सुभाषचंद्र बोस नगर व सूरजकुंड एरिया की हजारों की आबादी को सीवर लाइन की सुविधा मिलने जा रही है. इसके लिए जल निगम ने 540.85 करोड़ रुपए की डीपीआर शासन को भेजी है. इसकी स्वीकृति के बाद 2 साल में काम को पूरा करने का लक्ष्य है. सीवर लाइन महेसरा तक बिछाई जाएगी. सीवर लाइन बन जाने से इन एरिया में न तो जलभराव होगा और ही सामान्य दिनों में घरों का पानी निकलने में कोई समस्या भी नहीं होगी.


गोरखपुर (ब्यूरो)। बता दें, काफी दिनों से सीवर लाइन की मांग की जा रही थी। सीएम सिटी होने पर इसकी डिमांड और बढ़ गई थी। माना जा रहा है कि डीपीआर की स्वीकृति भी जल्द हो जाएगी। 44 हजार घरों को मिलेगा लाभ सीवर लाइन बिछने के बाद इसे 43,963 घरों से जोड़ा जाएगा। इससे घरों से निकलने वाला पानी सीवर लाइन में जाएगा। यहां से पानी निकलकर एसटीपी में जाएगा। वहां से पानी शोधन होने के बाद ही आगे बढ़ेगा। 188.47 किलोमीटर लंबी होगी लाइन सीवर लाइन करीब 188.47 किलोमीटर लंबी होगी। इसमें सुभाष चंद्र बोस नगर और सूरजकुंड का काफी एरिया कवर होगा। लच्छीपुर, गोरखनाथ सहित तमाम मोहल्ले इस प्रोजेक्ट में शामिल हैं। सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से पानी का होगा शोधन
योजना के तहत सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट भी बनाया जाएगा। इससे सीवर लाइन के गंदे पानी को शुद्ध करने के बाद ही नदियों या फिर अन्य जगहों में वेस्ट किया जाएगा। इसकी क्षमता करीब 30 मिलियन लीटर प्रतिदिन शोधन की है। कटनिया-महेवा में सीवरेज ट्रीटमेंट के लिए 54 करोड़ की डीपीआरकटनिया-महेवा सीवरेज ट्रीटमेंट एवं डायवर्जन परियोजना के लिए 54.13 करोड़ की डीपीआर शासन को भेजी गई है। स्वीकृति के बाद इस क्षेत्र में सीवर की समस्या का समाधान होने की उम्मीद है।


सीवर लाइन के लिए जल निगम ने डीपीआर भेजी है। जल्द ही इसकी स्वीकृति मिल जाएगी। सीवर लाइन से हजारों लोगों को लाभ होगा। - अविनाश सिंह, नगर आयुक्त

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