- सरेराह फायरिंग में सात आरोपित, अरेस्ट, अन्य की तलाश जारी

- दो कार- बाइक और तमंचा बरामद, असलहा देने वालों खोजबीन शुरू

- सीसीटीवी फुटेज, दुकानदारों और पब्लिक के बयान को बनाएंगे सबूत

- गैंगेस्टर लगाकर रासुका के लिए करेंगे पैरवी, दोबारा ना हो ऐसी घटना

GORAKHPUR: कैंट एरिया में सिघडि़यां, विशुनपुरवा मोड़ से लेकर मोहद्दीपुर तक करीब दो किलोमीटर तक फिल्मी अंदाज में फायरिंग, मारपीट करके दहशत फैलाने वाले आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू हो गई है। घटना में शामिल अभियुक्तों पर शिकंजा कसने के लिए सीसीटीवी फुटेज, दुकानदारों और आम पब्लिक के बयान को आधार बनाया जाएगा। आरोपियों पर पहले गैंगेस्टर फिर रासुका की कार्रवाई की पैरवी पुलिस करेगी। एसएसपी ने साफ कहा है कि इस मामले में ऐसा एक्शन लिया जाएगा कि दोबारा कोई ऐसी हरकत न कर सके। गुरुवार को पुलिस ने दरोगा के बेटे सहित सात आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। उसके बाद उन्हें जेल भेज दिया है.घटना में शामिल शुभम सिंह सिंघाड़ा और शुभम सिंह पर 25-25 हजार का इनाम घोषित हुआ था।

जितेंद्र के पेट में लगी थी गोली

एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस में घटना की सिलसिलेवार जानकारी दी। बताया कि 20 सितंबर की दोपहर करीब तीन बजे पैडलेगंज स्थित पाशा रेस्टोरेंट में दो गुटों के बीच विवाद हुआ था। पैड़लेगंज चौकी की फोर्स सहित पहुंचे तो पता लगा कि एक पक्ष का लीडर अविनाश सिंह और दूसरे का शुभम सिंह बरहज है। अविनाश पक्ष के आदर्श शुक्ला और शुभम सिंह को पुलिस ने पकड़ लिया। अन्य युवक वहां से फरार हो गए। दोनों पक्षों की मारपीट में बांसगांव, धनौड़ा निवासी प्रवीण राय ने बीच बचाव किया था। यह बात शुभम पक्ष को नागवार गुजरी। उसी दिन में रात में 10 बजे चंपारण रेस्टोरेंट के पास प्रवीण राय खाना पैक कराने गया। तभी शुभम सिंह उर्फ सिघाड़ा, प्रज्जवल सिंह और जाकिब खान सहित अन्य लोग आ गए। उन लोगों ने प्रवीण राय को पीट दिया। इसकी सूचना पर पुलिस ने एनसीआर दर्ज कर लिया। 21 सितंबर की दोपहर करीब दो बजे सिघडि़यां में दोनों पक्षों के बीच विवाद हुआ। अविनाश सिंह और शुभम सिंह दोनों अपने साथियों के साथ आमने-सामने हो गए। एक पक्ष ने असलहा, डंडा और राड लेकर दूसरे पक्ष पर हमला किया। कार सवार दूसरे पक्ष के लोगों पर फायरिंग की। दूसरे पक्ष ने गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की। तभी प्रवीण राय अपने मित्र जितेंद्र यादव के साथ तरकुलहा मंदिर से आ रहा था। एक दिन पूर्व हुई घटना की रंजिश को लेकर प्रवीण और जितेंद्र को भी घेर लिया। उनको रोककर हमला किया तो दोनों भागने लगे। बिना नंबर की कार और बाइक से सभी ने दोनों का पीछा किया। मोहद्दीपुर में आरकेबीके पास सड़क पर रोककर सरेआम पीटा और फायरिंग करके दशहत फैला दी। बदमाशों के हमले में प्रवीण के दोस्त जितेंद्र के पेट में गोली लग गई। उसे गंभीर हाल में मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया गया है।

सíवस सेंटर में छिपाई कार, पुलिस ने किया बरामद

सरेराह फायरिंग और दहशत फैलाने के आरोपित काफी शातिर निकले। घटना में शामिल प्रज्ज्वल ने कार को सíवसिंग के बहाने गुलरिहा स्थित सìवस सेंटर पर जमा करा दिया। ताकि पुलिस को कोई जानकारी न मिल सके। लेकिन जांच में जुटी पुलिस ने सíवस सेंटर से कार को बरामद कर लिया।

रेस्टोरेंट में खाना, महंगे कपड़े पहनना, घूमने का शौक

पुलिस की कार्रवाई में चिन्हित किए गए युवकों का अंदाज देखकर पुलिस कर्मचारी हैरत में पड़ गए। जिनका कैरियर बर्बाद होने का हवाला देकर घरवाले बचाने की कोशिश में जुटे रहे। उनको होटल और रेस्टोरेंट में खाना खाने और हुक्काबार में वर्चस्व दिखाने का शौक है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि यह लोग अक्सर होटल में पार्टी मनाने पहुंचते थे।

दरोगा के बेटे सहित सात अरेस्ट, अन्य की तलाश

पकड़े गए आरोपितों की पहचान कुशीनगर के पडरौना, जटहा रोड के सुमित चंदेल, हाटा, कुशीनगर के शुभम राव, बांसगांव के भैरोपुर निवासी अविनाश सिंह, हाटा कुशीनगर निवासी प्रज्जवल सिंह, गिरधरगंज मोहल्ले के विक्रांत पासवान, दरोगा के बेटे प्रिंस शाही, आवास विकास कॉलोनी कूड़ाघाट के आदर्श शुक्ला के रूप में हुई है।

पाशा रेस्टोरेंट के मैनेजर पर एफआईआर

घटना के बाद पुलिस की सख्ती नजर आने लगी है। जांच में सामने आया कि पाशा रेस्टोरेंट का मैनेजर जाकिब खान खुद भी घटना में शामिल था। उसने ही शुभम पक्ष के लोगों को बताया कि प्रवीण दूसरे रेस्टोरेंट में खाना पैक कराने गया है। इसलिए उसकी घेरकर पिटाई की गई। पुलिस ने जाकिब को नामजद आरोपित बनाया है। मारपीट की बात को पचाने के लिए उसने रेस्टोरेंट के सीसीटीवी कैमरे का फुटेज डिलीट कर दिया। इस बात की भी जांच चल रही है।

शुभम सिंह सिघाड़ा और शुमभ सिंह की तलाश की जा रही है। जल्द ही दोनों को अरेस्ट कर लिया जाएगा। कोर्ट में आरोपियों को सजा दिलाने के लिए पुलिस मजबूत साक्ष्य पेश करेगी। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज, दुकानदारों और पब्लिक के बयान भी विवेचना में शामिल किए जाएंगे। आरोपितों के खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई होगी। जिनके खिलाफ पहले से आपराधिक मुकदमे हैं। उन पर रासुका की कार्रवाई होगी।

जोगेंद्र कुमार, एसएसपी

Posted By: Inextlive