॉब्लम दूर हो जाएगी.


गोरखपुर (ब्यूरो).राप्तीनगर और गोरखपुर में 58 जनरथ और पिंक एसी बसें हैं। वर्कशॉप में इस समय 16 बसें मरम्मत के अभाव में धूल फांक रही हैं। कुछ के टायर फट गए हैं तो कइयों में एसी ने काम करना बंद कर दिया है। कुछ बसों के फिल्टर धूल के कारण चोक हैं। इन बसों को दुरुस्त करने का दावा किया जा रहा है, लेकिन अभी भी यह वर्कशॉप में मरम्मत की राह देख रहे हैं। वहीं, संचालित होने वाली एसी बसों का एसी खराब होने से पैसेंजर्स को प्रॉब्लम फेस करनी पड़ती है। पैसेंजर्स का कहना है कि बस स्टेशन से ठीकठाक निकलती है, लेकिन रास्ते में उनका एसी काम करना बंद कर देता है। इसे लेकर जब कंडक्टर्स से कंप्लेन की जाती है तो कोई सॉल्युशन नहीं निकलता है। पैसेंजर्स ने किया हंगामा
दो दिन पहले अनिरूद्ध प्रसाद एसी बस से लखनऊ के लिए निकले। इसी दौरान बस्ती में बस का एसी खराब हो गया। बस में बैठे पैसेंजर्स ने हंगामा शुरू कर दिया। कंडक्टर ने अफसरों से बात की, फिर भी इसका समाधान नहीं निकल सका। रेगुलर नहीं मिलती एसी बसें


दैनिक जागरण आईनेक्स्ट रिपोर्टर ने रविवार को राप्तीनगर वर्कशॉप में खड़ी एसी बसों की पड़ताल की। वर्कशॉप में करीब 16 बसें मरम्मत के लिए पिछले एक माह से खड़ी नजर आईं। नाम न छापने की शर्त में एक वर्कर ने बताया कि एसी बसों का पाइप पूरी तरह से चोक है और फिल्टर भी काम नहीं कर रहे हैं। इतना ही नहीं ज्यादातर एसी बसों के कंप्रेशर कमजोर हो चुके हैं, जिसके चलते एसी काम नहीं कर रहा है। वर्कशॉप वर्कर ने बताई हकीकत एसी बसों में कंप्रेसर कमजोर की दशा में उसे रिपेयर किया जाता है। साथ ही केबिल एयर फिल्टर बदलना पड़ता है। हर एसी की कूलिंग की लाइफ होती है। लाइफ खत्म होने के बाद वह बेकार हो जाती है। शिकायत करने के बाद सिर्फ अफसरों की ओर से आश्वासन मिलता है। एसी बस के कुछ पाट्र्स बाहर से मंगवा लिए गए हैं। प्राइवेट एजेंसी ने बसों का मरम्मत कार्य शुरू कर दिया है। इन बसों को जल्द ही दुरुस्त करवाकर सड़क पर उतारा जाएगाख् ताकि पैसेंजर्स को किसी प्रकार की प्रॉब्लम न हो सके। धनजी राम, एसएम गोरखपुर रीजन

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