बीआरडी मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट के तहत संचालित स्टेट रेफरेंस लैबरोटरी एसआरएल में एक दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन किया गया. जिसमें गोरखपुर बस्ती मंडल अंबेडकर नगर मऊ बलिया के मेडिकल कॉलेज से आए एक्सपर्ट के साथ जिला अस्पताल जिला महिला अस्पताल और नाको नेशनल एड्स कंट्रोल ऑर्गनाइजेसन के 94 लैब टेक्निशियन शामिल रहे. इन सभी को एक साथ ट्रेनिंग दी गई.


गोरखपुर (ब्यूरो)। चीफ गेस्ट बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। गणेश कुमार ने कहा कि एचआईवी की गुणवक्ता पूर्वक जांच को बनाए रखना होगा। मरीज को टाइम पर रिपोर्ट देनी होगी। जल्द से जल्द पॉजीटिव मरीज की एआरटी (एंट्री रेट्रोवायरल थेरैपी) की सिटीजन चार्टर के अनुरूप मरीजों को सुविधा देनी होगा। सभी एचआईवी मरीज की टीबी जांच कराई जाए। उन्होंने बताया कि सभी एचआईवी पॉजिटिव मरीज की सीबीएनएएटी टीबी की जांच जरुर करवाई जाए।टाइम पर अपलोड करें रिपोर्ट
इसी क्रम में वर्कशाप में यूपीएसएसीएस 'उत्तर प्रदेश एड्स कंट्रोल सोसाइटी लखनऊ से माधो श्याम त्रिपाठी और अखिलेश सिंह जुड़े। उन्होंने सभी लैब टेक्नीशियन को भारत सरकार के ऑनलाइन रिपोर्टिंग पोर्टल एसओसीएच (स्ट्रेनथिंग ओवर ऑल केयर फॉर एचआईवी वेनिफिशरी) पर जुडऩे के लिए रजिस्ट्रेशन के बारे में जानकारी दी गई। प्रभारी अधिकारी डॉ। अमरेश कुमार सिंह ने बताया कि सभी लैब टेक्नीशियन को जांच के बाद रिपोर्ट टाइम से ऑनलाइन अपलोड कर देना चाहिए। इसके अलावा लैब में बॉयो मेडिकल वेस्ट मैनेजटमेंट का कड़ाई से पालन हो। तकनीकी अधिकारी एसआरएल ज्योति कुमार ने सभी को मूल्यांकन और कार्य में बेहतर सुधार की जानकारी दी।

Posted By: Inextlive