- 19 अप्रैल से थे लापता, 26 को गांव पोखरे में मिली थी लाश

- पिता ने गांव के रहने परिवार के नौ लोगों पर दर्ज कराया है केस

GORAKHPUR: चिलुआताल क्षेत्र के जंगल बहादुर अली शेखपुरवा में दुकानदार की हत्या करने वाले नौ आरोपितों पुलिस ने बुधवार की सुबह अरेस्ट कर लिया। दोपहर बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया।

शेखपुरवा गांव निवासी दयाशंकर चौरसिया का 22 वर्षीय बेटा बलिराम गांव के बाहर किराना की दुकान चलाते थे। 19 अप्रैल को मोबाइल पर किसी का फोन आने पर वह घर से निकले थे। काफी तलाश के बाद भी उसका पता नहीं चलने पर पिता ने 21 अप्रैल को पिता ने गुमशुदगी दर्ज कराई। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।

बोरे में मिला शव

26 अप्रैल की सुबह गांव के उत्तरी ताल के पानी में बोरे भर कर फेंका गया बलिराम का शव मिला। शिनाख्त होने के बाद हरकत में आए थानेदार ने दयाशंकर की तहरीर पर गांव के ही चंद्गिका चौरसिया, देवेन्द्र चौरसिया, सुजीत चौरसिया, महेन्द्र चौरसिया, विशाल चौरसिया, विशारद चौरसिया, सुरेन्द्र चौरसिया, अंशु चौरसिया, ऊषा चौरसिया के खिलाफ केस दर्ज किया था। एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने बताया कि प्रेम-प्रसंग में दुकानदार की हत्या हुई थी। बुधवार को सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया।

सामने आई थी थानेदार की लापरवाही

बलिराम के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल आने के बाद भी चिलुआताल पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। छह दिन तक थानेदार टालमटोल करते रहे। शव मिलने के बाद हरकत में आए। जबकि बलिराम के गायब होने के बाद से ही पकड़े गए आरोपितों पर हत्या करने का संदेह जताया जा रहा था। लेकिन थानेदार ने यह बात अनसुनी कर दी।

Posted By: Inextlive