- गोरखपुर में एटीएम फैला सकते हैं बीमारी - एटीएम रूम में नहीं कोई इंतजाम सेनेटाइजर और गार्ड भी रहते गायब GORAKHPUR: जिदंगी मौत ना बन जाए संभालो यारों..जी हां कोरोना ऐसा वायरस है जो जरा सी लापरवाही से आपको ले डूबेगा. साथ ही फैमिली फ्रेंड्स के लिए भी आप एक बड़ा खतरा बन सकते हैं. लॉकडाउन में ढ

- गोरखपुर में एटीएम फैला सकते हैं बीमारी

- एटीएम रूम में नहीं कोई इंतजाम, सेनेटाइजर और गार्ड भी रहते गायब

GORAKHPUR: जिदंगी मौत ना बन जाए संभालो यारोंजी हां, कोरोना ऐसा वायरस है जो जरा सी लापरवाही से आपको ले डूबेगा। साथ ही फैमिली, फ्रेंड्स के लिए भी आप एक बड़ा खतरा बन सकते हैं। लॉकडाउन में ढील के साथ गोरखपुर के मार्केट खुले तो ये शर्त रखी गई कि कारोबारी कोरोना से बचाव का इंतजाम रखेंगे। लेकिन सिटी के एटीएम, जहां हमको, आपको डेली जाना है उसके लिए आज तक कोई गाइडलाइन ही नहीं बन सकी है। कोरोना एरा में भगवान भरोसे एटीएम चल रहे हैं, जहां न तो सेनेटाइजर का ही पता चलता है न ही गार्ड मुस्तैद दिख रहे हैं। इस हाल में एटीएम कभी भी कोरोना बम बनकर फूट सकते हैं और पब्लिक इसका शिकार बनेगी।

तालों में बंद सेनेटाइजर

सिटी के एटीएम का रियल्टी चेक करने शुक्रवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम निकली। हर एटीएम पर चौंकाने वाला सीन सामने आया। कई जगह तो एटीएम पर सेनेटाइजर भी रखे थे लेकिन गार्ड ने उसे ताले में कैद कर रखा था।

बैंक में रखा सेनेटाइजर

एटीएम - इंडियन बैंक

जगह - यूनिवर्सिटी चौराहा

समय - 11.56

यूनिवर्सिटी चौराहे पर स्थित इंडियन बैंक का एटीएम बाहर है। इस एटीएम में डेली सैकड़ों लोग पैसा निकालने आते हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम करीब 11.56 पर वहां पहुंची तो लोग लाइन में लगकर पैसा निकाल रहे थे। इस दौरान न तो उनकी थर्मल स्कैनिंग हो रही थी और न ही सेनिटाइजर ही उन्हें यूज करने के लिए मिला था। गार्ड से पूछने पर पता चला कि थर्मल स्कैनिंग की तो व्यवस्था ही नहीं है। गार्ड ने बताया कि सेनेटाइजर बैंक के अंदर रखा है। जबकि ज्यादातर लोग बाहर से एटीएम यूज करके निकल जाते हैं।

अलमारी से निकाला सेनेटाइजर

एटीएम - बैंक ऑफ बड़ौदा

जगह - मोहद्दीपुर

समय -12.05

इसके बाद टीम मोहद्दीपुर स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा एटीएम के पास पहुंची। एटीएम से कुछ लोग पैसा निकाल रहे थे। एटीएम रूम में कहीं भी सेनेटाइजर नहीं दिख रहा था। टीम ने ड्यूटी पर तैनात गार्ड से पूछा सेनेटाइजर नहीं रखा गया है। ये सुनकर गार्ड ने तुंरत हां बोलकर अपनी जेब से चाभी निकाली और एक छोटी अलमारी खोलने लगा। तब पता चला कि यहां सेनेटाइजर केवल ताले के अंदर बंद रखने के लिए मिला है।

सेनेटाइजर के नाम पर मुंह बंद

एटीएम - एसबीआई

जगह - रेलवे स्टेशन

समय - 12.20

आपको ये तो पता ही होगा कि रेलवे स्टेशन पर इस समय लगातार बाहर से प्रवासी आ रहे हैं। बाहर निकलते ही वे पहले एटीएम खोज रहे हैं। ऐसे में रेलवे स्टेशन के बाहर स्थित एसबीआई के एटीएम में खूब लापरवाही हो रही है। जो आगे चलकर घातक हो सकती है। यहां के गार्ड से टीम ने सेनेटाइजर के बारे में पूछा तो उसकी बोलती बंद हो गई।

यहां नहीं रहता सेनेटाइजर

एटीएम - पीएनबी

जगह - धर्मशाला

समय - 12.30

शहर के सबसे अधिक भीड़-भाड़ वाले एरिया धर्मशाला में पीएनबी का एटीएम है। इस एटीएम पर जब टीम पहुंची तो बाहर गार्ड बैठा मिला। वहीं कुछ लोग कतार में खड़े होकर पैसा निकालने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। लेकिन यहां भी थर्मल स्कैनिंग मशीन और सेनेटाइजर लापता थे। टीम ने गार्ड से पूछा तो उसने बिंदास अंदाज में कहा यहां सेनेटाइजर-वाइजर नहीं मिलता है।

पानी की टंकी के पास छुपा था सेनेटाइजर

एटीएम - एसबीआई

जगह - बैंक रोड

समय - 1.00

इसके बाद टीम बैंक रोड पहुंची। शहर में सबसे अधिक एटीएम एक साथ यहीं पर हैं। एसबीआई की मेन ब्रांच के बाहर चार एटीएम हैं। जिनके लिए बाहर एक पानी की टंकी और एक छोटा सेनेटाइजर रखा गया था। लेकिन इसे कोई यूज नहीं कर रहा था।

कोट्स

पैसा निकालना मजबूरी है। अब कहां- कहां सेनेटाइजर खोजेंगे। लेकिन एटीएम की वजह से कभी भी एक बड़ा खतरा पैदा हो सकता है। इसलिए खुद सेनेटाइजर लेकर ही चलना पड़ेगा।

राजेश शर्मा

भगवान भरोसे पैसा निकालने आता हूं। डर लगता है लेकिन कर भी क्या सकता हूं। जिम्मेदारों को ध्यान देना चाहिए नहीं तो इसकी वजह से संक्रमण फैल सकता है।

राकेश यादव

एटीएम पर है कंपल्सरी

- सेनेटाइजर

- थर्मल स्कैनिंग

- अवेयरनेस के लिए गार्ड

वर्जन

मैं इसको चेक करवाता हूं। इसके पहले सभी बैंक में मेल कर इसके लिए निर्देश भी जारी करता हूं। एटीएम से संक्रमण फैल सकता है इसलिए वहां ध्यान देना बेहद जरूरी है।

- राम अधार सोनकर, लीड बैंक अधिकारी

Posted By: Inextlive