मैथ और साइंस का स्टैंर्ड हाई, रिजनिंग ने संभाला
-रविवार को दो पालियों में आर्गनाइज हुआ बीएड एंट्रेंस एग्जाम
-एग्जाम के लिए रजिस्टर्ड थे 30599 कैंडिडेट -सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियांमैथ और साइंस का स्टैंर्ड काफी हाई था। हर बार हाई स्कूल स्टैंर्ड के क्वेश्चन पूछे जाते रहे, लेकिन इस बार इंटर लेवल के सवाल पूछे गए। मैथ और साइंस के कैंडिडेट की मानें तो फर्स्ट पाली का पेपर आसान और सेकेंड में हार्ड क्वेश्चन पूछे गए थे। इसी तरह से आर्ट साइड के स्टूडेंट का कहना था कि फर्स्ट पाली में जीके आसान तो जनरल स्टडी ने काफी उलझाया। जबकि, सेकेंड पाली के पेपर को देखकर बहुत राहत मिली। गोरखपुर, देवरिया और कुशीनगर में रविवार को बीएड एंट्रेंस एग्जाम आर्गनाइज किया गया। एग्जाम में कुल 30599 कैंडिडेट रजिस्टर्ड थे, जिसमें फर्स्ट पाली में 25576 प्रेजेंट रहे और 5023 कैंडिडेट ने एग्जाम छोड़ दिया। वहीं, सेकेंड पाली में 16 कैंडिडेट की संख्या बढ़ गई। इसमें 25792 शामिल रहे और 5007 कैंडिडेट ने एग्जाम छोड़ा।
एग्जाम और कोविड 19 से लडे़ कैंडिडेटकोविड काल में मालवीय एंट्रेंस टेस्ट के बाद दूसरा एग्जाम आर्गनाइज कराया गया है। इसमें सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, देवरिया, बस्ती और गोरखपुर के कैंडिडेट का सेंटर गोखपुर में पड़ा था। कैंडिडेट के साथ उनके पैरेंट्स भी आए थे। उनका कहना था कि उनका बच्चा एक साथ दो एग्जाम दे रहा है। एक बीएड एंट्रेंस और दूसरा कोरोना वायरस से जंग अब देखना ये है कि इसका रिजल्ट क्या आता है।
रात से डाला डेरा दूर से आने वाले कैंडिडेट शनिवार रात को ही गोरखपुर स्टेशन और रिलेटिव के घरों में अपना ठिकाना बना लिया था। उन्हें डर था कि एग्जाम वाले दिन वे समय से सेंटर तक नहीं पहुंच पाएंगे। इसलिए रात भर सड़कों पर गुजार कर दूसरे दिन रविवार को सेंटर पर पहुंचे। अंदर सोशल डिस्टेंसिंग बाहर उड़ी धज्जियां गोरखपुर में 52 सेंटर्स बनाए गए थे। हर सेंटर्स पर डयूटी में लगे इम्प्लाई बकायदा मास्क, सैनिटाइजर के साथ हाथ में ग्लब्स पहने नजर आए। सेंटर के अंदर गोले बनाए गए थे। जिसके सहारे एक-एक कैंडिडेट रूम तक जा रहा था। जबकि, सेंटर के बाहर का सीन बिल्कुल अलग था। खुलेआम सेंटर के बाहर सोशल डिस्टेंसंग की धज्जियां उड़ाई जा रही थी। सेंटर के अंदर जाने के लिए कैंडिडेड लंबी-लंबी लाइनें नजर आई, जिसमें जरा भी गैप नहीं था। वहीं कैंडिडेट की भीड़ के आगे सुरक्षाकर्मी भी बौने नजर आए। खाने के लिए भटके कैंडिडेटसेंटर के बाहर अधिकतर कैंडिडेट खाने के लिए होटल खोजते नजर आए। शनिवार और रविवार को लॉकडाउन से सिटी में कहीं भी होटल नहीं खुला था। इस वजह से कैंडिडेट ने चाय और नमकीन खाकर अपनी भूख मिटाई। वहीं, कई ऐसे कैंडिडेट थे जो घर से लंच बॉक्स लेकर आए थे। एक लंच बॉक्स में दो-दो लोग खाते दिखे।
बॉक्स- सीवर टैंक में आराम फरमाया दूर-दूर से आए कैंडिडेट के लिए रविवार को दिन इसलिए अच्छा था कि सुबह से ही मौसम उनके ऊपर मेहबान था। बादल लगने से ठंडी हवाओं से कैंडिडेट काफी राहत की सांस ले रहे थे। गोरखपुर के भगवती प्रसाद इंटर कॉलेज में भी सेंटर बनाया गया था। यहां पर पैरेंट्स और कैंडिडेट सड़क पर नाले में लगने के रखे गए सीवर टैंक में आराम फरमाते दिखे। पानी बरसने के दौरान भी सीवर टैंक में ही कैंडिडेट ने शरण ली। फर्स्ट पाली की पोजिशन गोरखपुर में रजिस्टर्ड कैंडिडेट-25800 एग्जाम में शामिल हुए कैंडिडेट- 21330 कैंडिडेट ने छोड़ दिया एग्जाम-4470 देवरिया में रजिस्टर्ड कैंडिडेट- 2700 एग्जाम में शामिल हुए कैंडिडेट-2420 कैंडिडेट ने छोड़ा एग्जाम-280 कुशीनगर में रजिस्टर्ड कैंडिडेट-2100 एग्जाम में शामिल हुए कैंडिडेट-1827 कैंडिडेट ने छोड़ दिया एग्जाम-273 सेकेंड पाली गोरखपुर में रजिस्टर्ड कैंडिडेट-25800 एग्जाम में शामिल हुए कैंडिडेट- 21346कैंडिडेट ने छोड़ दिया एग्जाम-4454
देवरिया में रजिस्टर्ड कैंडिडेट- 2700 एग्जाम में शामिल हुए कैंडिडेट-2421 कैंडिडेट ने छोड़ा एग्जाम-279 कुशीनगर में रजिस्टर्ड कैंडिडेट-2100 एग्जाम में शामिल हुए कैंडिडेट-1826 कैंडिडेट ने छोड़ दिया एग्जाम-274 कोट- मुझे तो दोनों ही पाली के क्वेश्चन सरल लगे। मेरी मम्मी कोविड 19 की वजह से थोड़ा डर रही थी। लेकिन जब जाना कि पेपर अच्छा हुआ है तो उनके सारे डर खत्म हो गए। सुम्मी मिश्रा, रानीडीहा पहली बार इंटर लेवल की मैथ पूछी गई थी। पिछले साल की तुलना में इस बार ज्यादा हार्ड पेपर था। मैथ और साइंस का पेपर अच्छा हुआ है। उम्मीद है कि अच्छे नंबर ही आएं। अकमल सिद्धकी, बड़हलगंज जनरल स्टडी का पेपर मेरा बहुत ही अच्छा गया। मेरे दोनों पाली के एग्जाम अच्छे हुए। कोविड 19 की वजह से आने जाने में थोड़ी परेशानी झेलनी पड़ी है। लेकिन अब फ्रेश मूड से जा रहा हूं। नंदकिशोर, बड़हलगंज मिर्ची अवार्ड 2020 किसे मिला। ये सवाल मुझे जरूर थोडा डिस्टर्ब किया लेकिन आंसर मैने सही लिखा है। फर्स्ट के मुकाबले सेंकेड पाली में एग्जाम अच्छा गया है। मुझे यकीन है कि मेरे नम्बर्स भी अच्छे ही आएंगे। शिखर राज कूड़ाघाटइस बार नई शिक्षा नीति पर एक क्वेश्चन आया था और मोदी काल की शुरुआत पूछा गया था। जो भी अखबार पढ़ता होगा या फिर न्यूज देखता होगा उसका पेपर जरूर अच्छा हुआ होगा।
उज्ज्वल दुबे, देवरिया मैंने अच्छे से तैयारी की थी। पूरी उम्मीद है कि मेरा रिजल्ट भी अच्छा आएगा। कोविड 19 को देखते हुए लग नहीं रहा था कि एग्जाम होंगे। इसलिए एग्जाम को लेकर मैं बहुत सीरियस नहीं थी। रंजना यादव, गोरखपुर वर्जन गोरखपुर, देवरिया और कुशीनगर में अच्छे से एग्जाम सम्पन्न हुआ है। कहीं भी कोई बुखार या मुन्ना भाई टाइप का कैंडिडेट नहीं मिला है। सेंटर पर कोविड 19 गाइडलाइन का पालन किया गया है। जबकि, बाहर थोड़ी भीड़ जरूर रही है। प्रो। राजवंत राव, नोडल समन्वयक