- दिव्यांग महिला की खौफनाक साजिश से दंग रह गई पुलिस

- कुसम्ही जंगल में गला रेतकर फेंक गए थे बदमाश, पुलिस ने बचाई जान

- कैंट एरिया के गोपलापुर में रहने वाले बुजुर्ग की प्रॉपर्टी हड़पने को गढ़ी कहानी

GORAKHPUR: 'करोड़ों की ऐसी प्रॉपर्टी, जो किसी के नाम पर नहीं है। उसमें रहने वाला एक बूढ़ा व्यक्ति, जिसे अपनी बुनियादी जरूरतों के लिए एक सहारा चाहिए, शादीशुदा इकलौती बेटी, जो पिता के साथ घर पर नहीं रह सकती। ऐसे में गोल्डन चांस बनाने के लिए पहले केयर करने के नाम पर घर में एंट्री, फिर करीब आने का सिलसिला और इसके बाद रास्ते से हटाने की साजिश.' पढ़ने में तो यह किसी फिल्म या वेबसीरीज की स्क्रिप्ट से कम नहीं लगती है, लेकिन जिले में ऐसी घटना को हकीकत में अंजाम दिया गया है। केयर के नाम पर एंट्री करने के बाद बुजुर्ग का गला रेत उसको ठिकाने लगाने की नाकाम कोशिश भी हुई। मगर होनी को कुछ और मंजूर था, जिसकी वजह से साजिश करने वाले सभी सलाखों के पीछे पहुंच गए।

सुदामा के रूप में पहचान

कुसम्हीं जंगल में गला रेतकर फेंके गए बुजुर्ग की पहचान कैंट एरिया के गोपलापुर निवासी सुदामा यादव के रूप में हुई। उनके मर्डर की कोशिश के मामले में पुलिस ने सुदामा के पड़ोस में रहने वाली दिव्यांग महिला गुडि़या, उसके परिचित रुस्तमपुर में रहने वाले अर्जुन चौहान और तुर्रा बाजार के टेंपो ड्राइवर अमित साहनी को गिरफ्तार करके पुलिस ने घटना में इस्तेमाल चाकू और टेंपो भी बरामद कर लिया। एसपी सिटी सोनम कुमार और सीओ कैंट सुमित शुक्ला ने बताया कि पड़ोसी महिला ने भूमि और मकान हड़पने के लिए अपने युवा प्रेमी संग मिलकर सुदामा के मर्डर की कोशिश की, लेकिन उनके मंसूबे नाकाम रहे।

पहले दर्शन, फिर वारदात

10 जनवरी की सुबह कुसम्ही जंगल में बुढि़या माई मंदिर के पश्चिम खाली जगह पर घायल हाल बुजुर्ग को देखकर लोगों ने पुलिस को सूचना दी। बुजुर्ग का गला रेतकर मर्डर की कोशिश की गई थी। गंभीर हाल में उनको मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया गया। डॉक्टरों ने ऑपरेशन करके जान बचा ली, लेकिन एक हफ्ते तक बातचीत करने से मना कर दिया। शनिवार को वह जब कुछ बोलने लायक हुए तो पुलिस ने जानकारी ली। तब घायल की पहचान सुदामा के रूप में हुई। छानबीन में सामने आया कि नौ जनवरी को उनके बगल में रहने वाली महिला गुडि़या देवी संग टेंपो में सवार होकर वह तरकुलहा देवी मंदिर गए थे। वहां से लौटने के बाद कुसम्ही जंगल में ले जाकर उनके मर्डर की कोशिश की गई।

केयर की वजह से हो गए अच्छे संबंध

घटना में शामिल लोगों के बारे में जानकारी मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गई। रविवार को गोपलापुर में चंपारण ढाबा के पास से पुलिस ने महिला और उसके दोनों सहयोगियों को अरेस्ट कर लिया। पुलिस का कहना है कि बगल में रहने वाली महिला भी सुदामा के घर आती जाती थी। सुदामा की एक बेटी है जिसकी शादी जून माह में हो गई। तभी से महिला ही उनके घर में ही रहकर देखभाल कर रही थी। इस वजह से दोनों के बीच अच्छे संबंध हो गए।

ब्वॉयफ्रेंड संग मिलकर गढ़ी साजिश

बुजुर्ग की प्रॉपर्टी, जो किसी के नाम दर्ज नहीं थी, उसको हासिल करने की चाहत में उसने 10 साल पुराने परिचित अर्जुन चौहान संग मिलकर बुजुर्ग के मर्डर की योजना बना ली। परदेस में टाइल्स का काम करने वाला अर्जुन लॉक डाउन में घर लौटकर सब्जी बेचने लगा था। अर्जुन अपनी जान पहचान के टेंपो ड्राइवर अमित साहनी को शामिल किया। नौ जनवरी को तरकुलहा घुमाने के बहाने लेकर चले गए। शाम होने पर जमकर शराब पी। नशे में होने पर सुदामा को जंगल में ले जाकर गला रेत दिया। रात में वह वहां अचेत पड़े रहे। सुबह होने पर लोगों को जानकारी हुई।

पुलिस पहुंची तब बेटी-दामाद को जानकारी

कुसम्हीं जंगल में मौत से जूझ रहे सुदामा को ले जाकर पुलिस ने मेडिकल कॉलेज में भर्ती करा दिया। लेकिन इसकी जानकारी बेटी और दामाद को नहीं हो सकी। सुदामा के दामाद टेंपो चलाकर परिवार का भरण पोषण करते हैं। शनिवार को नाम-पता मालूम होने पर पुलिस गोपलापुर पहुंची तो दामाद की जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस ने बेटी और दामाद से मिलकर पूरी जानकारी दी। बेटी ने बताया कि बगल में रहने वाली गुडि़यां भी उनके घर आती जाती थी। पुलिस ने गुडि़या से पूछताछ की, तो उसने दूसरे लोगों पर दोष मढ़ दिया। लेकिन जब तीनों से अलग-अलग पूछताछ हुई तो सच्चाई सामने आ गई। एक दिव्यांग महिला की खौफनाक साजिश सामने आने पर पुलिस भी हैरत में पड़ गई।

सुदामा के मर्डर की कोशिश उनके बगल में रहने वाली गुडि़या देवी ने अपने सहयोगियों संग मिलकर की थी। प्रेम संबंधों और प्रापर्टी हड़पने की कोशिश में वारदात को अंजाम दिया गया। तीनों को अरेस्ट करके घटना में इस्तेमाल टेंपो बरामद कर लिया गया है।

- सोनम कुमार, एसपी सिटी

Posted By: Inextlive