- अब तक 25 हजार हो चुके सैंपल जांच में एज वाइज किया डिफाइन

- गोरखपुर मंडल के चार जिलों की हुई सैंपल जांच में खुला मामला

GORAKHPUR: अनलॉक-2 शुरू हो चुका है। ज्यादातर लोग कोरोना के संक्रमण को भूल अपने काम-धंधे में पूरी तरह जुट गए हैं। लेकिन ऐसे लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। क्योंकि बीते दिनों में गोरखपुर में कोरोना संक्रमण के जो केसेज आए हैं, उनमें ज्यादातर 15-40 एज ग्रुप के लोग शामिल हैं। बीआरडी मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट के आंकड़ों पर नजर डालें तो गोरखपुर मंडल के अंतर्गत आने वाले चार जिले गोरखपुर, महराजगंज, देवरिया व कुशीनगर के अब तक कुल 25000 सैंपल्स की जांच की जा चुकी है। इसमें सामने आए एज फैक्टर में देखा गया है कि 15-40 वर्ष के करीब 60 प्रतिशत लोग कोरोना की चपेट में आए हैं। जबकि 40-50 वर्ष तक के लोग 20 प्रतिशत हैं। वहीं 50-70 वर्ष तक के बीच 20 प्रतिशत लोग तो बाकी 10 प्रतिशत गंभीर बीमारी से ग्रसित लोग इस महामारी की चपेट में आए हैं।

बाहर निकलने वाले ज्यादा हो रहे शिकार

बता दें, बीआरडी मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट एचओडी प्रो। अमरेश कुमार सिंह ने बताया कि 15-40 वर्ष के ज्यादातर पेशेंट्स हैं। जो नौकरी पेशे में होते हैं, उन्हें किसी न किसी काम से बाहर निकलना ही होता है। ऐसे लोग संक्रमण के शिकार ज्यादा हो रहे हैं। वहीं 40-50 वर्ष तक के लोग स्थाई होते हैं इसलिए इनके प्रतिशत कम हैं। इसी प्रकार 50-70 वर्ष के बीच ज्यादातर लोग किसी न किसी बीमारी से ग्रसित होते हैं, ऐसे मरीज 20 प्रतिशत हैं जिन्हें कोरोना पॉजिटिव होने पर रिकवर होने पर वक्त लगता है। ऐसे लोगों के इलाज में पहले की बीमारी की ही दवा दी जाती है।

रविवार को टूटा था रिकॉर्ड

एचओडी ने बताया कि सैंपल्स की जांच चार महीने से लगातार जारी है। अभी तक एक दिन में मैक्सिमम 40-45 सैंपल की जांच की जाती थी। इसमें 15-20 ही पॉजिटिव आते थे। लेकिन रविवार को 68 सैंपल्स की जांच में 60 पॉजिटिव पाए गए। यह अब तक का रिकॉर्ड रहा है।

वर्जन

कोरोना केसेज दिन प्रतिदिन बढ़ रहे हैं। ऐसे में घर में रहना ही बेहतर होगा। ज्यादातर लोग कामकाज वाले ही हैं इसलिए बहुत जरूरी हो तो ही घर से निकलें। मास्क व सेनेटाइजर का इस्तेमाल के साथ-साथ दो गज की दूरी बनाकर रखें।

डॉ। गणेश कुमार, प्रिंसिपल, बीआरडी मेडिकल कॉलेज

Posted By: Inextlive