गोरखनाथ मंदिर में शिवावतारी गुरु गोरक्षनाथ को खिचड़ी चढ़ाने के लिए मंगलवार को बुढ़वा मंगल के पर्व पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु गोरखनाथ मंदिर आएंगे. भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने ड्यूटी पर तैनात सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिए है कि वे पूर्व में निर्धारित डयूटी के आधार पर बुढ़वा मंगल पर्व पर अपने दायित्व का संपादन करेंगे.


गोरखपुर (ब्यूरो)। खिचड़ी पर्व के दूसरे मंगलवार को बुढ़वा मंगल के रूप में मनाया जाता है। मान्यता है कि बुढ़वा मंगल के दिन श्रद्धालुओं की ओर से खिचड़ी चढ़ाना उतना ही पुण्यकारी होता है जितना मकर संक्रांति के दिन। कालातंर से बुढ़वा मंगल की परम्परा चली आ रही है। इस दिन दूरदराज से श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं। गोरखनाथ बाबा को खिचड़ी चढ़ाते हैं। बुढ़वा मंगल पर महायोगी भगवान गोरखनाथ को ब्रह्म मुहूर्त में खिचड़ी चढ़ाई जाएगी। बुढ़वा मंगल पर्व को लेकर मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं की भीड़ के मद्देनजर सभी जरूरी तैयारियां पूर्ण कर ली है। मंगलवार की सुबह 4 बजे से ही खिचड़ी चढ़ाए जाने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी का भंडारा भी आयोजित होगा। श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। जिला प्रशासन एवं पुलिस की ओर से बैरिकेडिंग कर सुरक्षा इंतजाम के गए हैं। भक्त उठाएंगे मेले का लुत्फबुढ़वा मंगल में गोरखनाथ मंदिर आने वाले भक्त मेले का आनंद भी उठाएंगे। वे आवश्यक सामान की खरीदारी के साथ झूलों का भी आनंद लेंगे। मेले के चलते गोरखनाथ मंदिर व मेला परिसर सज धजकर तैयार है। समूचा मंदिर क्षेत्र सतरंगी रोशनी में नहाया हुआ है।

Posted By: Inextlive