- सिटी के सभी 23 पीएचसी पर किशोर-किशोरी स्वास्थ्य दिवस का आयोजन

- खून की जांच के दौरान 33 किशोरियों में एनीमिया की शिकायत मिली

GORAKHPUR:

लड़के और लड़कियों के बीच हुए ब्लड टेस्ट के दौरान लड़के से ज्यादा लड़कियों में ब्लड की कमी पाई गई। दरअसल, हर महीने के आठ तारीख को युवक व युवतियों के ब्लड टेस्ट किए जाते हैं। इस दौरान 197 लड़कियों की जांच की गई, जिसमें से 33 लड़कियों में एनिमिया की शिकायत मिली। जबकि, 86 लड़कों की जांच में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं थी। यह कहना है तुर्कमान शहरी स्वास्थ्य केंद्र की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ। दिशा चौधरी का। वह गुरुवार को स्वास्थ्य केंद्र परिसर में आयोजित किशोर स्वास्थ्य दिवस कार्यक्रम को संबोधित कर रही थी। उन्होंने किशोर व किशोरियों को उनकी सेहत, साफ-सफाई, सेक्सुल एजुकेशन और हार्मोनल बदलाव संबंधित विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से जानकारी दी। इस दिवस का आयोजन स्वयं सेवी संगठन पापुलेशन सíवसेज इंटरनेशनल (पीएसआई)-द चैलेंस इनिशिएटिव फॉर हेल्थी सिटीज (टीसीआईएचसी) के सहयोग से शहर के सभी 23 शहरी स्वास्थ्य केंद्रों पर हुआ।

सेहत पर देना है ध्यान

डॉ। दिशा चौधरी ने बताया कि खान-पान और साफ-सफाई का एनीमिया से बहुत गहरा रिश्ता है। किशोरियों को बताया गया कि वह साग-सब्जी, ताजे फल, दही, दूध, अंडा का सेवन करें और हाथों की साफ-सफाई पर खासतौर से ध्यान दें। हाथों की गंदगी जब पेट में जाती है तो कीड़े पैदा होते हैं, जो खून की मात्रा को कम करते हैं। दाल, दूध, घी का सेवन और मासिक धर्म के दौरान पैड का इस्तेमाल बेहद आवश्यक है। कार्यक्रम की प्रतिभागी किशोरी काजल ने बताया कि उनका वजन हुआ और खून की जांच की गयी। उन्हें व्यक्तिगत साफ-सफाई के बारे में विस्तार से बताया गया। खून की कमी मिलने पर उन्हें आयरन-कैल्शियम की गोलियां दी गई। मौके पर आशा कार्यकर्ता मालती, रेखा, नीलम, पीएसआई संस्था से प्रोग्राम मैनेजर केवल सिंह सिसोदिया, स्वयंसेवक प्रियंका, तूलिका और पवन प्रमुख तौर पर मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive