सीएए और एनआरसी के विरोध में कहीं खुली रहीं दुकानें तो कहीं रहीं बंद

- जगह-जगह पुलिस तैनात, नहीं हुई कहीं अप्रिय घटना

GORAKHPUR: नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) 2019, नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस (एनआरसी) एवं नेशनल पॉपुलेाश्न रजिस्टर (एनपीआर) के विरोध में बहुजन क्रांति मोर्चा की ओर से घोषित भारत बंद का गोरखपुर में कुछ खास असर देखने को नहीं मिला। कुछ एरियाज में विरोध में लोगों ने स्वेच्छा से अपनी दुकानें बंद रखीं, तो वहीं जो समर्थन में उन्होंने अपनी दुकानें खुली रखीं। गोलघर सहित शहर के अधिकतर प्रमुख बाजार खुले रहे। सुरक्षा की दूष्टि से जगह-जगह पुलिस तैनात रही। कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली।

कहीं-कहीं ही दिखा असर

बहुजन क्रांति मोर्चा नई दिल्ली के राष्ट्रीय संयोजक वामन मेश्राम के आह्वान के बाद गोरखपुर में कई संगठनों ने बंदी को समर्थन दिया था। शाहमारूफ, रेती आदि एरियाज में बंदी के समर्थन में पर्चा बांटकर दुकानदारों से दुकानें बंद करने की अपील की गई थी। इसका आंशिक असर दिखा और विरोध करने वाले कुछ लोगों ने शहर के विभिन्न एरियाज में सुबह से ही अपनी दुकानें बंद रखीं। वहीं, गोलघर, विजय चौराहा, बैंक रोड, कचहरी, मोहद्दीपुर, असुरन चौक, मेडिकल रोड सहित लगभग सभी प्रमुख बाजारों में अधिकतर दुकानें सुबह से खुली रहीं। यहां दुकानदारों में बंदी को लेकर कोई चर्चा नहीं थी।

अलर्ट रही पुलिस

उधर, सीएए के विरोध में बंदी के एलान के बाद पुलिस पूरी तरह अलर्ट रही। एसएसपी डॉ। सुनील कुमार गुप्ता ने तत्काल पुलिस अफसरों की एक मीटिंग बुलाई। बंदी के प्रभाव व सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। शहर के संवेदनशील इलाकों में पुलिस फोर्स तैनात की दी गई थी। चप्पे-चप्पे पर पुलिस का कड़ा पहरा था। कोतवाली, राजघाट, तिवारीपुर में कुछ जगह बंदी के समर्थन का असर रहा लेकिन कुछ जगहों पर दुकानें खुली रहीं। इस दौरान पुलिस अफसर फोर्स के साथ गश्त करते रहे। एसपी सिटी डॉ। कौस्तुभ ने बताया कि शहर में चिन्हित किए गए हॉट स्पॉट्स पर फोर्स तैनात कर दी गई है। मोबाइल दस्ते के साथ सीओ व थानेदार गश्त कर रहे हैं। पर्चे बांटने वालों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।

क्या हैं मांगें

बहुजन मुक्ति मोर्चा की ओर से बीते दिनों वितरित किए गए पर्चे में डीएनए आधारित एनआरसी लागू करने, सीएए हटाने व ईवीएम हटाने की मांग की गई है। इनकी कमियों के बारे में विस्तार से बताया गया है। बंदी का आहृान करने वाले संगठन की ओर से भी शहर में कहीं रैली नहीं निकाली गई।

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भटके लोगों को राह दिखाने के लिए यज्ञ

मां बासमती देवी संस्थान ने बुधवार को गोलधर स्थित काली मंदिर में सुबह 11 बजे सीएए का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियोंके लिए बुद्धि-शुद्धि यज्ञ कर हवन पूजन किया। इस मौके पर रामनाथ निषाद ने कहा कि हमारे देश के दोनों सदनों से सीएए कानून पास हो गया है। उस पर राष्ट्रपति ने भी मंजूरी दे दी है। उन्होंने इसके खिलाफ हो रहे विरोध को लेकर चिंता जताई। इस अवसर पर पूर्व पार्षद माया निषाद, प्रेमनाथ, धनंजय निषाद, रामशरण निषाद, राकेश यादव, राजकिशोर आदि मौजूद रहे।

पूर्वाचल सेना ने फूंका पुतला

पूर्वाचल सेना के करीब दर्जनभर कार्यकर्ताओं ने बुधवार दोपहर करीब 12.30 बजे अचानक मुंशी प्रेमचंद पार्क के पास एकत्रित होकर पीएम, सीएए, एनआरसी व एनपीआर का प्रतीकात्मक पुतला फूंका। उन्होंने सीएए के विरोध में नारे भी लगाए।

Posted By: Inextlive