नगर निगम बोर्ड की बुधवार को हुई बैठक हंगामेदार रही. अनुपालन आख्या में मुद्दे पर जहां सपा और भाजपा पार्षद आपस में भिड़ गए. वहीं सीवर लाइन में विभागीय लापरवाही को लेकर भाजपाई पार्षद ने ही निगम प्रशासन को जमकर खरी-खोटी सुनाया. हंगामे के बीच शहर में 29 सड़कों व चौराहों के नामकरण में एक को छोड़कर सभी पर मुहर भी लग गई.


गोरखपुर (ब्यूरो)। दोपहर तीन बजे महापौर सीताराम जायसवाल की अध्यक्षता में जैसे ही बोर्ड बैठक शुरू हुई नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने अनुपालन आख्या का प्रस्ताव रखा। प्रस्ताव रखते ही राप्तीनगर पार्षद बृजेश सिंह छोटू ने मंजूर कह दिया। जिसपर सपा पार्षद जियाउल इस्लाम से आपत्ति जताते हुए कहा कि सदन महापौर संचालित कर रहे हैं या फिर पार्षद जिस पर छोटू सिंह विरोध किया। जियाउल इस्लाम को नगर आयुक्त ने रोकने का प्रयास किया। लेकिन वह यह कहते हुए बाहर निकल गए कि हकाने वाला पार्षद नहीं हूं। अवैध बैठक का बहिष्कार करता हूं। इसके बाद मनोनीत पार्षद रणंजय सिंह जुगनू ने सीवर लाइन से लेकर सड़क निर्माण के मुद्दे को उठाया। जुगनू ने कहा कि अफसरों की कार्यशैली
में 2017 के बाद भी कोई बदलाव नहीं आया है। सीवर लाइन खोदी जा रही है। सड़क को वैसे ही छोड़ दिया जा रहा है। स्ट्रीट लाइट और पोल को हटाया जा रहा है, लेकिन उसे दोबारा नहीं लगाया गया। जिसपर नगर आयुक्त ने सुधार का आश्वासन दिया। वहीं बेतियाहाता पार्षद विश्वजीत त्रिपाठी ने बेतियाहाता दक्षिणी में दुर्गा मंदिर से फलमंडी तक की


जर्जर सड़क का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि नगर आयुक्त खुद सड़क का निरीक्षण करने के बाद नये निर्माण को लेकर सहमत थे लेकिन 15वें वित्त में इस सड़क का टेंडर नहीं हुआ। इस पर नगर आयुक्त ने कहा कि जल्द सड़क के निर्माण को लेकर टेंडर जारी कर दिया जाएगा। इसके साथ ही विश्वजीत त्रिपाठी ने असुरन, गोरखनाथ और तारामंडल की तर्ज पर गोलघर में भी अर्नामेंटल स्ट्रीट लाइट लगाने की मांग की। शक्तिनगर वार्ड के आलोक सिंह विशेन ने ठंड को देखते हुए कंबल और अलाव का मुद्दा उठाया। पहले से था नामकरण, फिर कर दियाकार्यकारिणी बैठक में 29 सड़कों और पार्क के नामकरण को लेकर चर्चा हुई। 28 पार्कों और सड़क के नामकरण पर बोर्ड बैठक की मुहर लग गई। मिया बाजार वार्ड में स्व। पट्टोदेवी के नाम पर सड़क का विरोध स्थानीय पार्षद असलम सन्नू ने किया। पार्षद ने कहा, सड़क का पहले से ही नामकरण है। भाजपा पार्षद ने उठाया सपाई पर मुकदमे का मामलाबेतियाहाता पार्षद विश्वजीत त्रिपाठी और उपनगर आयुक्त संजय शुक्ला के बीच हुए विवाद के बाद पार्षद पर दर्ज मुकदमे को वापस लेने को लेकर पार्षद अशोक यादव ने नगर आयुक्त को पत्रक दिया। लेकिन इस मुद्दे को सदन में भाजपा पार्षद चन्द्रशेखर सिंह ने उठाया। उन्होंने कहा कि सदन के सम्मान में मुकदमे को वासप ले लेना चाहिए।

हाउस टैक्स में ब्याज माफी का प्रस्ताव
उपसभापति ऋषि मोहन वर्मा और जितेन्द्र सैनी ने हाउस टैक्स में ब्जाजमाफी के मुद्दे को उठाया। पार्षदों ने मांग की कि ब्याज में 50 फीसदी माफी की योजना को लागू किया जाए। इसके लिए शासन से अनुमति मांगने की बात अधिकारियों ने किया।डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का मुद्दा उठापार्षदों की तरफ से डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन को लेकर निकाले गए टेंडर को लेकर भी विरोध जताया गया। पार्षद अमरनाथ यादव ने कहा कि टेंडर को लेकर 20 लाख जमानत राशि मांगी जा रही है। इस रकम को जमा करने में ठेकेदार अक्षम है। अब लोकल ठेकेदारों को सफाई कार्य का ठेका देना चाहिए। जिससे निगरानी आसान हो सके। छोटू सिंह और अफरोज में हुई नोकझोंकमहापौर की अनुमति से पार्षद अफरोज ने अपने क्षेत्र की समस्या उठानी शुरू की तो आरोप है कि राप्तीनगर के पार्षद बृजेश सिंह छोटू ने हस्तक्षेप करना शुरू कर दिया। इस पर दोनों पार्षदों में जमकर नोकझोंक हुई। मेयर और नगर आयुक्त को हस्तक्षेप करना पड़ा।

Posted By: Inextlive