जालसाजों ने डीएम कृष्ण करूणेश के वॉट्सएप का क्लोन बना लिया. बकायदा उनका फोटो तक लगा दी और उनके नाम से जिले के जूनियर अधिकारियों से पैसे की मांग करने लगा. एक बार तो एडीएम और एसडीएम रैंक के अधिकारियों ने यह मान लिया था कि वे डीएम ही हैं. लेकिन बाद में उन्हें शक हुआ और उन्होंने डीएम के सीयूजी नंबर पर बात की तो असलियत पता चली. जिसके बाद डीएम ने इसकी जानकारी एसएसपी डॉ. विपिन ताडा को दी.


गोरखपुर (ब्यूरो).एसएसपी के निर्देश पर फर्जी वॉट्सएप आईडी को बंद करा दिया गया। पुलिस और साइबर सेल मामले की जांच कर रही है। उधर डीएम ने बताया कि मामले की जानकारी पुलिस को दी गई है। जल्द ही आरोपी पुलिस के शिकंजे में होगा।सुबह 8.57 बजे से चैटिंग करना शुरू किया
जालसाजों ने डीएम के वॉट्सएप का क्लोन बनाकर सबसे पहली बार मंगलवार की सुबह 8.57 पर एडीएम रैंक के अधिकारियों से चैटिंग शुरू की। उसने बताया कि वह बैठक में है और ज्यादा कॉल नहीं कर पाएगा इसलिए मैसेज चैटिंग से बात कर रहा है। फिर 9.16 पर पैसे मांगने लगा। कहा कि अमेजान पे पर गिफ्ट पैकेट आया है। उसी को लेने के लिए पैसे देने होंगे। सबसे महत्वपूर्ण बात तो यह है चैटिंग करने वाले व्यक्ति ने बताया कि सीमित कॉल के साथ बैठक में हूं। यह संयोग था कि डीएम सही में उस समय एयरफोर्स के साथ एक बैठक कर रहे थे। जिससे अधिकारियों को लगा कि सचमुच ये डीएम ही हैं और किसी विशेष परिस्थिति में पैसे का डिमांड कर रहे हैं।फोन कर ली जानकारी तो सच आया सामने


शक होने पर कुछ अधिकारियों ने फोन कर जिलाधिकारी से बात किया तो उन्होंने बताया कि वह एयर फोर्स की बैठक में है। उन्होंने किसी प्रकार की चैटिंग नहीं की है। जालसाज ने एडीएम रैंक के अधिकारियों के पास जो मैसेज भेजा है उसके कुछ हिस्से इस प्रकार हैं।कुछ इस तरह से किया चैटिंगसुबह 8.57 हैलो आप कैसे हैं, इस समय आप कहाँ हैं? जिसके बाद अधिकारियों ने समझा कि ये हमारे डीएम साहब हैं। अधिकारियों ने लिखा सुप्रभात सर आवास पर हैं। जालसाज ने लिखाएक ऐसी चीज है जो मुझे आपके लिए तत्काल करने की आवश्यकता है। क्योंकि मैं वर्तमान में सीमित फोन कॉल के साथ एक बहुत ही महत्वपूर्ण बैठक में भाग ले रहा हूं। अधिकारियों ने 9.16 पर लिखा कि सर क्या आवश्यक है ? क्या आप किसी अमेजन पे गिफ्ट कार्ड से परिचित हैं? अधिकारीहां बहुत अच्छी तरह से। जिसके बाद पैसों की डिमांंड करते हुए जालसाज ने लिखा कि कुछ सूचीबद्ध संभावनाएं हैं मैं उन्हें आज प्रस्तुत कर रहा हूं मैं इसे पूरा नहीं कर सकता हूं।डीएम ने की अपील

जिलाधिकारी ने आमजन से अपील की है कि साइबर अपराधियों के चंगुल में ना फंसे। फेसबुक, वॉट्सएप, ट्विटर, इंस्टाग्राम आदि सोशल नेटवर्किंग साइटों पर किसी भी व्यक्ति के द्वारा पैसे की मांग करने पर तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दें। एसएसपी ने बताया कि डीएम की फर्जी वॉट्सएप आईडी को सोशल मीडिया साइट्स से बात कर बंद करवा दिया गया है। पूरा विवरण मांगा गया है। जानकारी मिलते ही आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

Posted By: Inextlive